पशुओं की अप्रिय घटना अधिकारी के विरूद्ध होगी कार्यवाही-जिलाधिकारी

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पशुपालन जिला अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न,गौशाला में जल भराव या अन्य किसी कारण से पशुओं की अप्रिय घटना घटित होती है तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध होगी कार्यवाही।

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में पशुपालन जिला अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में 04 वृहद गौशालाओं का निर्माण होना है जिसमें से 02 गौशालाओं का निर्माण हो रहा है एवं 02 गौशालाओं का कार्य अभी प्रारम्भ नही हुआ, उक्त स्थलों पर गौशालाओं के निर्माण हेतु कार्यदायी संस्था को धनराशि निर्गत कर दी गयी है किन्तु अभी तक कार्य प्रारम्भ नही किया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि सम्बन्धित से स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाये।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभी तक जनपद में 54 गौशालायें संचालित है जिसके माध्यम से 9000 पशु संरक्षित किये गये है। जनपद के सभी न्याय पंचायतों में गौशालाओं का निर्माण कराया जाना है जिस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) से कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में जमीन की उपलब्धता न हो वहा के सम्बन्धित उपजिलाधिकारी से समन्वय कर जमीन उपलब्ध करायी जाये। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत द्वारा बताया गया कि जिला पंचायत के द्वारा 08 कांजी हाउस संचालित है 300 बेसहारा पशु संरक्षित किये गये है उसी तरह नगर पंचायत पट्टी, कटरा मेंदनीगंज में कार्य किये जा रहे है।

जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी से कहा कि नगर पंचायतों में जो निर्माण कार्य कराये जा रहे है उसका निरीक्षण कर अवगत करायें। बैठक के दौरान यह तथ्य सामने आया कि मंगरौरा के पड़रीपाल गौशाला में विगत दिनों से लगातार शिकायतें आ रही है जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत को सचेत किया कि भविष्य में गौशालाओं में शिकायतें पाये जाने पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी व एडीओ पचांयत की जिम्मेदारी तय की जायेगी।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि गौशालाओं में भरणपोषण, रखरखाव, हरा-चारा, चूनी चोकर, पेयजल, बरसींग आदि की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये यदि किसी भी गौशाला में जल भराव या अन्य किसी कारण से पशुओं की अप्रिय घटना घटित होती है तो इसके लिये सम्बन्धित अधिकारी जिम्मेदार माने जायेगें एवं उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि तहसील स्तर एवं विकास खण्ड स्तर पर पशुपालन अनुश्रवण समिति की बैठक समय-समय पर आयोजित की जायें। जिलाधिकारी ने कहा गौशालाओं में एक केयरटेकर की तैनाती की जाये और सचेत किया कि केयर टेकर हेतु सही व्यक्ति का चयन किया जाये जिससे वह अपनी जिम्मेदारी को भलि भांति समझे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शत्रोहन वैश्य सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।