किसान मोर्चा के नेताओं को लोकदल ने किया सम्मानित

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अजय सिंह

लखनऊ। राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन जिसकी नीतियों से लोकदल भी अपने को संबंध करता है राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन के तत्वाधान में लोकदल भी एक वर्ष से किसानों के आंदोलन में संघर्षरत रहा है। किसान और लोकदल दोनों ही सड़क पर खड़े रहे हैं। राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन के तत्वाधान में लोकदल भी इस आंदोलन के रूप में संगठित किसानों की जीत से उन्हें प्रोत्साहन हेतु राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के किसान नेताओं को आज दिनांक 15:12 2021 को किसान सम्मान समारोह का आयोजन लोकदल के केंद्रीय कार्यालय माल एवेन्यू लखनऊ में किया गया है।

प्रेस वार्ता के दौरान लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने कहा की आगामी 5 प्रदेशों के होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी हार स्पष्ट दिखाई देने पर अडानी अंबानी की भाजपा सरकार ने किसान विरोधी तीन कृषि कानून को वापस करते हुए किसान की समस्त मांगों को स्वीकार किया है। भाजपा की अदानी-अंबानी की सरकार की मजबूरी बन गई थी यह किसान की एकता उनके आंदोलन का ही प्रभाव था कि केंद्र की अदानी अंबानी की भाजपा सरकार को झुकना पड़ा। यह किसान की एकता का ही नतीजा था जिससे देश के तानाशाही प्रधानमंत्री को सिर झुकाना पड़ा।

किसानों का आंदोलन अभी जारी रहेगा जब तक कि देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का स्थान सर्वोपरि नहीं रहेगा और श्रद्धा देश के विकास में चौधरी चरण सिंह की यही सोच थी कि क्योंकि उनका नारा था देश की खुशहाली का रास्ता खेत और खालियानो से होकर गुजरता है। लोकदल का भी यही मूल मंत्र है चौधरी चरण सिंह के इसी नीतियों से विरत होने के कारण कृषि आय इतनी कम हो गई है कि किसानों के लिए जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है जिसके कारण उनके बच्चे किसानी को छोड़कर नौकरियों के लिए भटक रहे हैं यदि ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देना होगा। किसान युवकों को उस में लगाने से कृषि उपज बढ़ाने होगी और उसका मूल्य किसान की मांग के अनुरूप रखना होगा।इस कार्यक्रम में किसान आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले श्री जगपाल सिंह, कुंडू सदस्य किसान मोर्चा प्रदीप हुड्डा राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन,प्रबल प्रताप शाही, मोहित तोमर, संदीप पांडे, रजनीश सिंह यादव, पूनम पंडित,मनीष यादव,सुनील पंडित आदि लोगों को सालवा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।