बिजली का व्यौरा सार्वजनिक करे सरकार-अंशू अवस्थी

83

◆ भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल, मुख्यमंत्री की अदूरदर्शिता से कोयले की कमी से उपजा बिजली संकट, एनर्जी एक्सचेंज से खरीदी जा रही मंहगी बिजली का व्यौरा सार्वजनिक करे सरकार।
◆ भाजपा सरकार समय रहते कोयला खरीदने के बजाए, जनता के पैसे को होर्डिंग बैनर लगाकर झूठे प्रचार और प्रोपोगेंडा फैलाने में बर्बाद करती रही।
◆ मुख्यमंत्री और सरकार की अक्षमता के चलते मंहगी बिजली खरीदने से हो रहा हजारों करोड़ का अतिरिक्त राजस्व नुकसान।
◆ आगामी एक दिवसीय विधानसभा सत्र में कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को विधानसभा में उठायेगी।

लखनऊ। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो चुकी है, उत्तर प्रदेश की जनता ने इतने भरोसे के साथ वोट दिया था उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाएंगे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी कि सरकार की अदूरदर्शिता और मुख्यमंत्री श्री आदित्य नाथ जी अक्षमता की वजह से आज प्रदेश में भारी बिजली संकट पैदा हो गया है। भाजपा सरकार की गलती की वजह से खरीदी जा रही मंहगी का बोझ आम जनमानस पर कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। आगामी एक दिवसीय विधानसभा सत्र में कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को विधानसभा में उठायेगी। कांग्रेस पार्टी मांग करती है वर्तमान में जो उत्तर प्रदेश में बिजली का संकट और कोयले की कमी पैदा हुई है उसको लेकर शीघ्र ही एक जांच कमेटी बनाई जाए और जो भी दोषी लोग हैं उन्हें दंडित किया जाए।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के डिजिटल मीडिया संयोजक/ प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बयान जारी कर कहा कि सरकार की अदूरदर्शिता के कारण प्रदेश में समय रहते कोयले की खरीद और भण्डारण नहीं किया गया, जिससे उत्पन्न बिजली के संकट को आम प्रदेश का जनमानस भुगत रहा है साथ में ग्रामीण अंचल में छोटे-मझोले उद्योग धंधों पर भारी असर पड़ा है। एक तरफ भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जी प्रदेश में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति का झूठा दावा करते रहे वहीं दूसरी तरफ बिजली का उत्पादन घटता चला गया। भाजपा सरकार की गलती की वजह से जनता की मेहनत की कमाई के राजस्व से महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। इस अतिरिक्त राजस्व नुकसान के लिए सीधे भाजपा सरकार दोषी है। प्रदेश में औसतन 20000 मेगावाट की रोजाना डिमांड के सापेक्ष उत्पादन पहले से कम होने बावजूद सरकार ने उत्पादन बढ़ाने को लेकर कोई ठोस प्रयास नहीं किये।

भाजपा सरकार की जन विरोधी सोच पिछले साढे़ चार साल से परिलक्षित होती रही, चाहे कोरोना महामारी के समय लोगों को आक्सीजन और बेड न मिल पाना हो, प्रदेश के लोगों की आय घटकर आधी रहने का विषय हो, या नौजवानों को रोजगार न दे पाना, या अपराध नियंत्रण न करना और अब बिजली का संकट। सरकार जनता के पैसे को होर्डिंग बैनर लगाकर झूठा प्रचार कर बर्बाद करती रही। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी और भाजपा सरकार जवाब दें कि आखिर उन्होंने समय रहते बिजली के संकट पर तत्परता क्यों नहीं दिखाई। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि एनर्जी एक्सचेंज से खरीदी जा रही मंहगी बिजली का व्यौरा सार्वजनिक किया जाए।