सिर्फ झूठ के प्रचार पर टिकी भाजपा-नसीमुद्दीन सिद्दीकी

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◆ साढ़े चार साल की विफलताओं का मुकुट लगाकर घूम रही भाजपा आदित्यनाथ सरकार ।
◆ अपनी पीठ स्वयं थपथपा कर रही झूठ का व्यापार ।
◆ प्रदेश में बेरोजगारी अपरम्पार, नौजवानों के भविष्य पर वार ।
◆ अन्नदाता किसान पर सत्ता का प्रहार ।
◆ अंतिम यात्रा में रीति-रिवाज की भी नही की दरकार ।
◆ महिलाओं पर बढ़ रहा अत्याचार ।
◆ सिर्फ झूठ के प्रचार पर टिकी है भाजपा सरकार ।

लखनऊ। भाजपा द्वारा जारी बुकलेट पर है, लोकतंत्र में सारी नैतिकताएँ, मर्यादाएं और गरिमा जो एक सरकार की होनी चाहिए प्रदेश के नागरिकों के प्रति उन सबको तार-तार कर दिया है इस सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपनी जनता के प्रति ईमानदार रहे लेकिन जैसा कि आप सभी ने देखा कि भाजपा सरकार सिर्फ और सिर्फ एक ही काम प्रचार प्रचार प्रचार की झूठी इमारत पर टिकी है कोई चिंता नहीं कोई डर नहीं कोई शर्म नहीं सरकार को कि वह जो बोल रहे हैं, होर्डिंग- बैनर में झूठे प्रचार कर रहे हैं बुकलेट जारी कर रहे हैं उससे जनता कितना इत्तेफाक रखती है और कितना नहीं सिर्फ झूठ बोलते जाना है आज फिर से एक नया झूठ गढ़ा है 12 पन्ने की बुकलेट जारी करके और झूठ किस से बोला जा रहा है उसी प्रदेश की जनता से जिससे 2017 में वादे करके आए थे हम तो कहते हैं कि बुकलेट जारी करने की क्या जरूरत है आपने एक बुकलेट जारी की थी 2017 में भी जिसको आपने संकल्प पत्र नाम दिया था हम तो अनुरोध करेंगे प्रदेश की जनता की तरफ से कि  2017 में जारी की गई संकल्प पत्र को भी कभी उठा कर देख लेते आज तक वह संकल्प पत्र कोरा झूठ बनकर ही रह गया जिसके आधार पर ही प्रदेश के जनमानस ने इतना बड़ा जनादेश दिया आज बुकलेट जारी की गई है हम बिंदुवार जो भारतीय जनता पार्टी की नाकामी है और जो असल सच्चाई है उससे आप के माध्यम से जनता के बीच में रख रहे हैं।


पहले पन्ने पर शुरुआत की है इरादे नेक काम अनेक सच्चाई यह है कि भाजपा की साढे 4 साल की सरकार में प्रदेश के लोग यह बात भली-भांति समझ चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी और श्री आदित्यनाथ सरकार का इरादा और काम सिर्फ एक ही है, प्रदेश के लोगों से झूठ बोलो और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दो, झूठ बोलकर जनता को गुमराह करते रहो।कोरोना महामारी जिसमें सरकार अकर्मण्यता और अदूरदर्शिता से पूरा सिस्टम ब्रेक डाउन हो गया, जिसकी वजह से प्रदेश के लाखो लोगों की जान असमय चली गयी, आप सभी के सैकड़ों पत्रकार बंधुओं की भी दुःखद असमय मौत हो गयी इसलिए कि उनको ऑक्सीजन और बेड नही मिला, ऑक्सीजन और बेड की कमी की भयावहता को लेकर भाजपा के स्वयं के मंत्रियों ,सांसदों एवं विधायकों के पत्र जगजाहिर हैं, जब बेड की कमी से लोग सड़कों पर मर रहे थे तब सरकार कहां थी और आज झूठ बोल रहे है कि हमने इतने बेड इंतजाम कर रखे हैं, उस समय सरकार दिखाई नही दी, कहाँ थे जब लोगों को ऑक्सीजन तक नही मिल पा रही थी,जबकि कांग्रेस पार्टी और हमारी नेता आदरणीय प्रियंका गांधी जी लगातार पहले से भाजपा सरकार को पत्र लिखकर तैयारियों को लेकर सचेत कर रही थीं, और उल्टा अपनी कमियों को छिपाने के लिए आप जैसे पत्रकारों जिन्होंने सरकार की नेत्रृत्व क्षमता की सच्चाई दिखायी, उन्हे सरकार के उत्पीड़न ,मुकदमे और धमकी झेलनी पड़ी जिसका प्रत्यक्ष उदारहण पीपीई किट घोटाले में एवं ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर घोटाले में या मौतों के आंकड़ों की सच्चाई दिखाने पर पत्रकारों के साथ क्या ब्यवहार हुआ सभी को पता है।


