कोविड चिकित्सालयों को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए- योगी

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  • मुख्यमंत्री ने ‘टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट’ के लक्ष्य के अनुरूप कोविड-19 के नियंत्रण की प्रभावी कार्यवाही को जारी रखने के निर्देश दिए
  • सभी जनपदों में कोविड बेड तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए
  • कोरोना मरीजों के लिए एम्बुलेंस सेवाओं के सुचारु संचालन के निर्देश
  • जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा प्रयागराज पर विशेष ध्यान देते हुए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए
  • हर जनपद में एल-2 तथा एल-3 कोविड बेड्स की संख्या बढ़ाएं, सभी जिलों में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता हर हाल में बनी रहे
  • निजी मेडिकल काॅलेजों में कोविड चिकित्सालयों के संचालन के लिए नियमित माॅनिटरिंग की जाए, इन अस्पतालों के लिए आवश्यकतानुसार चिकित्साकर्मियों के साथ-साथ अन्य मेडिकल संसाधनों की भी व्यवस्था करायी जाए
  • मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा नियमित तौर पर कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं तथा विभिन्न मेडिकल संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा करें
  • अगले कुछ दिनों में प्रतिदिन कम से कम 1.5 लाख टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 विधि से हो
  • प्रदेश में स्थित विभिन्न केन्द्रीय संस्थानों से संवाद बनाकर इन प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आर0टी0पी0सी0आर0 क्षमता का पूरा उपयोग किया जाए
  • कोविड जांच के लिए ट्रूनैट मशीनों का भी उपयोग किया जाए
  • आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या में वृद्धि के लिए 12 जनपदों में प्रयोगशालाएं प्राथमिकता पर स्थापित की जाएं
  • यह प्रयोगशालाएं जनपद अमेठी, औरैया, बिजनौर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, बुलन्दशहर, सीतापुर, महोबा तथा कासगंज में स्थापित की जाएंगी
  • स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग के कार्य को युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश, इस कार्य में चीनी मिलों में उपलब्ध संसाधनों का भी उपयोग किया जाए
  • प्रमुख चैराहों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जागरूकता का कार्य प्रभावी ढंग से किया जाए, पब्लिक एड्रेस सिस्टम से प्रसारित किए जाने वाले संदेशों को ऐसा बनाएं, जिससे लोग ध्यान से सुनें
  • काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य पूरी सक्रियता से किया जाए
  • निगरानी समितियां तेजी से कार्य करें
  • कण्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए
  • इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें
  •  प्रत्येक जनपद में कुल उपलब्ध एम्बुलेंस वाहनों में से 50 प्रतिशत वाहन कोविड मरीजों के लिए तथा शेष नाॅन कोविड मरीजों के लिए उपयोग किए जाएं
  • विभिन्न पर्वों, त्यौहारों तथा पंचायत निर्वाचन के दृष्टिगत व्यापक कार्ययोजना बनाकर
  • कोविड प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन कराते हुए यह सभी आयोजन सम्पन्न कराए जाएं
  • सभी नोडल अधिकारी अपने जनपद की रिपोर्ट प्राप्त करते हुए इसके निष्कर्षों से जनपद के प्रभारी मंत्री को अवगत कराएं तथा जिले की टीम को प्रोत्साहित करते हुए उसका मार्गदर्शन करें

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट’ के लक्ष्य के अनुरूप कोविड-19 के नियंत्रण की प्रभावी कार्यवाही को जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सभी जनपदों में कोविड बेड तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। उन्होंने कोरोना मरीजों के लिए एम्बुलेंस सेवाओं के सुचारु संचालन के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा प्रयागराज पर विशेष ध्यान देते हुए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। हर जनपद में एल-2 तथा एल-3 श्रेणी के कोविड बेड्स की संख्या बढ़ायी जाए। सभी जिलों में ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता हर हाल में बनी रहे।

Total samples tested till date 37173548
Total samples tested over last 24 hours 218965
Total Positive till date 723582
Total Negative till date 36449966

मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी मेडिकल काॅलेजों में कोविड चिकित्सालयों के संचालन के लिए नियमित माॅनिटरिंग की जाए। इन अस्पतालों के लिए आवश्यकतानुसार चिकित्साकर्मियों के साथ-साथ अन्य मेडिकल संसाधनों की भी व्यवस्था करायी जाए। इस बात का ध्यान दिया जाए कि कोविड बेड में निर्धारित मानकों के अनुरूप ऑक्सीजन अथवा वेन्टिलेटर एवं हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एच0एफ0एन0सी0) की उपलब्धता रहे।

