मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता

86

मानसिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु हैप्पीथॉन कार्यशाला का आयोजन।

अजय सिंह

लखनऊ। आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में सभी किसी न किसी बात को लेकर तनावग्रस्त रहते है। इसको देखते हुए विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता दिवस पर तनाव और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में हर आयुवर्ग के लोगों को जागरूक करने के लिए रविवार को हैप्पीथॉन 2022 कार्यशाला का आंयोजन एक्सप्रेशन एंड सेलिब्रेशन गोमती नगर स्थित विभव खंड तृतीय में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह से ही बड़े से कैनवास पर अतिथियों ने अपनी सभी मानसिक कुंठाओं व अवचेतन में स्थित भय को बाहर फेंकने के लिए रंगों की बौछार से यह स्पष्ट कर दिया कि सामूहिक प्रयत्न करने से नीरस वातावरण को भी कितना सुखद व खुशहाल बनाया जा सकता है। वही दूसरी ओर एक आदमकद शीशे का प्रावधान था, जिसके सामने से गुजरने पर व्यक्ति को अपना ही अक्स दिखाई पड़ने के संग यह पढ़ने को मिलता था “यह व्यक्ति आपके चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकता है।” यह कार्नर जो लोगों के लिए काफी रुचिकर और कौतुहल का विषय बना हुआ था। सम्मिलित लोगों ने एक कलात्मक बाक्स में रखी सकारात्मक विचारों से लिखी हुई पर्चियां उठाकर, जैसे- मैं खुश हूं, मैं सौभाग्यशाली हूं, द्वारा अपना तनाव दूर करने का प्रयास किया। दीवार भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही, जहां वे अपनी भावनाओं को चित्रों व शब्दों के माध्यम से व्यक्त करने के लिए पूर्णतया स्वतंत्र थे।

इसके अतिरिक्त अनेकों रोचक सत्रों का भी उंपस्थित जनसमुदाय आनंद उठा रहे थे जैसे- आराधना की आर्ट थेरेपी, चाक चला कर मिट्टी के बर्तन बनाना, लाफ्टर योगा, ऐक्युप्रेशर चुम्बकीय चिकित्सा, टैरो कार्ड, निरर्थक समान से उपयोगी वस्तुए बनाना, बांसुरी वादन, डूडलिंग, स्टैंडअप हास्य, स्वास्थ्यवर्धक परामर्श, जुम्बा और बहुत कुछ। हैप्पीथॉन कार्यशाला 2022 का आयोजन एलायंस बिजनेस कनेक्ट, झरोखा, लीपको, मोह पॉटरी स्टूडियो, पृथ्वी इनोवेशन, फिल्मीटिक्स, ओंकार एकेडमी ऑफ लाइफ, द इंडियन सेंट्स, BNI Masters, नाउ लखनऊ और रेडियो मिर्ची लव के सौजन्य से एक्सप्रेशन एंड सेलिब्रेशन और आर्ट इट आउट द्वारा आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम पूर्णतया निःशुल्क थाI इसका मुख्य उद्देश्य रचनात्मक तरीकों अपनाकर हर आयुवर्ग के लोगों को उनकी तनावग्रस्त जिंदगी को खुशहाल बनाना था।