राजनीति में नेता का डबल रोल

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इधर राजस्थान में कोरोना काल में समर्थक चला रहे हैं वसुंधरा रसोई तो उधर सात वर्ष पूरे होने पर नरेन्द्र मोदी की तारीफ की जा रही है। इसे कहते हैं राजनीति में नेता का डबल रोल।

एस0 पी0 मित्तल

राजस्थान। राजस्थान की भाजपा की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के वजूद को कायम रखने के लिए उनके समर्थक कोरोना काल में वसुंधरा रसोई चला कर मानव सेवा का दावा कर रहे हैं तो वहीं खुद वसुंधरा राजे केन्द्र में भाजपा सराकर के सात वर्ष पूरे होने पर मीडिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा कर रही हैं। सवाल उठता है कि यदि वसुंधरा वाकई अपना नेता नरेन्द्र मोदी को मानती है तो राजस्थान में वसुंधरा रसोई को चलवा कर दबाव क्यों डलवाया जा रहा है? क्या यह राजनीति में डबल रोल नहीं है?

वसुंधरा राजे के इशारे के बगैर ऐसी रसोई नहीं चल सकती है। अब सवाल यह है कि राज्य सरकार की इंदिरा रसोई के सामने वसुंधरा रसोई की क्या उपयोगिता है? कोरोना काल में सरकार ने इंदिरा रसोई में नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था कर दी है। सरकार की इंदिरा रसोई प्रदेशभर में प्रमुख स्थानों पर संचालित है, लेकिन लोग फ्री में भी भोजन करने नहीं आ रहे है। यही वजह है कि इंदिरा रसोई के काउंटर ही खाली पड़े हैं। ऐसे में वसुंधरा रसोई के माध्यम से कितने जरुरतमंद व्यक्ति भोजन कर रहे होंगे, यह वसुंधरा राजे ही जानती हैं।

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यह पहला अवसर नहीं है, जब वसुंधरा राजे संगठन के निर्देशों के विपरित जाकर काम किया हो। इससे पहले भी वसुंधरा के समर्थक माने जाने वाले 20 भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया था कि उन्हें विधानसभा में पार्टी की ओर से बोलने नहीं दिया जाता हे। ऐसे विधायकों ने बाकायदा भाजपा विधायक दल के नेता गुलाबचंद कटारिया को पत्र भी लिखा था। अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में गिर्राज जी महाराज के मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान किया। इसमें सांसदों, विधायकों के साथ-साथ प्रदेशभर से भाजपा के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया था।

सांसदों और विधायकों को तो वसुंधरा राजे के सरकारी बंगले से फोन किए गए। हालांकि राजे को भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना रखा है, लेकिन राजे की रुचि प्रदेश की राजनीति में ही है। यही वजह है कि राजे अक्सर अपने वजूद को बनाए रखने के कार्य करती रहती है। कोरोना काल में जब विधायक और कार्यकर्ता पार्टी के निर्देशों के अनुरूप सेवा का कार्य कर रहे हैं, तब भाजपा में फूट दिखाने के लिए कुछ लोगों के दम पर वसुंधरा रसोई चलवाई जा रही है।