चाचा कि भतीजे को नसीहत करें आंदोलन

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इटावा – लखीमपुर में महिला प्रत्याशी से अभद्रता की कटु निंदा करते हुए प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भतीजे अखिलेश यादव को नसीहत दी है कि प्रदेश भर में प्रदर्शन के बजाए लखनऊ में जयप्रकाश नारायण तथा अन्ना हजारे की भांति आंदोलन शुरू करें तभी पीडि़ता को न्याय मिल पाएगा।ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान लखीमपुर खीरी जिले में एक महिला के साथ ‘चीरहरण’ की घटना की कटु निंदा करते हुए प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि प्रदेश भर में प्रदर्शन के बजाए लखनऊ में जयप्रकाश नारायण व अन्ना हजारे की भांति आंदोलन शुरू करें, तभी पीड़िता को न्याय मिल पाएगा. प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बसरेहर मे पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 2022 में जो सरकार बनेगी उसकी चाबी प्रसपा के पास ही रहेगी. हमारे बिना कोई सरकार नहीं बना पाएगा. उन्होंने किसी दल का नाम लिए बगैर कहा कि हमारा गठबंधन किसी बड़े दल से जल्द होगा.

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में प्रदेश में कई जगह हुई हिसा को लेकर कहा कि सरकार अपने ही लोगों पर अंकुश लगाने में विफल रही, जिससे अराजकता हुई. इस गुंडागर्दी पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगना चाहिए अन्यथा हालात काफी भयावह होंगे. बता दें शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच चल रहा शीत युद्व लगातार जारी है. पिछले दिनो अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल के लिए केवल जसवंतनगर सीट देने की बात कही है, इससे शिवपाल और उनके समर्थक खासे नाराज दिखाई दे रहे है. इसके इतर शिवपाल सिंह यादव यह बात भी बोल चुके है कि उनकी पार्टी पूरे प्रदेश की 403 विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे, लेकिन उनके समर्थकों का मत है कि अखिलेश और शिवपाल मिल कर यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ें तभी बीजेपी को हरा पाएंगे.

चुनाव की रणनीति मतदाताओं की इच्छा के अनुरूप बनाई जाए, तभी सफलता मिलती है,अपनी कर्मस्थली जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में तीन निर्विरोध तथा एक मतदान से चारों सीटों पर पार्टी के ब्लॉक प्रमुख बनने पर कहा कि प्रसपा को क्षेत्र की जनता ने अपार समर्थन दिया है. उनका कहना है कि वर्तमान दौर में सोशल मीडिया के तहत फेसबुक, ट्विटर भी जरूरी हैं, लेकिन चुनाव जीतने के लिए धरातल पर जनसंपर्क भी बेहद जरूरी है. चुनाव की रणनीति मतदाताओं की इच्छा के अनुरूप बनाई जाती है, तभी सफलता मिलती है.

चाचा ने कहा कि 2022 में जो सरकार बनेगी, उसकी चाबी प्रसपा के पास ही रहेगी. हमारे बिना कोई सरकार नहीं बना पाएगा. उन्होंने किसी दल का नाम लिए बगैर कहा कि हमारा गठबंधन किसी बड़े दल से जल्द होगा. अपनी कर्मस्थली जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में तीन निर्विरोध तथा एक मतदान से चारों ब्लाक प्रमुख बनने पर कहा कि प्रसपा को क्षेत्र जनता ने अपार समर्थन दिया है. मौजूदा दौर में फेसबुक, ट्विटर भी जरूरी हैं लेकिन चुनाव जीतने के लिए धरातल पर जनसंपर्क भी बेहद जरूरी है. चुनाव की रणनीति मतदाताओं की इच्छा के अनुरूप बनाई जाती है तभी सफलता मिलती है. ब्लाक प्रमुख चुनाव में प्रदेश में कई जगह हुई हिंसा को लेकर कहा कि सरकार अपने ही लोगों पर अंकुश लगाने में विफल रही जिससे अराजकता प्रकट हुई. इस गुंडागर्दी पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगना चाहिए अन्यथा हालात काफी भयावह होंगे.