सरकार जितनी संवेदनशीलता दिखा रही उतनी संवेदनशील है नहीं….?

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अखिलेश ने कहा कि इतनी घटनाएं हो रही हैं, फिर जीरो टॉलरेंस की बात समझ में नहीं आती है। 1090 और डायल 112 के आंकड़े क्या कह रहे हैं, बता दें। देश और प्रदेश के आंकड़े देखें तो महिला अपराधों में यूपी सबसे आगे है। प्रदेश सरकार आंकड़े नहीं मांन रही है। प्रयागराज में पूरा का पूरा परिवार खत्म हो गया अपराधी अभी तक नहीं पकड़े गए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि प्रयागराज में ये पहली घटना नहीं है और भी घटनाएं हो चुकी हैं। सरकार जितनी संवेदनशील होनी चाहिए उतनी है ही नहीं। नेता सदन को कहना पड़ा कि आप लोग दलाली छोड़ दो तो अधिकारी सुधर जाएंगे, 5 साल तक दलाली चलती रही लेकिन नेता सदन को पता नहीं चला। मुझे अच्छा लगा नेता सदन ने सच बोला, सरकार और प्रशासन अपराधियों के साथ खड़ा हो जाएगा तो न्याय कैसे मिलेगा। पुलिस दबिश करने जाती है कि दबंगई करने जाती है.?

अखिलेश ने कहा कि यदि हम देश और यूपी के आंकड़े देखें तो महिला अपराधों में यूपी सबसे आगे है। यदि सरकार इसे नहीं मानती तो सरकार बताए कि डॉयल-112 और 1090 के आंकड़े क्‍या कहते हैं? अखिलेश ने कहा कि ‘ललितपुर में जब नेता सदन (मुख्‍यमंत्री) से अधिकारियों की शिकायत हुई तो उन्‍होंने कहा कि आप दलाली छोड़ दो हम अफ़सर सुधार देंगे। पांच साल दलाली चलती रही लेकिन मुख्‍यमंत्री जी को पता ही नहीं लगा। उन्‍होंने सवाल उठाया-सिद्धार्थनगर में क्या हुआ? पुलिस ने घटना को क्या रूप दिया? बलिया में बेटी को पुलिस ने इतना पीटा की जान की जान चली गई।’कानून-व्‍यवस्‍था पर सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्‍होंने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि अब प्रदेश में कानून राज है। हर वर्ग सुरक्ष‍ित है। बहुत लोगों ने गर्मी दिखाने की कोशिश की लेकिन उनकी गर्मी शांत हो गई है।

योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष इस बात को जानते भी हैं और समझते भी हैं कि कार्रवाई हुई है। उन्‍होंने कहा कि यदि आप पूरे देश के अंदर घटित होने वाले मामलों की संख्‍या को आप पाएंगे कि 2012 से 2017 के बीच में विभिन्‍न प्रकार के जो अपराध हुए थे उनमें अब भारी गिरावट आई है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सपा सरकार हर उस अपराधी का समर्थन करती रही जो प्रदेश में अराजकता के पर्याय था। गुंडागर्दी जिनका पेशा बन चुका था। विगत पांच वर्षों के अंदर प्रदेश में कानून-व्‍यवस्‍था के बेहतर माहौल ने ही इस सरकार को फिर से व्‍यापक जनसमर्थन दिया है। प्रत्‍यक्ष को किसी प्रमाण की आवश्‍यकता नहीं होती। चुने गए सदस्‍य इस बात के प्रमाण हैं कि जनता ने इन्‍हें समर्थन दिया है और आधी आबादी ने जिस भाव से समर्थन दिया है वो अभिनंदनीय है। सरकार अपराध और अपराधियों के मुद्दे पर किसी की परवाह किए बिना अपनी कार्रवाई को जारी रखेगी। सुरक्षा सबको देना सरकार की जिम्‍मेदारी है। कोई सरेआम अपराध करे यह स्‍वीकार्य नहीं है। खासकर महिला अपराधों को लेकर एंटी रोमियो स्‍क्‍वायड की स्‍थापना 2017 में ही सरकार ने किया था। इसके साथ प्रदेश महिला और बच्‍चों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए पाक्‍सो कोर्ट की स्‍थापना भी सरकार ने की।योगी ने कहा कि ये भी बहुत महत्‍वपूर्ण है कि इससे पहले विधानसभा या अन्‍य चुनावों के दौरान और बाद में व्‍यापक हिंसा होती थी। कुछ लोगों ने इस विधानसभा चुनाव और चुनाव सम्‍पन्‍न होने के बाद भी कुछ हरकत की थी लेकिन उस हरकत को कुछ ही घंटों में हम लोगों ने कंट्रोल भी किया है। बहुत सारे लोगों ने लोगों ने गर्मी दिखाने का भी प्रयास किया तो गर्मी भी शांत हो रही है। बहुत अच्‍छे ढंग से हो रही है। यूपी की कानून व्‍यवस्‍था इस देश में नजीर बनी हुई है। 5 साल में कोई दंगा नहीं हुआ जहां 2012 से 2017 के बीच 700 से अधिक बड़े दंगे हुए थे। नई सरकार के गठन के बाद देश के 7 राज्‍यों में दंगे हुए यूपी में कोई दंगा नहीं। हनुमान जयंती के मौके पर भी कोई दंगा नहीं हुआ।

