होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों ने किया आयोग का घेराव

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“अंतिम चयन सूची विभाग को न भेजने से नाराज होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों ने किया आयोग का घेराव”

लखनऊ। परीक्षा परिणाम के एक साल बाद भी नियुक्ति के लिए भटक रहे चयनित बेरोजगार होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों ने सोमवार को पिकअप भवन, गोमतीनगर, लखनऊ स्थित उ० प्र० अधीनस्थ सेवा चयन आयोग दफ्तर का घेराव किया। उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक विभाग की फार्मासिस्ट भर्ती जिसका जिसकी चयन प्रक्रिया अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में फरवरी 2019 से चल रही है। आयोग के द्वारा 420 पदों की इस भर्ती का विज्ञापन 18 फरवरी 2019 को जारी किया गया था। 24 अक्टूबर 2019 को परीक्षा सम्पन्न कराते हुए लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 17 दिसंबर 2020 को परीक्षा परिणाम जारी किया था।आयोग ने भर्ती के चयन प्रक्रिया से संबन्धित सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए विगत 02 नवंबर 2021 को विज्ञापन संख्या- 02 परीक्षा/2019 के 420 पदों के सापेक्ष 414 अभ्यर्थियों की अंतिम चयन सूची तो जारी कर दी किन्तु अभी तक अंतिम चयन सूची विभाग को नहीं भेज सका है। और न ही आयोग इन अभ्यर्थियों को कोई समुचित उत्तर दे रहा है।


आंदोलित अभ्यर्थियों ने बताया आयोग ने आज तक कोई भी काम बिना दबाव के नहीं किया है। भर्ती के हर चरण के लिए उन्हें आंदोलन करने पड़े हैं। 17 दिसंबर 2020 को परीक्षा परिणाम जारी हुए एक वर्ष होने जा रहा है किंतु अभी तक नियुक्ति के दूर दूर तक कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। दीपावली से पूर्व आयोग ने जब अंतिम चयन सूची प्रकाशित की तो अभ्यर्थियों को लगा कि अब उनके अच्छे दिन आने वाले हैं। किंतु विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आयोग ने अंतिम चयन सूची तो प्रकाशित कर दी मगर संस्तुति विभाग को नहीं भेज रहा है।


एक ओर जहाँ ये चयनित अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक विभाग की स्वास्थ्य सुविधाएँ भी अत्यंत जर्जर अवस्था में हैं। कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा होम्योपैथिक विभाग अपनी सम्पूर्ण क्षमता के साथ स्वास्थ्य सेवाएं नही दे पा रहा है। वर्तमान समय मे प्रदेश के विभिन्न राजकीय चिकित्सालयों में चिकित्सीय सेवाओं हेतु होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के कुल 1575 पद सृजित हैं। जिसमें से 650 से अधिक पद रिक्त पड़े हुए हैं। फार्मासिस्ट की कमी के चलते विभाग को बिना फार्मासिस्ट के ही डिस्पेंसरी चलानी पड़ रही है तो कहीं पर एक ही फार्मासिस्ट दो से तीन डिस्पेंसरी का चार्ज संभाल रहे हैं।


चयनित अभ्यर्थी पिछले कई सप्ताह से आयोग का चक्कर लगा रहे हैं,आयोग उनको जल्द ही विभाग को सूची भेजने का आश्वासन देकर वापस भेज दे रहा है। कोई रास्ता न निकलता देख सोमवार की सुबह से अभ्यर्थी आयोग परिसर में ही अनशन पर बैठ गए। पूरे उत्तर प्रदेश से जुटने वाले इन अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक आयोग इनकी चयन सूची होम्योपैथिक निदेशालय नहीं भेज देता वह लोग आयोग परिसर नहीं छोड़ेंगे।अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन देर शाम तक पुलिस प्रशासन की निगरानी में जारी रहा। इस अवसर पर प्रदेशभर से आये हुए सैकड़ों अभ्यर्थी जुटे रहे। इन अभ्यर्थियों में रणजीत यादव, दुष्यन्त कुमार सिंह, अजीत यादव, आरिफ सिद्दीकी, ब्रजेश कुमार,विवेक मिश्रा,संतोष पटेल, हर्षित पाल, विवेक पाल, अतुल सिंह, दीपक वर्मा, अजय वर्मा,मानेन्द्र शुक्ला, नीरज पाठक, अविनाश गुप्ता, आलोक मिश्रा, विनोद गुप्ता, प्रशांत राय आदि लगभग 200 से अधिक अभ्यर्थी मौजूद रहे।