नोडल अधिकारी व जिलाधिकारी ने विकास कार्यो का किया भौतिक सत्यापन

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अयोध्या। जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत 333 शौचालयों के सापेक्ष पूर्ण होने से बचे 16 शौचालयों को एक माह में पूर्ण करने के निर्देश दिये। सभी विभाग के अधिकारियों को गांव में शाम तक रूककर अपनी अपनी योजनाओं का स्थलीय सत्यापन करने के भी निर्देश दिये। पशु टीकाकरण की स्थिति का भी भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिये। इस दौरान अवगत कराया गया कि ग्राम मधुपुर में आयुष्मान भारत के 449 लाभार्थी है। जिलाधिकारी ने ग्राम के अन्य समस्त गोल्डेन कार्ड के पात्र लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनाकर वितरित कराने के निर्देश दिये। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्कूलों में शिक्षा का बेहतर वातावरण सृजित करने तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को प्रदान करने हेतु आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर बल दिया।

अपर मुख्य सचिव सिंचाई/नोडल अधिकारी टी0 वेंकटेश व जिलाधिकारी नितीश कुमार ने विकासखण्ड मसौधा के ग्राम पंचायत मधुपुर में चौपाल लगायी तथा विकास कार्यो का भौतिक सत्यापन किया तथा प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को चाभी, कृषकों को सरसों के बीज व स्पे्रयर मशीन, शौचालयों के लाभार्थियों को स्वीकृत पत्र तथा वृद्वावस्था व निराश्रित महिला पेंशन के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया।इस दौरान नोडल अधिकारी व जिलाधिकारी ने आई0सी0डी0 एस0, वृद्वावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, मनरेगा, पशु टीकाकरण, पेयजल, ग्रामीण विद्युतीकरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं आदि योजनाओं सहित ग्रामीणों से जुड़ी विभिन्न आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु संचालित योजनाओं का सत्यापन किया।

उन्होंने कहा कि यह अभिभावकों, माता-पिता व शिक्षकों के द्वारा अपनी अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन करने और बेहतर इच्छाशक्ति से ही संभव है। उन्होंने कहा कि सभी लोग शिक्षकों का सम्मान करें और शिक्षकगण भी अपने दायित्वों को समझे और उसका गम्भीरता के साथ निर्वहन करें। शिक्षा को बेहतर करने हेतु कार्य करें। बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार हेतु सरकार द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है। विद्यालयों में शिक्षक और बच्चों के अनुपात मे भी सुधार हुआ है। उन्होंने शिक्षकों, रसोइयों व ग्राम प्रधान से स्कूलों में गुणवत्तायुक्त भोजन पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।


जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को पूर्वान्हन 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालय पर जनता दर्शन करने तथा शाम 2 बजे से रोजाना गांव का भ्रमण करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को रोस्टर जारी करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पंचायत भवनों को नियमित संचालित करने हेतु पंचायत सहायकों को निर्देशित किया। उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारियों को सप्ताह में एक दिन पंचायत भवन पर लेखपाल व ग्राम पंचायत/विकास सचिव अनिवार्य रूप से उपस्थित सुनिश्चित करने तथा पंचायत भवन पर लेखपाल व सचिव के रहने का दिन/तिथि पेंटिंग कराने के निर्देश दिये। उन्होंने लेखपाल व सचिव को पंचायत भवन में रहकर राजस्व, चकमार्ग तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी जनता की समस्याओं को सुनकर उभय पक्षों की उपस्थिति में गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने पंचायत सहायकों को 7-7 दिन की कम्प्यूटर टेªनिंग एनआईसी से कराने के निर्देश दिये।

पंचायत भवन में एक कमरे में अच्छा पुस्तकालय बनाने तथा उसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की, बच्चों के लिए उपयोगी अच्छे प्रकाशन की पुस्तकें रखने के निर्देश दिये। उन्होंने नोडल अधिकारी के निर्देशानुसार राज्य, ब्लाक, विकास, पशुपालन, स्वास्थ्य आदि विभाग के अधिकारियों को रूककर अपनी योजनाओं का 100 प्रतिशत सत्यापन करने के निर्देश दिये।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने भी पुलिस विभाग से सम्बंधित अधिकारियों को गांव से संबंधित समस्त प्रार्थना पत्रों का उभय पक्षों की उपस्थिति में गुणवत्तापूर्ण नियंत्रण सुनिश्चित करने तथा अपराध नियंत्रण व बेहतर कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, उपजिलाधिकारी, पी0डी0 डीआरडीए व अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।