अब तीसरे चरण में लगेगा जनपद नागरिको को कोविड 19 की वैक्सीन

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अयोध्या – जनपद में कोविड-19 टीकाकरण की गतिविधि चल रही है पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स का कोविड वैक्सीन पूर्ण कर लिया गया है भारत सरकार से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण के तृतीय चरण में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों एवं 45 से 60 वर्ष तक के उन व्यक्तियों को जो सहरूगणत से ग्रसित हैं का टीकाकरण किया जाना है इसके लिए (covin ) कोविन 2.0 पोर्टल का उपयोग किया जाएगा या फोल्डर दिनांक 1 मार्च 2021 से क्रियाशील हो जाएगा ।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 घनश्याम सिंह ने बताया कि कल जनपद में 3 सत्र आयोजित किए जा रहे हैं इसमें से दो सरकारी एक प्राइवेट अस्पताल को चिन्हित किया गया है सरकारी अस्पताल में जिला चिकित्सालय पुरुष और मेडिकल कॉलेज दर्शननगर में वैक्सीनेशन किया जाएगा कोविड-19 का और प्राइवेट प्राइवेट हॉस्पिटल में जिस हॉस्पिटल को चिन्हित किया गया है वह राजराजेश्वरी चिकित्सालय है जहां पर पेड़ सुविधा रहेगी 250 भुगतान करने के बाद वैक्सीनेशन किया जाएगा।


टीकाकरण हेतु सभी वह व्यक्ति जो 1 जनवरी 2022 तक 60 वर्ष या उससे ऊपर हो जाएंगे तथा सहरूगत से ग्रसित व्यक्ति जो 1 जनवरी 2022 तक 45 वर्ष के ऊपर हो जाएंगे कोविड-19 करण के लिए पात्र होंगे कोविन(covin) 2.0 मैं टीकाकरण स्थल को कॉविड वैक्सीनेशन सेंटर सीवीसी का नाम दिया गया है।
राजकीय स्वास्थ्य इकाई जी सीवीसी का नाम दिया गया है जो दो प्रकार के होंगे।
पहला राजकीय स्वास्थ्य इकाई जिसमें कि स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरी स्वास्थ्य इकाई जिला चिकित्सालय राजकीय मेडिकल कॉलेज होंगे ।
निजी स्वास्थ्य इकाई (पीसीवीसी )आयुष्मान भारत एवं सीजीएचएस की स्कीमों से आच्छादित निजी स्वास्थ्य कई होंगे ।

निजी अस्पतालों में ₹250 में कोविड-19 टीकाकरण निजी अस्पतालों में एक खुराक का अधिकतम ₹ 250 ले सकेंगे जिसमें से ₹ 150 खुराक और ₹ 100 सेवा शुल्क होगा | इस तरह प्रति व्यक्ति टीके की दो खुराक में पांच रूपये लगेंगे।


किसी भी स्वास्थ्य काई को व्यक्ति सेंटर बनाने के लिए नियम सुविधाएं आवश्यक होना है वैक्सीन के रखरखाव के लिए उपर्युक्त कोर्ट चैन की छमता प्रतीक्षा वैक्सीनेशन व उसके उपरांत देखरेख हेतु समुचित कमरे की उपलब्धता होने चाहिए उपर्युक्त संख्या में प्रशिक्षित व्यक्ति ने वैक्सीनेटर व वेरीफायर की उपलब्धता भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार टीकाकरण उपरांत होने वाले दुष्प्रभावों के प्रबंधन की क्षमता होना चाहिये ।