सच्चाई यह है कि सरकार द्वारा मौतों के आकंड़े छिपाये गए और ऐसे महत्वपूर्ण समय में सरकार के कुप्रबंधन और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की नेतृत्व अक्षमता सामने आ गयी और बुकलेट में सुंदर सुंदर लिख देने से मुख्यमंत्री का कोविड कुप्रबंधन छिपने वाला नही है प्रदेश की जनता समय आने पर हिसाब-किताब करेगी।ऑक्सीजन प्लांट को लेकर सिर्फ झूठ का प्रचार किया जा रहा वैक्सिनेशन को लेकर टीका उत्सव तो मना लिया लेकिन सरकार की उदासीनता से आज तक उत्तर प्रदेश में मात्र 3.5 करोड़ लोगों को टीका लग पाया लोगों को वैक्सीन नही मिल रहे कोविड टीकाकरण केंद्रों से लोग बिना वैक्सिनेशन के वापस  जा रहे हैं।  


उत्तर प्रदेश में अपराध की क्या हालत है प्रदेश जानता है, मुख्यमंत्री जी, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (छब्त्ठ) के आकंड़े ही देख लेते, अनुसूचित जाति-जनजाति पर अपराध/अत्याचार में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर ,महिलाओं के साथ बलात्कार/एसिड अटैक और हत्या जैसे मामलों लगातार बढ़ोत्तरी हो रही और सरकार सफेद झूठ बोल रही, चाहे हाथरस की घटना हो या रायबरेली में ब्राह्मणों को जिंदा जलाए जाने की घटना, उम्भा सोनभद्र की घटना।  उत्तर प्रदेश के किसी भी जनपद में कोई दिन नही होता जब हत्या ,बलात्कार ,डकैती की घटनाएं न हो रही हों मुख्यमंत्री जी अभी हाल के पंचायत चुनाव में जिस तरीके की हिंसा हुई महिलाओं के साथ जिस तरीके से अभद्र व्यवहार हुआ इतनी जल्दी कैसे भूल गए। जिस सरकार में जेल के अंदर हत्या हो रही वह बुकलेट जारी कर अपराध पर अपनी पीठ थपथपा रहे।आदित्यनाथ सरकार द्वारा यदि सबसे ज्यादा कोई प्रताड़ित किया गया तो वह प्रदेश का अन्नदाता है किसान 2017 के चुनाव के समय वादा किया कि पूरा कर्जा माफ करेंगे लेकिन उसके बाद फसली ऋण और न जाने क्या-क्या नियम शर्ते लगा दी कर्ज , सरकार झूठ बोल रही है सभी को पता है कर्जमाफी इवेंट में सैकड़ों करोड़ रुपए फूंक दिए गए और कर्ज माफ हुआ एक रुपए ,दो रुपये और आठ रुपये।


