अजमेर के लोगों की सेवा करने में कसर नहीं छोड़ी-वासुदेव देवनानी

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अजमेर के लोगों की सेवा करने में कसर नहीं छोड़ी-वासुदेव देवनानी
अजमेर के लोगों की सेवा करने में कसर नहीं छोड़ी-वासुदेव देवनानी

20 वर्ष अजमेर उत्तर के लोगों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।जैन संतों के साथ नंगे पैर पैदल भी चला। टिकट चाहने वाले भाजपा नेता तो विरोध करेंगे ही। अजमेर के लोगों की सेवा करने में कसर नहीं छोड़ी-वासुदेव देवनानी

एस.पी.मित्तल

अजमेर उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि गत बीस वर्षों में अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। मैं पहली बार 2003 में विधायक बना और तभी सेवा करता आ रहा हंू। हर परिस्थितियों में उत्तर क्षेत्र के मतदाताओं ने मुझे जीतवाया है। मैंने भी एक सेवक के तौर पर विधायक के पद का निर्वाह किया है। क्षेत्र के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास देखा जा सकता है। जहां तक कुछ इलाकों में पेयजल की समस्या है तो 2013 से 2018 के भाजपा शासन में लोगों को 48 घंटे में पानी की सप्लाई होती रही, लेकिन कांग्रेस के शासन में तीन चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। यह कांग्रेस सरकार का कुप्रबंधन है। बीसलपुर पेयजल परियोजना के द्वितीय चरण की योजना को मंजूरी नहीं देकर कांग्रेस ने अजमेर के साथ अन्याय किया है।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा कार्य उत्तर विधानसभा क्षेत्र में ही हुए हैं, मैंने कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। जिस भी समाज ने मुझे बुलाया मैंने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। विगत दिनों जब दो जैन संतों का अजमेर में मंगल प्रवेश हुआ तो मैं भी उनके साथ दो किलोमीटर नंगे पैर पैदल चला। सिंधी समाज ही नहीं बल्कि वैश्य समाज और पिछड़े वर्ग के समाजों के धार्मिक कार्यक्रमों में भी उपस्थिति दर्ज करवाई है। आज कोई समाज यह नहीं कह सकता है कि निमंत्रण देने के बाद मैं उपस्थित नहीं हुआ। मैं जन्मा भले ही सिंधी परिवार में, लेकिन विधायक के नात मैंने सभी समुदायों का ख्याल रखा है। मेरे व्यवहार को लेकर भी आमतौर पर कोई शिकायत नहीं है। मैंने किसी के साथ भी दुर्व्यवहार नहीं किया। अजमेर उत्तर के लोगों के सुख-दुख में साथ रहा हंू और प्रतिपक्ष में भी रहंूगा। मैं दो बार सरकार में मंत्री रहा, लेकिन मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र से लगातार संपर्क बनाए रखा। देवनानी ने माना कि भाजपा के नेता इस बार उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं, ऐसे वे नेता है जो स्वयं टिक मांग रहे हैं। देवनानी ने कहा कि भाजपा एक अनुशासित संगठन हैं। विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार सोच समझ कर बनाया जाता है।

पार्टी के प्रति वफादारी और मेहनत भी देखी जाती है। कई बार नेता अपने राजनीतिक स्वार्थ के खारित पार्टी से बगावत कर देते हैं, लेकिन फिर से पार्टी में शामिल होकर विधायक बनने का ख्वाब देखते हैं। कुछ लोग अपने कारोबार में व्यस्त रहते हैं और चुनाव आने पर टिकट की मांग करने लगते हैं। मैं 2003 में कॉलेज शिक्षक की नौकरी छोड़कर राजनीति में आया और आज तक राजनीति ही कर रहा हंू। मैंने अब तक चार बार नामांकन दाखिल किया है। मेरे चारों नामांकन पब्लिक डोमेन में हैं। यदि मेरा कोई कारोबार होता तो नामांकन में उल्लेख करता। मुझे विधायक के तौर पर जो वेतन भत्ते मिलते हैं, उसी से गुजारा करता हंू। लोगों से आसानी से मिल सकूं इसके लिए कार ले रखी है। यह कार भी ज्यादातर संगठन के काम ही आती है। आज भी मैं अजमेर के फॉयसागर रोड स्ििात संत कंवरराम कॉलोनी के पुश्तैनी मकान में ही रहता हंू। यदि राजनीति को कारोबार बनाता तो मेरे पास भी होटल, बंगले फैक्ट्री फार्म हाउस, रिसोर्ट और सैकड़ों बीघा भूमि होती।

मैंने राजनीति ईमानदारी के साथ की है, इसलिए आज मेरी छवि गरीब और जनसेवक की है। कांग्रेस तो चाहती है कि मेरे अलावा किसी अन्य को टिकट मिल जाए ताकि जीतना आसान हो। मुझे भी पता है कि कौन लोग कांग्रेस के नेताओं के साथ गुप्त बैठक कर रहे हैं। मैंने पांचवीं बार उत्तर क्षेत्र से अपनी दावेदारी जताई है। संगठन उम्मीदवार बनाएगा तो पांचवीं बार भी जीत हासिल करुंगा। यदि उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो संगठन के निर्देश पर पार्टी का काम करुंगा। मैं संघ से निकल कर भाजपा में आया हंू। मैंने हमेशा संगठन के साथ रहा हंू। आज भी मैं उस कमेटी का प्रदेश संयोजक हंू जो बड़े नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलवाती है। जहां तक मेरी 74 वर्ष की उम्र का सवाल है तो इस पर भी पार्टी को निर्णय करना है। लेकिन मेरी राजनीतिक सक्रियता में कोई कमी नहीं है। यह बात पार्टी के प्रदेश और राष्ट्रीय नेता भी जानते हैं। अजमेर के लोगों की सेवा करने में कसर नहीं छोड़ी-वासुदेव देवनानी