MSME तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग का रोजगार सृजन में अच्छा कार्य: मुख्यमंत्री

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  • मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन ऋण मेले में 31,542 एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को 2505.58 करोड़ रु0 का ऋण वितरण किया।
  • प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया।
  • एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में रिलीफ मिलते ही एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के लिए ऑनलाइन ऋण मेले का आयोजन सराहनीय।
  • राज्य स्तर पर आयोजित ऋण मेले की तर्ज पर ही एक महीने केअन्दर सभी 75 जनपदों में भी ऋण मेले का आयोजन किया जाए,इनसे प्रभारी मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक को भी जोड़ा जाना चाहिए।
  • सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होेने के बावजूद राज्य में बेरोजगारी की दर सबसे कम, 04 लाख से अधिक युवाओं को राजकीय सेवाओं में नियोजितकिया गया, एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से 1.5 करोड़ रोजगार सृजित किये,अन्य उपायों के माध्यम से स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया गया।
  • एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों को उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए।
  • राज्य के युवा एवं यहां वापस आए श्रमिक व कारीगर अपनी उद्यमिता से प्रदेश को लाभ पहुंचा रहे, उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहा।
  • कोरोना संक्रमण काल में जीवन को बचाने के लिए वैक्सीनेशनतथा जीविका बचाने के लिए आत्मनिर्भर भारत सबसे महत्वपूर्ण आत्मनिर्भर भारत अभियान को साकार करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना,प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि संचालित किए जा रहे।
  • बड़ी संख्या में महिलाओं के स्वरोजगार कार्यक्रम से जुड़ने से मिशन शक्ति कार्यक्रम सुदृढ़ होगा।
  • विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत 05 लाभार्थियों को निःशुल्क उन्नत टूल किट वितरण,ओ0डी0ओ0पी0 सामान्य सुविधा प्रोत्साहन योजनान्तर्गत 09 जनपदों में 73.54 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित होने वाले सामान्य सुविधा केन्द्र का शिलान्यास।
  • ओ0डी0ओ0पी0 सी0एफ0सी0 योजना केपोर्टल  diupmsme.upsdc.gov.in का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने जनपद भदोही, आगरा एवं गाजियाबाद केसामान्य सुविधा केन्द्रों से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथाविभिन्न स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थियों से संवाद किया।
  • एक जनपद एक उत्पाद योजना के मुख्यमंत्री के विज़न की चर्चा देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में हो रही।

लखनऊ। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग (एम0एस0एम0ई0) ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है। एम0एस0एम0ई0 विभाग ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में रिलीफ मिलते ही एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के लिए ऑनलाइन ऋण मेले के आयोजन का सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर आयोजित ऋण मेले की तर्ज पर ही एक महीने के अन्दर सभी 75 जनपदों में भी ऋण मेले का आयोजन किया जाए, इन आयोजनों से प्रभारी मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक आदि को भी जोड़ा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित  ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रथम चरण में भी एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा बैंकों के साथ समन्वय करके एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को सुदृढ़ करने के लिए बड़ी मात्रा में ऋण वितरण कराया था, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित हुए। सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होेने के बावजूद राज्य में बेरोजगारी की दर सबसे कम है। राज्य सरकार ने 04 लाख से अधिक युवाआं को राजकीय सेवाओं में नियोजित किया है। एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से 1.5 करोड़ रोजगार सृजित किये गये। साथ ही, अन्य उपायों के माध्यम से स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं में असीम क्षमता है। इन्हें प्लेटफाॅर्म सुलभ कराए जाने की आवश्यकता है। एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों को उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। राज्य के युवा एवं यहां वापस आए श्रमिक व कारीगर अब अपनी उद्यमिता से प्रदेश को लाभ पहुंचा रहे हैं। उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत के अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी में संसाधन कम पड़ जाते हैं। कोरोना महामारी के सामने दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें पस्त हो गयीं, किन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने मजबूती से कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई लड़ी तथा दुनिया के तमाम देशों से ज्यादा सुरक्षित स्थिति में रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा दवा, वेण्टीलेटर, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन के माध्यम से भरपूर सहयोग किया गया। किसी महामारी के विरुद्ध पहली बार इतनी जल्दी मात्र 09 महीने में वैक्सीन बना ली गयी। 16 जनवरी, 2021 से भारत में हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वाॅरियर्स का वैक्सीनेशन प्रारम्भ हो गया। इसके परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण की सेकेण्ड वेव का मजबूती से सामना किया जा सका।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सम्बन्ध में कोरोना संक्रमण को लेकर अनेक आशंकाएं व्यक्त की गयी थीं। कहा जा रहा था कि यहां प्रतिदिन डेढ़ लाख केस आएंगे। मई के अन्त तक एक्टिव मामलों की संख्या 30 लाख से अधिक होगी। राज्य सरकार द्वारा सभी के सहयोग एवं सामूहिक प्रयास से संक्रमण पर नियंत्रण  में  सफलता प्राप्त की। स्वयं मैंने एवं मंत्रिगण ने प्रदेश भ्रमण किया। राज्य में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 03 लाख 10 हजार तक सीमित रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 24 घण्टे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मात्र 208 मामले आए हैं। एक्टिव मामलों की संख्या भी 3600 से कम है। यह याद रखा जाना चाहिए कि कोरोना वायरस समाप्त नहीं हुआ है। संक्रमण से बचाव के लिए अभी भी पूरी सतर्कता व सावधानी बरतें जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना समाप्त नहीं होता, तब तक टेस्टिंग की कार्यवाही जारी रहेगी। लोगों का वैक्सीनेशन भी किया जाता रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार जीवन एवं जीविका बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। कोरोना वैक्सीनेशन इसके संक्रमण के विरुद्ध सुरक्षा कवच है। जीवन को बचाने के लिए वैक्सीनेशन तथा जीविका बचाने के लिए आत्मनिर्भर भारत सबसे महत्वपूर्ण है। आत्मनिर्भर भारत अभियान को साकार करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में महिलाओं के स्वरोजगार कार्यक्रम से जुड़ने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इससे मिशन शक्ति कार्यक्रम भी सुदृढ़ होगा।

