
ज्योति मौर्य के केस में जांच कमेटी ने 6 अलग-अलग बैंक खातों का ब्योरा मांगा है। उन पर पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार करके अकूत संपत्ति बनाने का आरोप है। आलोक मौर्यकी ओर से दी गई शिकायत में 32 पन्ने की डायरी भी शामलि है. इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी जांच कमेटी को सौंपे हैं। ज्योति मौर्य के खिलाफ जांच होगी तेज..!
पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के खिलाफ जांच तेज। जांच कमेटी ने ज्योति मौर्य को भेजा एक और नोटिस। ज्योति मौर्य से संपत्ति का ब्योरा देने का भेजा नोटिस। प्रयागराज समेत अन्य संपत्तियों का नोटिस में मांगा ब्योरा। ज्योति मौर्य से जांच में सहयोग भी मांगा गया है। अगले सप्ताह ज्योति मौर्य, आलोक का बयान होगा दर्ज। भ्रष्टाचार के आरोप मामले में दर्ज होगा बयान। शिकायतकर्ता आलोक मौर्य का भी दर्ज होगा बयान। आलोक मौर्य से बंधित दस्तावेज भी मांगे हैं जांच कमेटी ने आरोपों से बंधित दस्तावेज मांगे हैं।शासन के निर्देश पर गठित की गई है जांच कमेटी PCS बनने के बाद करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप।
उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य का मामला एक बार फिर गरमा गया है। प्रयागराज प्रशासन ने एसडीएम ज्योति मौर्य के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी को ज्योति पर लगे आरोपों से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं। ज्योति के पति आलोक मौर्य ने कमिटी को डायरे के पन्ने और कुछ अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं। इसके आधार पर अब आगे जांच की गति को तेज किया जाएगा। ज्योति मौर्य पर पीसीएस अधिकारी बनने के बाद अपने पति को छोड़ने का आरोप लगा है। ज्योति ने अपने पति से तलाक की अर्जी फैमिली कोर्ट में दायर की हुई है। वहीं, आलोक मौर्य अपनी पत्नी को पीसीएस अधिकारी बनाने के लिए त्याग करने की बात करते हुए सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। यह मामला खूब चर्चा में है।
—– पति ने लगाया है वित्तीय अनियमितता का आरोप —–
एसडीएम ज्योति मौर्य पर उसके पति आलोक मौर्य ने वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रयागराज में तैनाती के दौरान उन पर करोड़ों रुपए की हेरफेर करने का आरोप है। इसको लेकर आलोक मौर्य ने सरकार के समक्ष शिकायत की थी। सरकार की ओर से इस मामले की जांच का जिम्मा प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को सौंपा गया। मंडलायुक्त ने जांच के लिए एडीएम अमृत लाल बिंद की अध्यक्षता में कमिटी का गठन किया है। महिला पीसीएस अफसर के खिलाफ जांच को देखते हुए कमिटी में एडीएम प्रशासन के साथ एसीएम प्रथम को भी शामिल किया गया है। एसीएम प्रथम महिला हैं।
यूपी की बहुचर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या पर लगे करोड़ों रुपयों के लेनदेन के आरोप में जांच तेज हो गई है। शासन के आदेश पर कमिश्नर प्रयागराज मंडल की तरफ से गठित तीन सदस्यीय टीम ने ज्योति मौर्या को बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया है। महिला मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में और वीडियोग्राफी के बीच ज्योति मौर्या का बयान दर्ज कराने की तैयारी है। अगर कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में ज्योति मौर्या पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाते हैं तो उनकी बर्खास्तगी भी हो सकती है। आयोग द्वारा ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य को भी उसी दिन बुलाने के लिए नोटिस भेजा गया है। जांच कमेटी ने ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या दोनों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है। आलोक को साक्ष्य के साथ बयान दर्ज कराने के लिए कमेटी ने बुलाया है, जबकि ज्योति मौर्या के छह अलग-अलग बैंक खातों का जांच कमेटी ने ब्यौरा मांगा है।
आलोक मौर्य की ओर से उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों को लेकर कई प्रकार के दावे किए जा रहे हैं। चर्चा यह भी चल रही है कि आलोक की ओर से उपलब्ध कराए गए डायरी के 32 पन्नों में 33 करोड़ रुपए की हेरफेर करने का आरोप लगा है। हालांकि, जांच कमेटी ने स्पष्ट किया है कि शिकायती पत्र के साथ डायरी के कुछ पन्ने दिए गए हैं। कितने पन्ने हैं…? इसकी गणना नहीं की गई है। जांच कमेटी के अध्यक्ष एडीएम अमृत लाल बिंद ने कहा कि शिकायती पत्र में लगभग 5 लाख रुपए मासिक हेरफेर का आरोप लगाया गया है।कमेटी बहुत जल्द दोनों पक्षों को बुलाकर बयान लेगी। आरोप लगाने वाले को प्रमाण पत्र देना होगा और आरोपित पक्ष को इसकी सफाई देनी होगी। ज्योति मौर्य के खिलाफ जांच होगी तेज..!