लाउडस्‍पीकर पर बोले योगी – योगी ने आज लाउडस्‍पीकर पर भी विधानसभा में अपनी बात रखी। उन्‍होंने कहा कि हमारे पास लगातार शिकायतें आती थीं। नवजात शिशुओं की माताओं, विद्यार्थियों, बुजुर्गों की ओर से। आज एक लाख से भी अधिक लाउडस्‍पीकर या तो उतारे गए हैं या उनकी आवाज मद्धिम कर दी गई है। प्रदेश में अलविदा की नमाज भी सड़कों पर नहीं हुई। ईद पर कोई अराजकता नहीं हुई। शांति और सौहार्द से पर्व और त्‍योहार मनाए गए। सीएम योगी ने उन धर्मगुरुओं का अभिनंदन किया जिन्‍होंने शांति व्‍यवस्‍था में अपना योगदान दिया। सीएम ने कहा कि यूपी में पहली बार दो हजार करोड़ रुपए से ज्‍यादा की माफियाओं की जमीन जब्‍त हुई है।

सिद्धार्थनगर की घटना पर सीएम का जवाब – योगी ने कहा कि सिद्धार्थनगर में नेता प्रतिपक्ष गए थे। वहां जितेन्‍द्र यादव नाम के एक व्‍यक्ति ने पुलिस पार्टी के जाने के बाद गोली चलाकर एक निर्दोष मुस्लिम महिला की जान ली थी। उसे पकड़ लिया गया है। सीएम ने कहा कि कुछ लोग षड़यंत्र कर रहे हैं। 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ था तो आजमगढ में जहरीली शराब से मौतें हुई थीं। जब हम तह में गए तो पता चला कि जहरीली शराब के पीछे जो व्‍यक्ति था वो सपा से जुड़ा था। सीएम ने कहा कि उसका नाम ले लूंगा तो आपको और बुरा लग जाएगा।

अखिलेश यादव ने जताई आपत्ति – जहरीली शराब के कारोबारी के सपा से जुड़े होने की बात पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने खड़े होकर आपत्ति जताई उन्‍होंने कहा कि यदि नाम ही लेना है तो पिछले पांच साल में इस तरह के काम से जुड़े हुए सबके नाम लेते? आपको रोका किसने है। उन्‍होंने सिद्धार्थनगर में महिला की मौत पुलिस की गोली से होने का आरोप लगाया और कहा कि ये लोग परिवार को मैनेज करते हैं। इस पर सीएम ने कहा कि एक जिम्‍मेदार पार्टी और पूर्व मुख्‍यमंत्री होने के नाते आपको सदन में पुलिस के मनोबल को तोड़ने वाली कोई बात नहीं कहनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि आज की तारीख में कोई ऐसी घटनाओं को छिपा नहीं सकता।

राजभर बोले-मेरे ऊपर जो दर्ज हो गई एफआईआर – सुभासपा अध्‍यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने खुद पर दर्ज की गई एफआईआर का मामला उठाया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब दिया कि दोनों ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है और मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मेरे ऊपर गलत एफआईआर लिखी गई है। इसी समय सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव खड़े हो गए। उन्‍होंने कहा, ‘ओम प्रकाश राजभरजी आपके साथ भी थे और इस वक्त हमारे साथ आ गए हैं, दुश्मनी की कार्रवाई न की जाए।’ इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि किसी के दिमाग में ऐसी बात न रहे। इस जवाब पर अखिलेश यादव नाराज हो गए और सदन में थोड़ी देर के लिए हंगामा शुरू हो गया। योगी का भाषण खत्म हुआ तो ओम प्रकाश राजभर ने पिछले दिनों अपने ऊपर हुए हमले का मुद्दा सदन में उठाया. पूरी घटना बताते हुए कहा कि जिन लोगों ने मेरे ऊपर हमला किया वो सभी अपराधी शाम होते होते छोड़ दिया गया और मेरे ऊपर मुक़दमा लिखा गया। मुझे मुक़दमे की चिंता नही है मुझे सच्चाई की चिंता है। इसपर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पुलिस की रिपोर्ट आयी है उसमें कहा गया है कि दोनो तरफ़ से विवाद हुआ, इसीलिए दोनो तरफ़ से मुक़दमा लिखा गया है। हम आश्वस्त करना चाहते है कि विवेचना हो रही है दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। राजभर ने कहा मेरे ख़िलाफ़ 3 अलग अलग तहरीर दी गयी,अगर मैं दोषी साबित हुआ तो इसी सदन में इस्तीफ़ा देकर चला जाऊंगा।