विकास एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया-योगी

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में 144.49 करोड़ रु0 से अधिकलागत की 61 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया।मुख्यमंत्री ने क्षय रोगियों के परिजनों को किट तथा प्रधानमंत्रीआवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना केलाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी सौंपी,गोवंश की रक्षा हेतु भूसा दान देने वालेदानकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।विकास एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया।गोरखपुर की पहचान विकास प्रक्रिया के साथ तेजी सेआगे बढ़ते हुए महानगर के रूप में स्थापित हो रही।जनता द्वारा सकारात्मक भाव से विकास परियोजनाओं के साथ जुड़ने से कार्य को मानक की गुणवत्ता बनाए रखते हुए समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।सभी को न्याय मिले, प्रत्येक व्यक्ति स्वयंको सुरक्षित महसूस करे, यही सरकार की मंशा।गोरखपुर नये रूप में स्थापित हो रहा, वाराणसी से गोरखपुर औरगोरखपुर से सोनौली मार्ग फोरलेन बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा।गोरखपुर से नेपाल राष्ट्र जाने वालेे वाहनों को शहर के अन्दर नआना पड़े, इसके लिए जंगल कौड़िया से कालेसर तक एक नया बाईपासभी बनकर तैयार, उस पर तेजी के साथ आवागमन हो रहा।



   गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में महन्त दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सड़क, सम्पर्क मार्ग, बाढ़ सुरक्षा एवं शिक्षा आदि की 144.49 करोड़ रुपए से अधिक लागत की 61 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इनमें 33.16 करोड़ रुपए लागत की कुल 40 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 111.33 करोड़ रुपए लागत की 21 परियोजनाओं का शिलान्यास कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री जी ने 5 क्षय रोगियों के परिजनों को किट, तथा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के 03-03 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी सौंपी। उन्होंने गोवंश की रक्षा हेतु भूसा दान देने वाले 03 दानकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।योगी ने कहा कि विकास एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है, इसमें आम जनमानस की सहभागिता होनी चाहिए। जनप्रतिनिधि को उसका प्रतिनिधित्व करना चाहिए। एक योग्य जनप्रतिनिधि निरन्तर प्रयास करके अपने क्षेत्र के लिये परियोजना लेकर आता है। आज इसी का परिणाम है कि गोरखपुर जनपद एवं मण्डल की प्रत्येक विधानसभा में विकास देखने को मिल रहा है। कहीं सड़क, कहीं स्कूल-कॉलेज बन रहे है, कहीं उद्योग धंधे लग रहे है, कहीं कस्तूरबा गांधी विद्यालय, कहीं अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण, कहीं पर ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा परिषद से जुड़े हुए विद्यालयों के नव निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। कहीं बाढ़ बचाव से सम्बंधित कार्य हो रहे है, कहीं हॉस्पिटल का निर्माण, कहीं मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। प्रत्येक क्षेत्र में कोई न कोई कार्य निरन्तर हो रहा है।


सरकार विकास कार्यों के लिए धनराशि देती है और हमारे सांसदगण, विधायकगण अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास करते हैं। सरकार उनकी योजनाओं को स्वीकृत कर धनराशि अवमुक्त करती है। जनता का भी दायित्व है कि विकास की इन परियोजनाओं में सकारात्मक सोच के साथ उन्हें समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने में अपना सहयोग करे। विकास कार्य में किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं आनी चाहिए, क्यांेकि अगर कोई बाधा आती है और कार्य में विलम्ब हुआ तो उसका संशोधित एस्टिमेट प्रस्तुत किया जाता है। इससे प्रदेश के राजस्व पर विपरीत असर पड़ता है। साथ ही, विकास परियोजना में देरी होने के कारण आम जनमानस को भी इसका समय से लाभ नहीं मिल पाता। प्रदेश सरकार द्वारा अनेक बड़ी परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। जनता द्वारा सकारात्मक भाव से विकास परियोजनाओं के साथ जुड़ने से कार्य को मानक की गुणवत्ता बनाए रखते हुए समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने में मदद मिलती है। सकारात्मक सहयोग से विकास को आगे बढ़ाया जाये। आज गोरखपुर नये रूप में स्थापित हो रहा है। वाराणसी से गोरखपुर और गोरखपुर से सोनौली मार्ग फोरलेन बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। पहले महानगर से बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज का मार्ग बहुत संकरा और व्यस्त था, लेकिन आज फोरलेन का उच्च स्तर का मार्ग बनकर तैयार है। आप को एक नये गोरखपुर का दर्शन होता हुआ दिखाई देता है।


योगी जी ने कहा कि मोहद्दीपुर से गोरखनाथ मंदिर होते हुए सोनौली मार्ग पर जंगल कौड़िया का मार्ग फोरलेन बनने के साथ ही लाइट की जगमगाहट से विकास की एक नई कहानी कहता है। गोरखपुर से नेपाल राष्ट्र जाने वालेे वाहनों को शहर के अन्दर न आना पड़े, इसके लिए जंगल कौड़िया से कालेसर तक एक नया बाईपास भी बनकर तैयार है। उस पर तेजी के साथ आवागमन हो रहा है। बरसात के दौरान गोरखपुर महानगर में कहीं भी जल-जमाव की समस्या न हो, इसके लिये अभी से प्रयास किये जा रहे हैं। प्रशासन जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। शहर के अन्दर बरसात के दौरान जल जमाव की स्थिति न आये इसके लिये अनेक कार्य चल रहे है। गोड़धोइया नाले की सफाई के साथ ही रामगढ़ताल से तरकुलानी के बीच नाला बनाने का कार्य चल रहा है। शहर का सारा पानी रामगढ़ताल होते हुए तरकुलानी में पहंुचेगा, वहां से यह गुर्रा नदी व राप्ती नदी में जायेगा। गोरखपुर का एम्स प्रारम्भ हो गया है। प्राणी उद्यान मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धन के केन्द्र के रूप में विकसित हुआ है। रामगढ़ताल पर्यटन की दृष्टि से निरन्तर विकसित हो रहा है। रात्रि में फर्टिलाइजर कारखाने की लाइट गोरखपुर की एक नई तस्वीर को आपके सामने प्रस्तुत कर रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की इस प्रक्रिया के साथ जुड़ने के लिये हमें अभियान चलाना होगा। गोरखपुर की पहचान तेजी से विकास प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ते हुए महानगर के रूप में स्थापित हो रही है। विकास की इस प्रक्रिया के साथ हम सब एक साथ जुड़कर अगर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य करते है तो स्वाभाविक रूप से हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ी के सामने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिये एक नई तस्वीर प्रस्तुत होगी। विकास ही एक उज्ज्वल और मंगलमय भविष्य की गारंटी हो सकता है। इस विकास के साथ हम सब को जुड़कर गोरखपुर को आगे बढ़ाना है। जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से जनता की समस्या के निस्तारण के लिए काम करंे, तो तमाम विवादों का समाधान जनसुनवाई के माध्यम से कर सकते हैं। सभी को न्याय मिले, प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को सुरक्षित महसूस करे, यही सरकार की मंशा है। विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के साथ व्यक्ति को न्याय मिलना व दिखना भी चाहिए। उन्होंने कहा कि माह में दो बार तहसील दिवस एवं थाना दिवस आयोजित किये जाये। यह सुनिश्चित हो कि ग्राम पंचायत की समस्याओं का समाधान उसी स्तर पर हो जाए।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।