21 अप्रैल को प्रदेश में ‘‘अप्रेन्टिसशिप मेले’’ का आयोजन-डा0 नवनीत सहगल

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21 अप्रैल को प्रदेश के समस्त जनपदों में भव्य ‘‘अप्रेन्टिसशिप मेले’’ का आयोजन,मेले में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक युवाओं का रजिस्टेªशन कराने के निर्देश।

अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत युवाओं को उद्योगों, अधिष्ठानों एवं एमएसएमई मंे व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आगामी 21 अप्रैल को प्रदेश के समस्त जनपदों में भव्य ‘‘अप्रेन्टिसशिप मेले’’ का आयोजन किया जायेगा। अप्रेन्टिसशिप मेला प्रत्येक जनपद के नोडल राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने मेले में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक युवाओं का रजिस्टेªशन कराने के निर्देश भी दिए।


अपर मुख्य सचिव लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में अप्रेन्टिसशिप मेले के आयोजन की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेले के सफल आयोजन हेतु सभी जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति मंे जनपद के नोडल प्रधानाचार्य, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा उपायुक्त जिला उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन केन्द्र को संयुक्त रूप से सदस्य सचिव बनाया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि यथाशीघ्र मेले के आयोजन हेतु आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली जायें। औद्योगिक विकास विभाग का सहयोग लेकर औद्योगिक इकाइयों, प्राधिकरणों व अन्य अधिष्ठानों में अभ्यर्थियों को अधिकाधिक संख्या में शिक्षुता प्रशिक्षण की व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाये।


डा0 सहगल ने यह भी निर्देश दिए कि जनपदों में संचालित समस्त निजी उद्योग/अधिष्ठान तथा एमएसएमई जो शिक्षुता प्रशिक्षण प्रदान किये जाने की श्रेणी में आते हैं, उनकी सूची तैयार करे। साथ ही उन सभी इकाइयों का राष्ट्रीय पोर्टल पर पंजीकरण करायें। उद्योगों एवं अधिष्ठानों में शिक्षुओं की रिक्तियांें को आगणित कराकर पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाय। इस कार्य में औद्योगिक संगठनों से यथा संभव सहयोग भी प्राप्त किया जाय। उन्होंने कहा कि उद्योगों से फीडबैक प्राप्त कर अधिक उपयोगिता वाले कोर्स को प्राथमिकता दी जाय। जहां जिस टेªड की ज्यादा मांग है, वहां उसी ट्रेड में प्रशिक्षण कराया जायेगा, ताकि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले को आसानी से रोजगार मिल जाये।बैठक में विशेष सचिव, एमएसएमई प्रदीप कुमार उपस्थित थे एवं सभी जनपदों के उपायुक्त उद्योग ऑनलाइन जुड़े थे।