हेल्थ ए0टी0एम0 स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीक का उदाहरण-मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चरगांवा में हेल्थ ए0टी0एम0 सेण्टर का शुभारम्भ किया।जनपद गोरखपुर को हेल्थ ए0टी0एम0 की सुविधा प्रदान की जा रही,हेल्थ ए0टी0एम0 स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीक का उदाहरण। हेल्थ ए0टी0एम0 संचालित करने हेतु कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाए। स्वास्थ्य की सुविधा में हेल्थ ए0टी0एम0 एक निर्णायक भूमिका का निर्वहन करने जा रहा। राज्य सरकार का प्रयास है कि अगले तीन महीने के अन्दर प्रदेश के सभी 4,600 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक हेल्थ ए0टी0एम0 की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज नेे पूरे पूर्वी उ0प्र0 में कोरोना महामारी से बचाने में निर्णायक भूमिका का निर्वहन किया। वर्ष 2017 के बाद सरकार ने धीरे-धीरे मस्तिष्क ज्वर को नियंत्रित किया, इस वर्ष जे0ई0/ए0ई0एस0 के केवल 40 मरीज मिले, जिसमें 07 जापानी इंसेफलाइटिस के थे और एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के आयोजन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतरीन और सुदृढ़ बनाने में मदद मिलती,मुख्यमंत्री ने 15 दिव्यंागजन को ट्राईसाइकिल वितरित की।

गोरखपुर/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चरगांवा में हेल्थ ए0टी0एम0 सेण्टर का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद को हेल्थ ए0टी0एम0 की सुविधा प्रदान की जा रही है। हेल्थ ए0टी0एम0 स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीक का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हेल्थ ए0टी0एम0 संचालित करने हेतु कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाए। हेल्थ ए0टी0एम0 में लगभग 55 प्रकार की जांच एक जगह हो सकती हैं। हेल्थ ए0टी0एम0 से 55 प्रकार की जांच 3 से 5 मिनट में की जा सकेंगी। किसी भी डॉक्टर से पूर्व अप्वॉइण्टमेण्ट लेकर वीडियो कॉल के माध्यम से जांच रिपोर्ट दिखाकर परामर्श प्राप्त किया जा सकता है। हेल्थ ए0टी0एम0 से जनरल बॉडी चेकअप-पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान, वजन आदि की जांच सुविधा मिलेगी। हार्ट से सम्बन्धित मरीजों का चेकअप, डायबिटीज की जांच, हीमोग्लोबिन की जांच, यूरीन की जांच और डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस, कैंसर आदि जांच की सुविधा भी इस मशीन से उपलब्ध करायी जा सकती है। इसके अतिरिक्त, प्रेगनेंसी टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध हो सकती है। हेल्थ ए0टी0एम0 का अधिक लाभ उन ग्रामीण क्षेत्रों में होगा, जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विशेषज्ञ चिकित्सक उतना नहीं देख पाते, जितना सरकार चाहती है। शहरी क्षेत्रों के डॉक्टर, निजी क्षेत्र में प्रैक्टिस करने वालेे डॉक्टर, कॉरपोरेट हॉस्पिटल के डॉक्टर, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर, एम्स के डॉक्टर, कहीं भी किसी संस्थान से जुड़े हुए डॉक्टर वीडियो कॉल के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीज को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने का कार्य कर सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि एक हेल्थ ए0टी0एम0 एक दिन में कम से कम 100 मरीज देख सकता है। राज्य सरकार का प्रयास है कि अगले तीन महीने के अन्दर प्रदेश के सभी 4,600 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक हेल्थ ए0टी0एम0 की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इससे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को बेहतरीन स्वास्थ्य की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में रविवार के दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित किया जाता है और उसमें स्वास्थ्य की सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं। हर रविवार के दिन 2.5 लाख से 4 लाख तक मरीज मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेते हैं। इस प्रकार के आयोजनों से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतरीन और सुदृढ़ बनाने में मदद मिलती है। स्वास्थ्य सुविधा जितनी बेहतरीन होगी, स्वाभाविक रूप से उतनी ही मातृ/शिशु मृत्यु दर को कम करने में सफलता प्राप्त होगी। साथ ही, एक स्वस्थ समाज के निर्माण में मदद मिलेगी।


उत्तर प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर की उपलब्धता के कारण स्वास्थ्य सुविधा में काफी अच्छा सुधार हुआ है। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज नेे पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाने में निर्णायक भूमिका का निर्वहन किया है। सबसे बड़ा कोविड उपचार केन्द्र बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज बना था। स्वास्थ्य की सुविधा में हेल्थ ए0टी0एम0 एक निर्णायक भूमिका का निर्वहन करने जा रहा है। स्वास्थ्य लोकहित से जुड़ा हुआ है और राष्ट्रीय सशक्तिकरण का भी बेहतरीन माध्यम है। लोक स्वास्थ्य का विषय शासन की प्राथमिकताओं में है, यह जनता की प्राथमिकता का भी विषय बनना चाहिए। सरकार जो कार्यक्रम चलाती है, आम जनमानस में उसके प्रति उतनी ही जागरूकता दिखनी चाहिए। जागरूकता के लिये आवश्यक है कि प्रत्येक स्तर पर लोगों को सम्बन्धित विषय की जानकारी दी जाए।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1977 से लेकर वर्ष 2017 तक आंकड़ों के अनुसार 40 वर्षों में लगभग 50,000 मौतें उत्तर प्रदेश में अकेले मस्तिष्क ज्वर से हुईं। वर्ष 2017 के बाद सरकार ने धीरे-धीरे मस्तिष्क ज्वर को नियंत्रित किया। इस वर्ष जे0ई0/ए0ई0एस0 के केवल 40 मरीज मिले, जिसमें 07 जापानी इंसेफलाइटिस के थे और एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हर गांव में आशा वर्कर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करती हैं और यदि किसी को बुखार है, तो तत्काल एम्बुलंेस से अस्पताल पहुंचाकर उसका उपचार कराती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर घर पेयजल योजना के तहत शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है। स्वच्छता के दृष्टिगत हर घर में शौचालयों का निर्माण कराया गया है, ताकि बीमारियां पनपने न पाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 पर वाई-फाई की सुविधा और बेहतर कनेक्टिविटी हो तथा अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 05 लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा है। पात्र जन अपने गोल्डेन कार्ड अवश्य बनवाएं। धन के अभाव में कोई भी मरीज इलाज से वंचित न रहे।कार्यक्रम के दौरान 15 दिव्यंागजन को ट्राईसाइकिल वितरित की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन अपने-अपने आधार कार्ड को योजना के साथ लिंक करा लें, जिससे उनकी पेंशन आने में कोई असुविधा न हो। साथ ही, यू0डी0आई0डी0 कार्ड भी बनवा लें।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।