कदम-कदम पर अन्नदाता का शोषण

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विजय का संकल्प PDA गठबंधन
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राजेन्द्र चौधरी

भाजपा की किसान विरोधी नीतियों के चलते अन्नदाता का हर कदम पर शोषण हो रहा है। अखिलेश यादव ने कहा है कि इन दिनों आलू किसानों पर भाजपाराज कहर बनकर टूटा है। बदहाल आलू किसान होली पर भी अपनी फसल कोल्ड स्टोर में रखने के लिए कतार में जूझते रहे, मुख्यमंत्री जी इस सबसे बेसुध हैं। आलू किसान को फसल के कम दाम मिल रहे हैं जबकि लागत बढ़ रही है। किसान मायूसी और परेशानी में जी रहा है।


समाजवादी पार्टी यह मांग करती रही है कि किसानो को उनकी हर फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिलना चाहिए। भाजपा सरकार किसानों के हितों की संरक्षक बनने के बजाय पूंजीघरानो को संरक्षण देती है। धान, गेहूं के क्रय केन्द्रों में अव्यवस्था रहती है, बहुराष्ट्रीय कंपनियां किसानों की फसल औने पौने दाम पर खरीद लेती है। किसान मजबूरी में बेचे नहीं तो क्या करें…? भाजपा ने आलू किसानों से खरीद एमएसपी पर करने के बजाय राहत के तौर पर 650 रूपये प्रति कुंतल आलू की खरीद के दाम तय किए हैं। ट्रैक्टर ट्राली के भाडे़ से लेकर खाद, दवा, सिचाई, टोकनमनी और स्टोर चार्जेज के अलावा किसान के श्रम को भी जोड़ दिया जाए तो आलू कम से कम 1500 रूपये प्रति कुंतल की दर से खरीदा जाना चाहिए

अखिलेश ने कहा कि अमेरिका ने सड़क बनाई और सड़क ने अमेरिका बनाया। ये कहते हैं कि अमेरिका की तरह सड़क बनाएंगे। मैं पूछता हूं क्या तय समय में गंगा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। दिल्ली वालों ने यूपी को किस एक्सप्रेस-वे के लिए बजट दिया। 27470 करोड़ पीडब्ल्यूडी का बजट था, 7570 करोड़ ही खर्च कर पाए।

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समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने सरकार द्वारा ₹650 प्रति कुंटल आलू की खरीद को बताया किना काफी है श्रीमान आलू के किसानों को कम से कम 15 सो रुपए कुंटल का रेट देना चाहिए क्योंकि ₹2500 कुंटल तो खाली बीज आता है

आलू कम से कम 1500 रुपये प्रति कुंतल की दर से खरीदे सरकार 


ट्रैक्टर ट्राली के भाडे़ से लेकर खाद, दवा, सिचाई, टोकनमनी और स्टोर चार्जेज के अलावा किसान के श्रम को भी जोड़ दिया जाए तो ​​आलू कम से कम 1500 रूपये प्रति कुंतल की दर से खरीदा जाना चाहिए। इन दिनों बाराबंकी में 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल से आलू की बंपर उपज हुई है। किसान को न तो वाजिब दाम मिल रहे हैं और नहीं आलू भंडारण का सही इंतजाम है। किसान की रात कोल्ड स्टोरेज के बाहर बीत रही है। टोकन के बाद भी तय समय पर आलू उतरवाया नहीं जाता है। किसान कहां फरियाद करे। भाजपा सरकार ने किसानों की उपेक्षा करते हुए खेती को पूरी तरह से बर्बाद और अलाभकारी बना दिया है। घाटे में डूबा किसान कैसे अगली फसल की बुवाई के बारे में सोचेगा। 

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ 4 प्रतिशत बेरोजगारी दर बताई जा रही है। इसका मतलब क्या 90 प्रतिशत बेरोजगारों को रोजगार मिल गया है? गैस सिलेंडर, दूध, आटा, दाल सब महंगा हो गया है। महंगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। बीजेपी के पास महंगाई कम करने का कोई भी जवाब नहीं है।  प्रदेश का किसान छला गया है। उसको न तो एमएसपी मिली नहीं उसकी आय दोगुनी हुई। गन्ना किसान को बकाया भुगतान भी नहीं मिला। बीजेपी ने जिस उद्योगपति को बढ़ाया था और दुनिया में नंबर 2 पर पहुंचा दिया था, वह 20 लाख करोड़ रुपये के घाटे में चला गया है।


इन दिनों बाराबंकी में 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल से आलू की बंपर उपज हुई है। किसान को न तो वाजिब दाम मिल रहे हैं और नहीं आलू भंडारण का सही इंतजाम है। किसान की रात कोल्ड स्टोरेज के बाहर बीत रही है। टोकन के बाद भी तय समय पर आलू उतरवाया नहीं जाता है। किसान कहां फरियाद करे, अधिकारी गूंगे-बहरे हो गए है। भाजपा सरकार ने किसानों की उपेक्षा करते हुए खेती को पूरी तरह से बर्बाद और अलाभकर बना दिया है। घाटे में डूबा किसान कैसे अगली फसल की बुवाई के बारे में सोचेगा? किसानों की आय दोगुनी करने का झांसा देने वाली भाजपा सरकार को आलू ही सन् 2024 के लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त दिलाएगा। कदम-कदम पर अन्नदाता का शोषण