H3N2 वायरस पैर पसार रहा

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H3N2 वायरस पैर पसार रहा
H3N2 वायरस पैर पसार रहा

H3N2 वायरस पैर पसार रहा ,H3N2 वायरस ने पैर पसारने शुरू किया कर्नाटक में एक की मौत,देश में कोविड की तरह फैल रही नई बला H3N2 इन्फ्लूएंजा (Influenza) ने देश में  पैर पसारने शुरू कर दिए है। पहली बार इस H3N2 इन्फ्लूएंजा (Influenza) से मौतों की खबर भी सामने आई है।

कोरोना के बाद अब H3N2 वायरस (इन्फ्लूएंजा वायरस) ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। H3N2 वायरस से देश में पहली मौत दर्ज की गई ह। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, कर्नाटक के हासन में एक व्यक्ति की मौत H3N2 वायरस से हुई है। हालांकि, अभी मरीज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।कोरोना के बाद H3N2 वायरस का कहर लोगों को डराने लगा है। इसे देखते हुए केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय तमाम राज्‍यों में स्थिति पर नजर बनाए हुए है। आईसीएमआर ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को एहतियात के तरीकों के बारे में बताया गया है। सबसे बड़ी बात यह कही गई है कि मार्च के अंत तक सीजनल इन्‍फ्लुएंजा में गिरावट आने के आसार हैं।


डॉक्टर्स के मुताबिक इन्फ्लुएंजा के अधिकतर मरीजों में एक जैसे लक्षण हैं

H3N2 इन्फ्लूएंजा के प्रकोप ने पूरे देश में चिंता बढ़ा दी है। इन्फ्लूएंजा के मामले ऐसे वक्त पर सामने आ रहे हैं, जब तीन साल बाद देश कोरोना महामारी से उबर था। बच्चे और बुजुर्ग तेजी से वायरल की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक इन्फ्लुएंजा के अधिकतर मरीजों में एक जैसे लक्षण हैं। जैसे खांसी, गले में संक्रमण, शरीर में दर्द, नाक से पानी आना।

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कर्नाटक केस की जानकारी सामने आई है। 82 वर्षीय मरीज़ की एक मार्च को मौत हुई थी। वह डायबिटीज और हाइपरटेंशन का मरीज था। जांच के दौरान उनका सैंपल लिया गया था। 6 मार्च को सामने आया कि वह H3N2 से संक्रमित था। हालाँकि हरियाणा के मरीज़ वाले मामले की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। 

सावधान रहने की जरूरत है पहले से बीमार लोगों को

इसे लेकर मेडिकल एक्सपर्ट्स अलर्ट मोड में आ गए हैं। वह इसके प्रकोप से निपटने के लिए दिशा-निर्देश और सुझाव दे रहे हैं। जहां एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि H3N2 एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जिसके मरीज हर साल इस समय सामने आते है यह ऐसा वायरस है, जो समय के साथ उत्परिवर्तित होता है।

एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने पिछले दिनों H3N2 इन्फ्लूएंजा से लोगों को सावधान रहने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि यह कोरोना के जैसे ही फैलता है। इससे बचने के लिए मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बार-बार हाथ धोते रहें। बुजुर्गों और पहले से ही किसी बीमारी से परेशान लोगों को इससे ज्यादा परेशानी हो सकती है।डॉ. गुलेरिया का कहना है कि यह इन्फ्लुएंजा वायरस ड्रॉपलेट्स के जरिए कोविड की तरह ही फैलता है। केवल उन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, जिन्हें पहले से ये बीमारी है। एहतियात के तौर पर मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग रखें। हालांकि इससे बचाव के लिए वैक्सीन भी उपलब्ध है

नोएडा में क्लिनिक चलाने वाली बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मेघना पांचाल ने कहा कि आजकल मेरे क्लिनिक में आने वाले अधिकांश रोगियों में इन्फ्लूएंजा के लक्षण होते हैं। अगर हम लोगों से वायरस या इन्फ्लूएंजा की जांच कराने के लिए कहेंगे, तो घबराहट होगी. हम सलाह देते हैं। उन्हें उचित दवा का पालन करने और भोजन की स्वच्छता बनाए रखने के लिए। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे लक्षणों की शिकायत करते हैं, तो माता-पिता को सलाह दी जाती है कि वे संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उन्हें स्कूल न भेजें। उन्हें भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से भी बचना चाहिए। डॉ. मेघना ने गले के संक्रमण को रोकने के लिए अच्छा घर का बना खाना खाने की भी सलाह दी।

COVID-19 और H3N2 में क्या अंतर है..?

एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पीयूष रंजन कहते हैं कि कोविड निचले रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन पथ को प्रभावित करता है। जबकि H3N2 ऊपरी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को प्रभावित करता है। जैसे बुखार, खांसी, सर्दी, गले, नाक और आंखों में जलन का लंबे समय तक बने रहना दर असल, दोनों के लक्षण समान हैं और यह तेजी से फैल रहा है। वहीं, कुछ निजी अस्पताल H3N2 के लिए टेस्ट कर रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि ये जांच अनावश्यक और महंगी है। क्योंकि इसके टेस्ट सरकारी अस्पतालों में नहीं किए जा रहे हैं। जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल H3N2 की जांच के लिए 6000 रुपये तक चार्ज कर रहे हैं। H3N2 वायरस पैर पसार रहा