G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक

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G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक
G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक

भारतीय अध्यक्षता के तहत तीसरी G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक। G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक

तीसरी जी20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप यानी विकास कार्य समूह (डीडब्ल्यूजी) की बैठक का औपचारिक खंड 09 मई 2023 को ताज रिज़ॉर्ट एंड कन्वेंशन सेंटर (टीआरसीसी), गोवा में शुरू हुआ। 09 से 11 मई 2023 तक आयोजित होने वाली इस बैठक में जी20 सदस्यों, 9 आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संगठनों के 80 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के डीडब्ल्यूजी के सह-अध्यक्ष – विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव नागराज के. नायडू और ईनम गंभीर कर रही हैं।

विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि के एक वीडियो संबोधन के साथ यह बैठक शुरू हुई। अपने संबोधन में उन्होंने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया और इस बात पर जोर देते हुए बताया कि भारत ने डीडब्ल्यूजी के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा रखा है जिसका उद्देश्य समावेशी और टिकाऊ विकास लाना और एसडीजी की उपलब्धि को सबसे आगे रखना है। रवि ने कहा कि विकास हेतु डेटा के लिए उच्च स्तरीय सिद्धांतों (एचएलपी), एलआईएफई के लिए एचएलपी, और एसडीजी में तेज प्रगति पर कार्य योजना सहित भारत द्वारा प्रस्तावित परिणाम दस्तावेज़ सीधे नेताओं के स्तर के दस्तावेज़, हरित विकास समझौता में शामिल होंगे जिसे सितंबर महीने में होने वाले नेताओं के शिखर सम्मेलन में अपनाया जाएगा। उन्होंने डीडब्ल्यूजी से आम सहमति दस्तावेजों की दिशा में काम करने का आग्रह किया और सभी प्रतिनिधिमंडलों से समर्थन का अनुरोध किया।

G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक

एलआईएफई पर विकास के लिए डेटा और एचएलपी पर सत्रों में परिणाम दस्तावेजों की भाषा को अंतिम रूप देने के लिए विस्तृत और आकर्षक चर्चा और बातचीत देखी गई जो विकास एजेंडे पर एक साथ काम करने के लिए जी20 की मजबूत सामूहिक इच्छा को दर्शाती है। सत्र के दौरान कई मुद्दों पर आम सहमति बनाने में संतोषजनक प्रगति हुई। सुबह औपचारिक बैठक शुरू होने से पहले भारत की महिलाओं के नेतृत्व वाली पहलों को प्रदर्शित करती एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। प्रदर्शनी “ईसीएचओ-इको” यानी ‘सुरक्षित जलवायु और स्वास्थ्य के साथ ऐसी अर्थव्यवस्था जो अधिक से अधिक अवसरों की ओर ले जाती है’ की थीम पर आधारित है।

इस प्रदर्शनी का आयोजन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से किया था। प्रदर्शनी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी ने तैयार किया था और इसमें महिला उद्यमियों बनाए गए उत्पादों जैसे हथकरघा और कपड़े, हस्तशिल्प; चाय, मसाले, आयुर्वेदिक उत्पाद और मिलेट आधारित खाद्य पदार्थों, को प्रदर्शित किया गया था। बैठक में शामिल सभी डीडब्ल्यूजी प्रतिनिधियों ने प्रदर्शनी का दौरा किया और 3डी होलोग्राम के साथ जीवंत प्रदर्शनों, टिकाऊ उत्पादों और शानदार डिजिटल अनुभव की सराहना की। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी समय निकालकर प्रदर्शनी का दौरा किया और महिला उद्यमियों से बातचीत भी की।

बैठक स्थल पर सेरेनडिपिटी आर्ट्स द्वारा एक उत्कृष्ट कला और शिल्प प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और डीडब्ल्यूजी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया। इसमें भारत के विभिन्न हिस्सों से समृद्ध और विविध शिल्प परंपराओं को प्रदर्शित किया, जिन्होंने कई सांस्कृतिक पहचानों को आकार दिया है और आधुनिक डिजाइन तत्वों के नए संयोग के माध्यम से इसे फिर से और भी बेहतरीन किया जा रहा है।कार्यक्रम का समापन एक सांस्कृतिक संध्या और बेहतरीन दावत के साथ हुआ, जिसमें जी20 डीडब्ल्यूजी के प्रतिनिधियों ने गोवा सरकार और भारत सरकार के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ इस शानदार प्रदर्शन का आनंद लिया। इसमें गोवा की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत की एक झलक देखने को मिली।