प्रदेश में भौतिक विकास के साथ ही सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास

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प्रधानमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के रूप में काशी को ऐसा अद्भुत चमत्कार दिया, जिसकी हजारों वर्षांे से काशी को आवश्यकता थी, विज़न के अभाव में पहले यह कार्य नहीं हो पाया । प्रधानमंत्री जी ने काशी को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की बात कही थी, भौतिक विकास के साथ ही सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास के माध्यमसे काशी व उ0प्र0 को वह पहचान दिलायी । प्रधानमंत्री जी गांव, गरीब, किसान के उद्धारक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी उ0प्र0 में सुशासन एवं विकास की नींव रखने वाले: चेयरमैन, बनास डेयरी ।

वाराणसी। प्रधानमंत्री कहा कि हमारे लिए गाय माता है, पूज्यनीय है। गाय, भैंस का मजाक उड़ाने वाले भूल जाते हैं कि देश के 08 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है। इनकी मेहनत से भारत हर साल लगभग 8.5 लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है। यह धनराशि भारत में गेहंू और धान की कीमत से अधिक है, इसलिए डेयरी सेक्टर को मजबूत करना हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताआंे में से एक है। इसी कड़ी में आज बनास काशी संकुल संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानांे के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किये गये हैं। वाराणसी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के रामनगर डेयरी प्लाण्ट को चलाने के लिए बायो गैस आधारित ऊर्जा संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। दूध की शुद्धता के प्रमाणन के लिए एकीकृत व्यवस्था और ‘लोगो’ जारी हुआ। लगभग 20 लाख परिवारों को घर के कानूनी दस्तावेज की कॉपी सौंपी गयी। काशी को सुन्दर और सुविधा सम्पन्न बनाने वाली 1,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया।पहले के समय में हमारे घर-आंगन मंे मवेशियों का झुण्ड सम्पन्नता की पहचान था। दरवाजे पर खूटांे की संख्या की प्रतिस्पर्धा रहती थी। शास्त्र में भी कामना की गयी है कि गाय मेरे चारों ओर रहें और मैं गायों के बीच निवास करूं। डेयरी सेक्टर हमारे यहां रोजगार का बड़ा माध्यम रहा है। इस सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए हमारी सरकार ने कामधेनु आयोग का गठन किया। डेयरी सेक्टर के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए विशेष फण्ड बनाया गया। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा गया। पशुओं हेतु अच्छी गुणवत्ता का चारा सुलभ कराने के लिए काम चल रहा है। घर पर पशुओं का इलाज और गर्भाधान के लिए विशेष अभियान चलाया गया। हमारी सरकार बच्चों के टीकाकरण तथा कोरोना टीकाकरण के साथ ही पशुआंे में खुरपका, मुंहपका रोग की रोकथाम के लिए पशुओं के टीकाकरण का राष्ट्रव्यापी अभियान चला रही है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 13 दिसम्बर, 2021 को श्री काशी विश्वनाथ धाम के रूप में काशी को ऐसा अद्भुत चमत्कार दिया, जिसकी हजारों वर्षांे से काशी को आवश्यकता थी। विज़न के अभाव में पहले यह कार्य नहीं हो पाया। पिछले 10 दिन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का तांता प्रमाण है कि प्रधानमंत्री जी ने काशी को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की जो बात कही थी, भौतिक विकास के साथ ही सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास के माध्यम से काशी व उत्तर प्रदेश को वह पहचान दिलायी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने के बाद श्रमिकों का सम्मान किया। आज यहां एक नई डेयरी संयंत्र का शिलान्यास तथा बनास डेयरी द्वारा उससे जुड़े किसानों को दूध का बोनस वितरित किया जा रहा है। साथ ही, प्रधानमंत्री जी द्वारा काशी को लगभग 2100 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उपहार भी मिल रहा है। प्रधानमंत्री जी प्रदेश के 20 लाख परिवारों को उनके घर के मालिकाना अधिकार के कागजात ‘घरौनी’ भी प्रदान करने जा रहे हैं। बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी गांव, गरीब, किसान के उद्धारक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश में सुशासन एवं विकास की नींव रखने वाले हैं। मुख्यमंत्री जी की इच्छानुरूप वाराणसी में अमूल डेयरी प्लाण्ट की स्थापना की जा रही है। इसे डेढ़ वर्ष पूर्ण कर लिया जाएगा।इस अवसर पर केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन, संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकण्ठ तिवारी, स्टाम्प एवं न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

आज वाराणसी के चौराहे सुन्दर, सड़कें चौड़ी तथा पार्किंग के नये स्थल बन रहे हैं। इससे शहर में टैªफिक जाम में सुधार हुआ है। वाराणसी कैण्ट से लहरतारा होते हुए प्रयागराज की ओर जाने वाले हाईवे पर बहुत दबाव रहता है, इसके 06 लेन होने पर दिल्ली-आगरा-कानपुर-प्रयागराज से आने वाले यात्रियों तथा सामान की ढुलाई में सुविधा होगी। साथ ही, शहर के दूसरे क्षेत्रों के लिए भी आना-जाना आसान हो जाएगा। यह सड़क जिले के प्रवेश द्वार के तौर पर विकसित होगी। वाराणसी-भदोही-गोपीगंज सड़क के चौड़ीकरण से शहर से निकलने वाले वाहन रिंग रोड फेज-2 होते हुए बाहर जा पाएंगे। इससे भारी जाम से मुक्ति मिलेगी। हेल्थ एजुकेशन और रिसर्च हब के रूप में काशी की पहचान को सशक्त करने के लिए काम चल रहे हैं। आज एक आयुष अस्पताल के लोकार्पण के साथ ही होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य शुरू हुआ है। इस प्रकार की सुविधाओं से भारतीय चिकित्सा पद्धति के महत्वपूर्ण सेन्टर के रूप में भी काशी उभरने वाली है। क्षेत्रीय निर्देश मानक प्रयोगशाला के बनने से जल परीक्षण, कपड़े और कालीन से जुड़े परीक्षण यहां हो पाएंगे। इससे वाराणसी और आस-पास फैले उद्योगों, बुनकरों को सीधा लाभ होगा। अन्तर्राष्ट्रीय राइस रिसर्च सेन्टर में नई स्पीड ब्रीडिंग फैसिलिटी के स्थापना से धान की नई किस्म विकसित करने में पहले की तुलना में कम समय लगेगा।