कोविड-19 महामारी की द्वितीय लहर प्रशासन सतर्क

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अयोध्या – कोविड-19 महामारी की द्वितीय लहर के दृष्टिगत प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों, कामगारों व अन्य व्यक्तियों के जनपद में आगमन पर उनकी स्केनिंग एवं कोरनटाइन हेतु तहसील सदर में स्थायी आश्रय स्थल हेतु चिन्हित राजकीय बालिका इंटर कालेज का किया स्थलीय निरीक्षण। इस अवसर पर जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने स्थायी आश्रय स्थल, कोरनटाइन स्केनिंग कैम्पस में कमरे, शौचालय, विद्युत आपूर्ति, प्रकाश, साफ सफाई आदि की स्थिति देखी तथा अपर नगर आयुक्त नगर निगम अयोध्या को कमरो, शौचालयों व कैम्पस की शीघ्रातिशीघ्र साफ सफाई, जलापूर्ति कराने के साथ ही नियमित सम्पूर्ण परिसर की सेनीटाइजेसन की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने हेतु निर्देशित किया। प्रवासियों के सोने हेतु सम्बंधी व भोजन आदि की व्यवस्थाओं हेतु भी सम्बंधित को निर्देशित किया।

जिलाधिकारी ने आश्रय स्थल में आने वाले प्रत्येक प्रवासियों का विवरण राहत आयुक्त कार्यालय की बेवसाइड फीड करने, स्किल मैपिंग कर फीडिंग आदि सम्बंधी व्यवस्था भी कराने के निर्देश दिये। उन्होंने आश्रय स्थल में लेटने, सोने, खाना खाने, परिसर के अंदर टहलने आदि सभी कार्यो के समय सोशल डिस्टेंसिंग का शत प्रतिशत अनुपालन कराने तथा समस्त आगन्तुकों एवं प्रवासियों के द्वारा मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने उक्त समस्त कार्यो/व्यवस्थाओं में लगे समस्त कर्मियों को कोविड से बचाव सम्बंधी समस्त उपकरण, यथा मास्क, गलब्स, सेनीटाइजर, जूते आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये है। इस अवसर पर एडीएम वित्त एवं राजस्व, सीएमओ, अपर नगर आयुक्त, एसडीएम सदर, तहसीलदार सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहें।


अनुज कुमार झा ने शासन के निर्देशानुसार बताया कि जनपद में कोविड-19 संक्रमण सम्बंधी, 20 अथवा उससे अधिक मामले होने पर जनपद में अस्थायी कारागार बनाने के सम्बंध में विचार करने तथा ऐसी स्थिति में गिरफ्तार होने वाले सभी बंदियों को अनिवार्य रूप से 14 दिनों तक अस्थायी कारागार में रखे जाने एवं प्रवेश के बाद उनका कोविड-19 संक्रमण का परीक्षण कराये जाने पर यदि निगेटिव पाया जाता है तो मुख्य कारागार में भेजे जाने अन्यथा कोविड-19 संक्रमण की स्थिति में उपचार हेतु चिकित्सालय में भेजे जाने के निर्देश दिये है। अस्थायी जेल के चयन हेतु उप जिला मजिस्टेªट सदर अयोध्या की अध्यक्षता में अधिशाषी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड लो0नि0वि0 अयोध्या, क्षेत्राधिकारी सदर एवं अधीक्षक, जिला कारागार अयोध्या की एक समिति गठित की गयी। समिति द्वारा जिला कारागार अयोध्या के आवासीय परिसर में स्थित टाईप-4 के 01 नग आवास को अस्थायी जेल बनाने हेतु उपयुक्त पाया गया है। जिलाधिकारी ने अस्थायी कारागार की व्यवस्था हेतु सम्बंधित अधिकारी बनाये है।


अस्थायी कारागार की सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस तथा पीएसी बल आवश्यकतानुसार तैनाती व सीसीटीवी की व्यवस्था, संचार व्यवस्था हेतु आरटी शेड की स्थापना व कन्ट्रोल रूम से संयोजन आदि की व्यवस्था हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नामित किया गया है। इसी तरह अस्थायी कारागार पर आवश्यक दवाओं सहित पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ की तैनाती तथा व्यवस्था का स्वयं, सक्षम अधिकारी द्वारा नियमित पर्यवेक्षण किया जायेगा व्यवस्था हेतु नामित मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रतिदिन आवश्यकता अस्थायी कारागार की सफाई व्यवस्था  एवं सेनेट्राइजेशन के लिए अस्थायी कारागार हेतु न्यूनतम 6 स्वच्छकारों की व्यवस्था की जायेगी। व्यवस्था का स्वयं/सक्षम अधिकारी के माध्यम से नियमित पर्यवेक्षण किया जायेगा जिसके लिए नगर आयुक्त नगर निगम अयोध्या, अस्थायी कारागार के संचालन की सामान्य व्यवस्थायें एवं अभिलेखो आदि का रख रखाव की व्यवस्था हेतु नामित अधीक्षक, जिला कारागार, अस्थायी कारागार की सुरक्षा व्यवस्था हेतु पर्याप्त होमगार्डस के जवान की तैनाती तथा व्यवस्था का स्वयं/सक्षम अधिकारी के माध्यम से नियमित पर्यवेक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी जिसके लिए नामित जिला कमाण्डेन्ट होमगाडर््स द्वारा की जायेगी। अधीक्षक जिला कारागार अयोध्या की मांग के अनुसार आवश्यक खाद्यान्नों एवं एलपीजी की व्यवस्था हेतु नामित अपर जिलाधिकारी नगर/जिलापूर्ति अधिकारी तथा समुचित विद्युत व्यवस्था हेतु अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड प्रथम को अधिकारी नामित किया गया है।


जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारीगण अपने-अपने विभाग से सम्बंधित व्यवस्थाओं को इस तरह से व्यवस्थित करेंगे कि जेल अधीक्षक, जिला कारागार अयोध्या की मांग पर अस्थायी कारागार पर उनकी अविलम्ब पूर्ति/व्यवस्था की जा सकें तथा व्यवस्थाओं हेतु नामित सभी अधिकारीगण के व्यक्तिगत मोबाइल/सीयूजी नम्बरों के साथ नाम व पदनाम जेल अधीक्षक, जिला कारागार अयोध्या को उपलब्ध कराये ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनके द्वारा व्यवस्था हेतु नामित अधिकारीगण से सीधा सम्पर्क किया जा सकें।