राजस्व कार्यो व राजस्व वसूली की प्रगति में सुधार लाये अधिकारी-जिलाधिकारी

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जिलाधिकारी ने कर करेत्तर, राजस्व वसूली एवं राजस्व कार्यो की समीक्षा की।

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में कल सायंकाल कलेक्ट्रेट सभागार में कर करेत्तर, राजस्व वसूली व राजस्व कार्यो की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने परिवहन, आबकारी, विद्युत, व्यापार कर, खनन, स्टाम्प, अन्य विभागों के राजस्व वसूली की समीक्षा की तथा कम वसूली वाले विभागों को प्रगति में सुधार लाने के निर्देश दिये और कहा कि परिवहन, स्टाम्प, विद्युत देय, इन बस की पाक्षिक बैठक करायी जाये, साप्ताहिक बैठके अपर जिलाधिकारी के माध्यम से की जाये।

जिलाधिकारी ने भू-राजस्व, विविध देय में कम वसूली करने पर नाराजगी जाहिर की, इसके साथ ही वसूली की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व वसूली में कई विभागों की स्थिति ठीक नहीं है और उनकी क्रमिक उपलब्धी भी मासिक वसूली के सापेक्ष पीछे है। उन्होने कहा कि इस माह विशेष प्रयास कर वसूली में सुधार लाये। बैठक में मण्डी सचिव उपस्थित नही थे जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और मुख्य राजस्व अधिकारी से कहा कि मण्डी सचिव को स्पष्टीकरण निर्गत किया जाये।

जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि पेट्रोल पम्पों के रैण्डम जांच करने वाले सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर लें और पेट्रोल पम्पों के बांटों की जांच समय-समय पर होती रहे। इसके साथ ही उन्होने कहा कि आडिट आपत्तियों का समयान्तर्गत निस्तारण किया जाये। जिलाधिकारी ने जन शिकायतों व राजस्व वादों के निस्तारण को लेकर नाराजगी जाहिरत करते हुये कहा कि जन सामान्य की शिकायतों का सम्बन्धित लेखपालों द्वारा गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नही किया जा रहा है जिसके कारण सम्पूर्ण समाधान दिवस व जनता दर्शन में दूर-दराज के गांव से शिकायतकर्ताओं को बार-बार आना पड़ता है यह स्थिति संतोषजनक नहीं है।

उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी भूमि, चकमार्ग, खलिहान आदि पर कब्जों की शिकायत पर तत्काल सम्बन्धित लेखपाल द्वारा निस्तारण कराया जाये। इसके साथ ही अवैध कब्जे को लेकर एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार स्वयं गांव में जाकर अवैध कब्जों, वरासत व अन्य राजस्व के कार्यो को लेकर जन समस्यायें सुने एवं उनका मौके पर ही गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शत्रोहन वैश्य, मुख्य राजस्व अधिकारी इन्द्र भूषण वर्मा, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।