कोई भी स्वावलम्बी राष्ट्र अपने राष्ट्र नायकों को विस्मृत कर आगे नहीं बढ़ सकता-योगी No self-supporting nation can progress by forgetting its national heroes – Yogi

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आज देश लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं पावन जयन्ती पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें नमन कर रहा। मुख्यमंत्री ने भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। ब्रिटिश सरकार की कुत्सित चालों को समय से समझते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल ने उस समय 563 से अधिक रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाया। राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के इस महान शिल्पी का स्मरण आज भारत तथा वर्तमान पीढ़ी के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हम सभी प्रधानमंत्री के आभारी, जिन्होंने आजादी के 70 वर्षों बाद देश के ऐसे रत्नों, नायकों तथा महानायकों को जनता के सामने प्रस्तुत कर राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को मजबूती प्रदान करके ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया। कोई भी स्वावलम्बी राष्ट्र अपने राष्ट्र नायकों को विस्मृत करके आगे नहीं बढ़ सकता, जिन मूल्यों और आदर्शों की स्थापना के लिए सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन समर्पित किया था, वह आज साकार होते हुए दिखाई दे रहे। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की वर्तमान परिकल्पना मूर्त रूप ले रही, इसके स्वप्न दृष्टा लौह पुरुष सरदार पटेल थे। मुख्यमंत्री ने सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज देश लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं पावन जयन्ती पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें नमन कर रहा है। राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के मूल्यों को बनाये रखने में अपना योगदान देने वाले सरदार पटेल की जयन्ती पर भारत का प्रत्येक नागरिक आज राष्ट्रीय एकता दौड़ के साथ भी जुड़ रहा है।
मुख्यमंत्री आज भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के अवसर पर यहां जी0पी0ओ0 स्थित सरदार पटेल पार्क में स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने लौह पुरुष सरदार पटेल को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में रन फॉर यूनिटी का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल के योगदान को हर व्यक्ति श्रद्धा के साथ स्मरण कर रहा है। ब्रिटिश सरकार की कुत्सित चालों को समय से समझते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल ने उस समय 563 से अधिक रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाया। वे सभी रियासतें आज भारत गणराज्य का हिस्सा बनकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रही हैं। यह सरदार पटेल की दूरदर्शिता के कारण सम्भव हो पाया।


राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के इस महान शिल्पी का स्मरण आज भारत तथा वर्तमान पीढ़ी के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने देश आजादी के 70 वर्षों बाद देश के ऐसे रत्नों, नायकों तथा महानायकों को देश की जनता के सामने प्रस्तुत करके राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को मजबूती प्रदान करके ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया है। गुजरात के सरदार सरोवर में केवड़िया के पास सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की स्थापना की गई है। आज वह एक तीर्थ स्थल बन चुका है। कोई भी स्वावलम्बी राष्ट्र अपने राष्ट्र नायकों को विस्मृत करके आगे नहीं बढ़ सकता है। जिन मूल्यों और आदर्शों की स्थापना के लिए सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन समर्पित किया था, वह आज साकार होते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोमनाथ मन्दिर का पुनरूद्धार सरदार पटेल का संकल्प था। इसी तर्ज पर आज अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्म भूमि पर मन्दिर निर्माण का कार्य प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सम्भव हो पाया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की वर्तमान परिकल्पना मूर्त रूप ले रही है। इसके स्वप्न दृष्टा लौह पुरुष सरदार पटेल थे। इसे भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री साकार कर रहे हैं। सरदार पटेल की जयन्ती के अवसर पर हम संकल्प लें कि राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अपना योगदान देंगे। मुख्यमंत्री जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति को सरदार पटेल की जयन्ती तथा पुण्य तिथि के कार्यक्रमों से नागरिकों को जोड़ने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री जी ने इन कार्यक्रमों की शुरूआत करने वाले स्व0 राम कुमार वर्मा को भी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी। कार्यक्रम में राष्ट्रगान का वादन भी किया गया।

भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयन्ती पर कृतज्ञ नमन करते हुए कहा कि सरदार पटेल के रूप में लौह व्यक्तित्व ने दृढ़ता के साथ भारत को अखण्डता प्रदान की है। राष्ट्र सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा। भारत की एकता और अखण्डता के प्रतीक, आधुनिक भारत के शिल्पकार, महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर विनम्र नमन तथा सभी प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की हार्दिक बधाई व असीम शुभकामनाएं।  श्री चौधरी ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना सरदार पटेल ने देखा और उस सपने को साकार करते हुए सभी रियासतों का भारत में विलय किया। सरदार पटेल ने देश को एकता व अखण्डता के सूत्र में पिरोया है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के विराट व्यक्तित्व के अनुरूप ही विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ युनिटी के निर्माण में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की निष्ठा व कृतज्ञता का भाव निहित है। लौहपुरूष के लौह संकल्प ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ को मोदी जी ने सरकार की नीतियों व योजनाओं का आधार बनाया है।


इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी, विधायक शशांक वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी वर्मा, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना एवं गृह संजय प्रसाद, अपर निदेशक सूचना अंशुमान राम त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।