कोविड-19 से बचाव एवं उपचार की व्यवस्था बनाए रखें: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी तथा गोरखपुर में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश।

मुख्यमंत्री ने चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखें।सभी प्रकार के रोगों के उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने केलिए कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पताल स्थापित किये जाएं।एम्बुलेन्स सेवाओं को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए।सार्वजनिक स्थलों/कार्यक्रमों में 100 से अधिक लोग एकत्र न हों।जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी तथा गोरखपुर में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश।जिन जनपदों में कोविड-19 के 100 सेअधिक केस हैं, वहां विशेष सावधानी बरती जाए,काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावी ढंग से किया जाए।कोविड-19 की टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए,संदिग्ध केस में अनिवार्य रूप से आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट किया जाए,टेस्ट की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के निर्देश सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए, यह सुनिश्चितकिया जाए कि लोग मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों मेंनिगरानी समितियां प्रभावी रूप से कार्य करें।


लखनऊ।
आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्हांने कहा कि सभी प्रकार के रोगों के उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पताल स्थापित किये जाएं। एम्बुलेन्स सेवाओं को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। कोविड मरीज के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले एम्बुलेन्स वाहनों का उपयोग नाॅन कोविड मरीजों के लिए न किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एम्बुलेन्स के लिए किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े।  

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। इसके दृष्टिगत कोविड अस्पतालों तथा मेडिकल काॅलेजों में बेड्स की संख्या में वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा कि  कोविड अस्पतालों में चिकित्सकों, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ, आवश्यक औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित आॅक्सीजन की सुचारू उपलब्धता रहनी चाहिए। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिये हैं।

कोविड-19 के नये स्ट्रेन की संक्रमण दर काफी अधिक है। इसलिए पूरी सजगता बरतना आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक स्थलों/कार्यक्रमों में 100 से अधिक लोग एकत्र न हों। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी तथा गोरखपुर में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि जिन जनपदों में कोविड-19 के 100 से अधिक केस हैं, वहां विशेष सावधानी बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावी ढंग से किया जाए। कोविड पाॅजिटिव व्यक्ति के अधिक से अधिक काॅन्टैक्ट्स को चिन्हित करते हुए ऐसे लोगों की जांच करायी जाए। उन्होंने टेस्टिंग कार्य में और तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड-19 की टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। संदिग्ध केस में अनिवार्य रूप से आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट किया जाए। उन्होंने टेस्ट की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के निर्देश भी दिये।

कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए। इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक रूप से उपयोग किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में निगरानी समितियां प्रभावी रूप से कार्य करें। प्रत्येक गांव तथा वाॅर्ड में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। निगरानी कार्य से युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेन्स आदि संगठनों को जोड़ा जाए।बैठक में मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी,अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।