गुजरात-महाराष्ट्र को तकनीक के माध्यम से ही मिली उड़ान-अपर मुख्य सचिव

88

[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”इस समाचार को सुने”]

तकनीक से जुड़कर ही साकार होगा ‘सहकारिता से समृद्धि का स्वप्न’,गुजरात-महाराष्ट्र को तकनीक के माध्यम से ही मिली उड़ान।सहकार भारती की ओर से आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने सहकारीजनों को तकनीक से जुड़ने का किया आह्वान।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सहकारी समितियां तकनीक से अछूती होने के कारण हम गुजरात और महाराष्ट्र से बराबरी नहीं कर पा रहे हैं। सहकारिता क्षेत्र में गुजरात और महाराष्ट्र आज आदर्श राज्य के रूप में शीर्ष पर हैं, इसके पीछे उनकी तकनीकी दक्षता है। सहकारिता को तकनीक से जोड़ने का यह सबसे उपयुक्त समय है। हम लोगों को भी सहकारी संस्थाओं और सहकारीजनों को तकनीक से जोड़ने की जरूरत है। तभी हम देश के सहकारिता आंदोलन में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर पाएंगे। उक्त बातें उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव डॉ0 नवनीत सहगल ने कहीं।

डॉ0 नवनीत सहगल, सहकार भारती की ओर से शनिवार को सहकारिता भवन में आयोजित ‘तकनीक से सहकारी समितियों का आधुनिकीकरण’ कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सहकारिता से समृध्दि का स्वप्न तकनीक से जुड़कर ही साकार हो सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सहकारिता को तकनीक से जोड़ने की कोशिश शुरू की है। हमारे यहां सहकारिता के कार्यकलापों में पारदर्शिता नहीं है, इसको खत्म करने के लिए भी तकनीक बड़ा हथियार साबित हो सकती है। वर्तमान समय में इंसान की ताकत सूचना तकनीक है। डॉ0 सहगल ने बताया कि एमएसएमई और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट को सरकार ने तकनीक से जोड़कर काम शुरू किया, जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। इस परियोजना में 75 जिलों के 57 प्रोडक्ट थे जो अब बढ़कर 65 हो गए हैं।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि तकनीक में बिचौलियों की बाजार खत्म होती है। आपके प्रोडक्ट को अच्छा रेट मिलता है। फ्लिपकार्ट ने ओडीओपी का 1 साल में 1 हजार करोड़ का सामान बेचा। अमेज़ॉन ने भी ऐसे ही बेचा होगा। झाँसी में महिलाओं ने मिलकर एक डेयरी शुरू की जिसका टर्नओवर 100-140 करोड़ से ऊपर है। तकनीक से बेहतर कोई माध्यम नहीं है पारदर्शिता लाने का। जीएसटी की जो समस्या आ रही है, वो भी दूर किया जाएगा। निश्चित रूप से इस प्रकार की कार्यशाला सहकार भारती की अच्छी पहल है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जबसे उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली है, यहां की पारदर्शिता आप देख सकते हैं। अब तकनीक के माध्यम से अनुदान राशि सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंच रही है। उसी प्रकार जन्म एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र भी वैसे ही बन जाने के बाद कभी भी तकनीक के माध्यम से कहीं पर भी डाउनलोड किया जा सकता है।इससे पूर्व सहकारिता भवन में कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अथिति अपर मुख्य सचिव डॉ0 नवनीत सहगल, विशिष्ट अतिथि फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त आईएएस रजनीश कुमार, सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र उपाध्याय एवं महामंत्री डॉ0 प्रवीण सिंह जादौन ने श्रद्धेय लक्ष्मण राव इनामदार एवं भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर एमएसएमई, डिजिटलीकरण और ई-कॉमर्स विषयक सहकार भारती और पॉलिसीवॉच फाउंडेशन द्वारा तैयार श्वेत पत्र का विमोचन हुआ।विशिष्ट अतिथि रजनीश कुमार ने कहा कि फ्लिपकार्ट सदैव सहकारी संस्थाओं, उपभोक्ता भंडार, स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री में सहयोग करता है। हम समाज के आर्थिक उन्नयन के लिए सदैव प्रयासरत हैं। इस तरह की कार्यशाला के आयोजन में फ्लिपकार्ट देश भर सहभागिता करता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में सहकार भारती के कार्य अत्यंत सराहनीय है। हम सदैव सहकार भारती के साथ हैं।

कार्यशाला को सिंपली देसी मल्टी स्टेट कोआपरेटिव की निदेशक मधुबाला साबू, सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र उपाध्याय एवं संगठन प्रमुख डॉ0 अरुण सिंह ने संबोधित किया। संचालन प्रदेश महामंत्री डॉ0 प्रवीण सिंह जादौन ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक राय, प्रदेश उपाध्यक्ष हीरेंद्र मिश्र, प्रदेश संपर्क प्रमुख अशोक शुक्ल, प्रदेश महिला प्रमुख शारदा सिंह, कोषाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह चौहान, प्रदेश मंत्री कृष्ण कुमार ओझा, सोशल मीडिया प्रभारी डॉ. अतुल मोहन सिंह, प्रदेश कार्यालय प्रमुख आदर्श श्रीवास्तव, कार्यालय प्रमुख सतीश दीक्षित विपणन प्रकोष्ठ प्रमुख सुरेंद्र सिंह चौहान,लखनऊ महानगर अध्यक्ष पियूष मिश्रा, महामंत्री संजय चौहान, रवितेश जी ,विशाल कपूर ,संजय श्रीवास्तव ,सर्वेश यादव, रामप्रकाश जी ,केशव ओझा,शिशुपाल जी, देवजीत पांडे एवं प्रदेश भर के समस्त पदाधिकारी एवं जिलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

[/Responsivevoice]