  गन्ना किसानों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें सरकार ने की है लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि आखिर अभी तक गन्ना किसानों का 15000 करोड़ रुपया क्यों बकाया है। गन्ना एक्ट में चीनी मिलों को गन्ना देने के 14 दिनों के अंदर किसानों का संपूर्ण भुगतान उनके खाते में पहुंच जाना चाहिए, यदि नहीं पहुंचता है तो 15 प्रतिशत की दर से किसानों के भुगतान राशि पर ब्याज मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जी और भाजपा सरकार बताए कि कितने किसानों को ब्याज के साथ भुगतान किया गया।  सरकार किसानों की मेहनत से पैदा की गई फसल उत्पादन पर अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन यह नहीं बता रही कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य क्यों नहीं मिला, क्योंकि सच्चाई पता है आदित्यनाथ जी को भले वह कितना भी झूठ बोले और सच्चाई यह है कि 80 प्रतिशत से ज्यादा किसानों का धान और गेंहूँ सरकारी क्रय केंद्रों/पर नही खरीदा गया, मजबूरन उसे ओने पौने दाम पर व्यापारियों को बेचना पड़ा।


भाजपा सरकार गोवंश के संरक्षण के लिए प्रतिमाह 900 रुपये देने की बात करती है जो अपने आप में दुःखद है क्या 900 रुपये में गोवंश को चारा सम्भव है, आज भी किसान रात में घर मे नही सोता ,खेतों की फसल बचाने के लिए मजबूरन खेत की मेढ़ पर सोने को मजबूर हैं।  
भारतीय जनता पार्टी की सरकार कितना झूठ बोलेगी आप अंदाजा लगा सकते हैं कांग्रेस सरकार की तमाम योजनाओं का नाम तो बदल दिया लेकिन योजनाएं किस लिए बनाई गई थी कि लोगों को उससे सुविधा मिले, शुद्ध जल मिले उस पर कोई काम नहीं सिर्फ झूठ बोलना ही डबल इंजन की सरकार का काम बचा है, बाण सागर परियोजना जिसका 99 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका था उसको भी अपनी उपलब्धियों में गिना रही, सिंचाई को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की हैं लेकिन भाजपा सरकार से हम तो सवाल करते हैं की बताएं कि प्रदेश की कितनी नैहरे ऐसी हैं जिनमें टेल तक पानी पहुंच रहा है।


भाजपा की प्रदेश सरकार अपनी नैतिकता और मर्यादा तो खो चुकी है इस भाजपा सरकार में आजादी के बाद शायद ही उतना उत्पीड़न कभी किसी प्रदेश में युवाओं के साथ हुआ हो 5 साल में 70 लाख रोजगार देने की बात कर रहे थे और 100 दिन के अंदर प्रदेश के सभी रिक्त पदों की भर्ती निकालने की बात कर रहे थे, लेकिन सभी को पता है कि उत्तर प्रदेश सेवा अधीनस्थ चयन बोर्ड के चेयरमैन पद का पद 2 साल खाली पड़ा रहा उत्तर प्रदेश का नौजवान बड़ी उम्मीद में था भाजपा सरकार और आदित्यनाथ जी से लेकिन रोजगार मांगने पर नौजवानों को लाठियों से पीटा जा रहा है मुकदमे लिखे जा रहे हैं अपमानित किया जा रहा है, एक तरफ सरकार खुद  मान रही कि पंजीकृत बेरोजगार 21 लाख से बढ़कर 38 लाख हो गए फिर भी झूठ, सरकार बताये क्या शिक्षामित्रों का स्थायी समायोजन हुआ, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 137000 शिक्षकों की भर्ती में भी भ्रष्टाचार और पिछड़े वर्ग के लोगों का आरक्षण समाप्त कर दिया, 2500 दरोगा अभ्यर्थी , सिपाही अभ्यर्थी प्रदर्शन को मजबूर हैं प्रशिक्षण बाद भी संघर्ष करना पड़ रहा। 45000 सिपाहियों की भर्ती में 30000 उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्रशिक्षण के लिए बैठे हैं लेकिन सरकार सिर्फ बुकलेट झूठ चला रही।
बिजली को लेकर पीठ थपथपा रहे हैं एक बार भी सरकार यह नहीं बताती कि इनके कार्यकाल में कितनी जगहों पर विद्युतीकरण किया गया कांग्रेस सरकार के समय जो राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना थी पूरे उत्तर प्रदेश कें 90 प्रतिशत से ज्यादा गांवों में विद्युतीकरण हो चुका था लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ दूसरे के कामों का श्रेय लेना चाहती है, अपने कार्यकाल की विफलताओं की सच्चाई नहीं बताना चाहती, जब बुकलेट छापी ही थी तो यह भी बता देते कि अभी भी प्रदेश को 25000 मेगावाट बिजली क्यों नहीं मिल पा रही और बिजली कटौती क्यों हो रही।


