जेलमंत्री ने उड़ाई जेल नियमों की धज्जियां….!

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बाराबंकी जेल निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासा।गनन और मोबाइल फोन लेकर किया जेल के अंदर प्रवेश।

आभा यादव

लखनऊ। प्रदेश के कारागार मंत्री के लिए जेल के नियम और कानून कोई मायने नहीं रखते हैं। यह बात जेलमंत्री के बाराबंकी जेल निरीक्षण के दौरान देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं। पहले मंत्री के गनर ने जेल के संतरी पर दबाब बनाकर गेट खुलवाया। इसके बाद मंत्री वाहन लेकर जेल में प्रवेश कर गए। जेल में प्रवेश के दौरान उनके गनर के पास असलहा और स्टाफ एवं समर्थक मोबाइल फोन सहित मौजूद थे। यही नहीं मोबाइल फोन के साथ प्रवेश करने वाले समर्थकों ने जेलमंत्री के निरीक्षण का फेसबुक पर लाइव प्रसारण तक दिखा डाला। चर्चा है कि जब कारागार मंत्री ही नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो आम आदमी से नियमों का अनुपालन कैसे हो पायेगा?बीते दिनों राजधानी की सीमा से सटी बाराबंकी जिला जेल का प्रदेश के जेलमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री के समर्थकों ने निरीक्षण को फेसबुक पर लाइव प्रसारित भी किया। प्रसारण में मंत्री को जेल में बन्दियों के साथ भोजन करते हुए दिखायी दे रहे हैं।

नियमों को दर किनार कर दिया निलंबन-

प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने नियमों को दर किनार कर जेल अधीक्षक समेत तीन अन्य कर्मियों को निलंबित दिया। विभागीय जानकारों का कहना है कि जेल नियमानुसार जेल में निरीक्षण के दौरान खामियां मिलने पर सर्वप्रथम दोषी अधिकारियों को स्पष्टïीकरण दिया जाता है। स्पष्टीकरण का जवाब मिलने के बाद जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर अगली कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है। बाराबंकी जेल निरीक्षण के दौरान जेलमंत्री ने बगैर कोई जांच कराए ही अधीक्षक समेत तीन कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जेल में भोजन वितरण की जिम्मेदारी गल्ला गोदाम प्रभारी के अलावा जेलर की होती है। इन दोनों अफसरों के खिलाफ कोई कार्यवाही ही नहीं की गई।


जेल नियमानुसार जेल के अंदर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन ले जाने का अधिकार नहीं है। जेल अफसर भी अपने सीयूजी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कार्यालय तक ही कर सकते हैं। उन्हें भी गिर्दा व सर्किल तक फोन ले जाने का अधिकार नहीं दिया गया है। जेल के अंदर असलहा जाना तो पूरी तरह से प्रतिबंधित है। नियमों को ताक पर रख हुआ यह निरीक्षण विभागीय अफसरों में चर्चा का विषय बना है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। इस सच की पुष्टि जेल मुख्यालय व जेलगेट पर सीसीटीवी से की जा सकती है। विभाग के आला अफसर इस मसले पर कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हंै। उधर जेलमंत्री का फोन उठाने वाले अटेंडेंट ने बताया कि मंत्री जी रूरल इलाके में हैं अभी बात नहीं हो सकती है।