भाजपा राज में राम नाम पर लूट-डॉ0 संजय सिंह

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आप सांसद संजय सिंह का बयान-

चंदा चोरी के चलते भगवान राम के मंदिर निर्माण में रोक लगी हुई है। आखिर मैं। पूछना चाहता हूं कि इस भरस्टाचार की जांच होगी कि नही। कल संतो ने एक मीटिंग की वह पर बोला गया कि हम राम के भक्त है बच्चो की तरह है। लेकिन ये बीजेपी नेता क्या कर रहे जमीन घोटाले कर रहे। 20 लाख की जमीन ढाई करोड़ में बेच दी गई।

आचार्य देवेन्द प्रसाद के पास बूजेपी का मेयर जाता है वो 20 लाख में जमीन देते है लेकिन उसी जमीन को मेयर और उसका रिश्तेदार करोड़ो में बेच देते है। इसमे राजस्व का नुकसान हुआ, स्टाम्प गघोटाला किया गया। इसमे अधिकारी यो की भी जांच होनी चाहिए।

एक दादी ने जमीन दान में दी लेकिन ट्रस्ट के सदस्य ने एक करोड़ में बेच दी। इसमे अनिल कुमार मिश्रा थे। जबकि दीप दान ने जमीन बेसह दी। इसमे भी गवाह अनिल और पहले प्रकरण में भी यही गवाह थे। अनिल कोई आम आदमी नही है। ये जमीन ट्रस्ट के चंपत जी को भेजी गई जिसकी मलिकुलयत 92 लाख है। 5 करोड़ साठ लाख में बेची गई। बीजेपी के नेता को सस्ती जमीन मिलती है। ये लोग कई गुना महंगी बेच रहे। इसमे खतरनाक बात है कि इसमे भी अनिल मिश्र गवाह ये है। ये ट्रस्ट के सदस्य है इन्हें पीएम ने मंदिर बनवाने की जिम्मेदारी दी।

बृजमोहन दस ने ये जमीन बेची है। उन्हें डीएम ने कहा है कि इनकी है ही नही और ट्रस्ट को इन्होंने ये जमीन बेसह दी। 1 करोड़ 53 लाख में बेच रहे है। अनिल मंदिर की जगह अपना आलीशान बनाने में जुट गए जिन्हें मंदिर बनाने की जिम्मेसरी पीएम ने दी थी। ट्रस्ट की जरूरत और मंदिर के नाम पर आचार्य देवेंद्र प्रसाद ने ये नजूल जमीन थी जिसे दी। लेकिन इस जमीन को करोड़ो में मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी नेताओं ने बेचा।

आचार्य देवेंद्र प्रसाद का बयान पीसी में सुनवाया जा रहा है।

इस पूरे घोटाले की जांच होनी चाहिए गहनता के साथ। 5 करोड़ 80 लाख में बृजमोहन दास से ये जमीन खरीदी गई। कई दिन होने के बाद भी आज तक इस प्रकरण की जांच शुरू नही की गई। डेढ़ वर्ष में जो भाजपाई मंदिर निर्माण की नींव नही रख पाए। मुझे बता रहे है कि मैं मंदिर निर्माण में रोड़े अटका रहा हूँ। मंदिर निर्माण में यदि कोई रोड़े अटका रहा है तो खुद ये बीजेपी के नेता है जिनकी चंदा चोरी मंदिर निर्माण न होने की वजह है।