उन्होंने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को निर्देशित किया कि वे नियमित तौर पर कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं तथा विभिन्न मेडिकल संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अगले कुछ दिनों में प्रतिदिन कम से कम 1.5 लाख टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 विधि से हो।

आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या को बढ़ाने के लिए के0जी0एम0यू0 तथा आर0एम0एल0आई0एम0एस0 की टेस्टिंग क्षमता को दोगुना किया जाए। स्वशासी मेडिकल काॅलेजों में आर0टी0पी0सी0आर0 के माध्यम से जांच की व्यवस्था की जाए। उपलब्ध अवस्थापना से नई मशीनों को जोड़ते हुए आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्टिंग क्षमता बढ़ायी जाए। आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या में वृद्धि के लिए अधिक से अधिक निजी प्रयोगशालाओं को जोड़ा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्थित विभिन्न केन्द्रीय संस्थानों से संवाद बनाकर इन प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की क्षमता का पूरा उपयोग किया जाए। इसके लिए लखनऊ में सी0डी0आर0आई0, एन0बी0आर0आई0, आई0आई0टी0आर0 तथा बी0एस0आई0पी0, बरेली स्थित आई0वी0आर0आई0, नोएडा के एन0आई0सी0पी0आर0 सहित अन्य संस्थानों में आर0टी0पी0सी0आर0 जांच संचालित करायी जाए। उन्होंने कहा कि कोविड जांच के लिए ट्रूनैट मशीनों का भी उपयोग किया जाए। सभी जनपदों को पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट उपलब्ध करायी जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या में वृद्धि के लिए 12 जनपदों में प्रयोगशालाएं प्राथमिकता पर स्थापित की जाएं। इसके लिए आवश्यक उपकरणों की प्राथमिकता पर व्यवस्था की जाए। इन प्रयोगशालाओं में तैनात किये जाने वाले कर्मियों की ट्रेनिंग भी प्रारम्भ कर दी जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्टिंग के लिए जनपद अमेठी, औरैया, बिजनौर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, बुलन्दशहर, सीतापुर, महोबा तथा कासगंज में प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग के कार्य को युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य प्रत्येक नगर, स्थानीय निकाय एवं गांव में प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इससे कोविड-19 को नियंत्रित करने के साथ-साथ विभिन्न संचारी रोगों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग के कार्य में चीनी मिलों में उपलब्ध संसाधनों का भी उपयोग किया जाए। उन्होंने रोडवेज की बसों को नियमित रूप से सैनिटाइज करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक बस में निर्धारित क्षमता के अनुरूप ही यात्रियों को बैठाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए। प्रमुख चैराहों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जागरूकता का यह कार्य प्रभावी ढंग से किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से प्रसारित किए जाने वाले संदेशों को ऐसा बनाएं, जिससे लोग ध्यान से सुनें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य पूरी सक्रियता से किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि निगरानी समितियां तेजी से कार्य करें। जनपदों में स्थापित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें। कण्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। प्रत्येक जनपद में कुल उपलब्ध एम्बुलेंस वाहनों में से 50 प्रतिशत वाहन कोविड मरीजों के लिए तथा शेष नाॅन कोविड मरीजों के लिए उपयोग किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ हो गई है। कल से रमजान शुरू हो जाएगा। आगामी 15 अप्रैल को पंचायत निर्वाचन के तहत प्रथम चरण का मतदान होगा। आगामी 20 अप्रैल को अष्टमी तथा 21 अप्रैल को रामनवमी का पर्व है। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न पर्वों, त्यौहारों तथा पंचायत निर्वाचन के दृष्टिगत व्यापक कार्य योजना बनाकर कोविड प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन कराते हुए यह सभी आयोजन सम्पन्न कराए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने जनपद के अधिकारियों से नियमित संवाद बनाकर जिले की रिपोर्ट प्राप्त करें। निगरानी समितियों के संचालन, स्वच्छता सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग अभियान तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा जागरूकता कार्य की विशेष रूप से जानकारी लें। नोडल अधिकारीगण रिपोर्ट के निष्कर्षों से जनपद के प्रभारी मंत्री को अवश्य अवगत कराएं। साथ ही, जिले की टीम को प्रोत्साहित करते हुए उसका आवश्यकतानुसार मार्गदर्शन भी करें। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।