भाजपा सरकार सिर्फ और सिर्फ झूठ पर आधारित हो चुकी है, मेडिकल कॉलेज को लेकर प्रचार-प्रसार हो रहा है लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कितने मेडिकल कॉलेज व्यवहारिक रुप से संचालित हो रह ? जो मेडिकल कॉलेज वर्तमान में संचालित भी हो रहे हैं उनमें आधारभूत उपकरणों सहित डॉक्टर्स, नर्सेज सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी जिसकी वजह से अभी कोरोना किस दूसरी वेव में अव्यवस्था की वजह से लाखों लोग अपनी जान असमय गंवा बैठे  और अंसनवेदनशील सरकार अलग ही झूठ बोलकर राग अलाप रही है। स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ सबसे महत्वपूर्ण एंबुलेंस सेवा जो भाजपा सरकार में बिल्कुल दम हो चुकी है एंबुलेंस चालक हड़ताल पर और सरकार उनकी बात सुनने के बजाय तानाशाही कर रही है जिससे प्रदेश के करोड़ों लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में एक्सरे टेक्नीशियन और लैब टेक्नीशियन की भारी कमी है नौजवान नौकरियों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार को ना तो उन नौजवानों की चिंता है जो शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी खाली बैठे हैं ,ना प्रदेशवासियों की चिंता है कि पद जो खाली हैं उनको भरकर प्रदेशवासियों के जीवन को सुरक्षित किया जा सके।


भाजपा की प्रदेश सरकार अपनी नैतिकता और मर्यादा तो खो चुकी है वह ना तो वो सच बोलना चाहते हैं, ना वो सच सुनना चाहते हैं स्मार्ट सिटी को लेकर उत्तर प्रदेश को नंबर वन तो बता रहे हैं लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि स्मार्ट सिटी की जो आधारभूत जरूरतें थी उन पर काम क्यों नहीं हुआ यहां तक की उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा सांसद और 2017 में इतना बड़ा जनादेश भाजपा को मिला लेकिन सिर्फ और सिर्फ झूठ पर झूठ बोला जा रहा कांग्रेस की सरकार में जो जवाहरलाल अर्बन रिवॉल्यूशन मिशन के तहत शहरी क्षेत्र में जल निकासी, सड़क, सीवर, वाटर लाइन, परिवहन पर एक लाख करोड़ से ज्यादा खर्चा किया गया लेकिन बीजेपी ने योजना का नाम तो बदल दिया लेकिन नाम के साथ साथ जो काम हो रहा था वह भी बंद कर दिया।  सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश को भाजपा सरकार ने बेरोजगारी में नंबर वन बना दिया 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, उद्योग धंधे जो चल रहे थे सरकार की गलत नीतियों के चलते ठप हो गए, वन ड्रिस्टिक- वन प्रोडक्ट सिर्फ प्रचार तक सीमित, अपराध में नंबर वन बना दिया और किसानों के ऊपर अत्याचार में नंबर वन बना दिया हां एक चीज में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार जरूर नंबर वन है झूठ बोलने में आज उसी झूठ को फिर से नंबर वन बनाने में यह बुकलेट जारी की गई है जो अपने आप में झूठ का पुलिंदा है आने वाले 2022 को लेकर जनता ने कमर कस ली है भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने की।