 ऑनलाइन  स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के तहत  ऑनलाइन  ऋण मेले में 31 हजार 542 एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को मुख्यमंत्री ने 2505.58 करोड़ रुपये का ऋण वितरण तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत 05 लाभार्थियां को निःशुल्क उन्नत टूल किट भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा इस अवसर पर ओ0डी0ओ0पी0 सामान्य सुविधा प्रोत्साहन योजनान्तर्गत 09 जनपदों-भदोही, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मीरजापुर, मैनपुरी, मऊ, आगरा, बिजनौर तथा मुजफ्फरनगर में 73.54 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से निर्मित होने वाले सामान्य सुविधा केन्द्र (सी0एफ0सी0) का शिलान्यास एवं ओ0डी0ओ0पी0 सी0एफ0सी0 योजना के पोर्टल  diupmsme.upsdc.gov.in  का शुभारम्भ भी किया गया।  

कार्यक्रम के दौरान जनपद भदोही, आगरा एवं गाजियाबाद के सामान्य सुविधा केन्द्रों से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा विभिन्न स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थियों से मुख्यमंत्री ने संवाद किया। उन्होंने जनपद भदोही के सामान्य सुविधा केन्द्र से जुड़े भदोही वूलेन एसोसिएशन, जनपद आगरा के सामान्य सुविधा केन्द्र से सम्बन्धित आगरा शू आर्टिजन्स एसोसिएशन तथा जनपद गाजियाबाद के सामान्य सुविधा केन्द्र से सम्बद्ध ए0के0जी0 फाउण्डेशन फाॅर इनोवेशन एण्ड प्रोडक्ट डेवलेपमेन्ट के प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए कहा कि एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के उद्यमी एवं कारीगर अपने परिश्रम से प्रदेश को एक नई ऊंचाई की ओर ले जा रहे हैं। राज्य सरकार इन इकाइयों की हर सम्भव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के जनपद गोरखपुर के लाभार्थी शम्सुद्दीन मोहम्मद, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की जनपद वाराणसी की लाभार्थी मंदाकिनी प्रकाश, जनपद ललितपुर के लाभार्भी आकाश जैन, जनपद मथुरा के लाभार्थी अनुष्का, एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के जनपद प्रयागराज के लाभार्थी स्वास्तिक गुप्ता तथा जनपद कानपुर देहात के लाभार्थी ज्ञान सिंह कुशवाहा से भी संवाद किया।

कोरोना काल में संजीवनी बनी मनरेगा योजना-संयोगिता सिंह चौहान


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व  में  एम0एस0एम0ई0 विभाग ने विगत 04 वर्षों में स्थानीय हुनर के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित किये हैं। मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में तकनीक का इस्तेमाल करते हुए  ऑनलाइन  स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के माध्यम से एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को व्यापक पैमाने पर ऋण वितरण किया गया। देश भर में इस पहल की चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री जी द्वारा स्वयं राज्य की एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को ऑनलाइन  ऋण वितरण किया गया है।


एक जनपद एक उत्पाद योजना के मुख्यमंत्री जी के विज़न की चर्चा देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में हो रही है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश में बड़ी संख्या में न केवल रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, बल्कि यहां से होने वाले निर्यात में  भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विगत 04 वर्षाें में विभिन्न इकाइयों को 02 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण किया गया है। साथ ही, 02 करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर भी सृजित किये गये हैं।


अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि यह इस वर्ष का पहला  ऑनलाइन   स्वरोजगार संगम कार्यक्रम है। इस अवसर पर 31 हजार 542 एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को 2505.58 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया जा रहा है। विगत वर्ष कोरोना के समय भी बैंकों के सहयोग से 34 हजार से अधिक एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को 73 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण किया गया था। इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष ऋण वितरण के साथ ही सामान्य सुविधा केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। यह केन्द्र हस्तशिल्पियों, छोटे उद्यमियों के लिए अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे।इस अवसर पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि एवं लाभार्थीगण उपस्थित थे।