दलित परिवार को नहीं मिल रहा अपना ही घर

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लखनऊ। लखनऊ कमिश्नरेट की पुलिस हुई बेलगाम आई जी आर एस व जनता दरबार के मामले में भी पुलिस नहीं गंभीर।योगी राज में भी सिक्का चल रहा है दबंग यादवों का।दलित परिवार को नहीं मिल रहा है अपना ही घर। दलित के बंद पड़े मकान के पीछे की दीवार तोड़कर घर में घुसे दबंगों ने गृह स्वामी का लगा ताला तोड़कर जड़ा अपना ताला। घर का सारा सामान दीवार तोड़कर किया साफ। गांव वालों की सूचना पर गाजियाबाद से लखनऊ पहुंची महिला ने थाने पर की शिकायत लेकिन पुलिस ने नही लिखी रिपोर्ट।पीड़ित महिला पंहुची सीएम योगी के जनता दरबार में की शिकायत।


सीएम आवास से थाने पहुंची शिकायत पर चौकी इंचार्ज ने दी फर्जी आख्या।दलित महिला की रिपोर्ट लिखने बजाय चौकी इंचार्ज ने पैतृक मकान को विवादित बताकर दे रहा है दबंग को संरक्षण। पूरे प्रकरण की जांच डीसीपी स्तर के अधिकारी से कराने पर नप सकते है कई पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी। चौकी इंचार्ज अहिमामऊ जितेंद्र गुप्ता पर गांव के भू माफिया को शह देकर मकान पर कब्जा कराने का आरोप। सीएम के दरबार पहुंचने के बाद भी दलित को नही मिला अपना घर, भू माफिया है गांव का कोटेदार।


पुलिस व भूमाफियां के गठ जोड़ से हो रहे क्षेत्र में अवैध कब्जे। एसडीएम सरोजनीनगर ने मकान कब्जा करने के आधार को माना फर्जी।पुलिस मामले को सुलझाने और दलित को दबंगों से मकान वापस दिलाने के बजाय भू माफिया कोटेदार की मदद करने में जुटी।सिर्फ 20 रूपए में लाखों की संपत्ति हड़पने की कोशिश। दलित के मकान को कब्जियाने की घटना से लोग अचंभित, गाँव में है दहशत का माहौल। योगी सरकार में पैतृक घर पर भी पुलिस द्वारा अवैध कब्जा कराने की घटना से सरकार और बड़े अफसरों की हो रही किरकिरी। पुलिस अब 145 की कार्यवाही के बहाने भू माफिया की मदद करने की जुगत में। राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके की चौकी अहिमा मऊ के चड़ाई गांव का है मामला।