सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से कैथी,महंगू का पुरवा सहित कई गांवों में कटान शुरू।ग्रामीणों में दहशत का माहौल,ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर जाने की कर रहे तैयारी।

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व डॉ0 मो0 शब्बीर

भेलसर/अयोध्या। रुदौली तहसील क्षेत्र के कैथी घाट के आसपास कई गांवों में कटान शुरू हो जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।एक ओर जहां लगातार उफनाती सरयू नदी खतरे के निशान को छूने को बेताब दिखाई दे रही है तो वहीं दूसरी ओर सरयू से सटे इलाकों में बाढ़ का खौफ लोगों को सताने लगा है।हालांकि जिला प्रशासन ने पूरी तैयारियों का दावा किया है लेकिन सरजू नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोग खतरा भांप चुके हैं।


सरजू नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण इसके तटवर्ती इलाकों में हलचल तेज हो गई है।वहीं प्रशासन ने तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी है।तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा भांप कर लोगों ने ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर पलायन की तैयारी भी शुरू कर दी है।वहीं बाढ़ ग्रस्त इलाकों के लोगों का कहना है कि जब गांवों में पानी दाखिल हो जाता है तब प्रशासन राहत के इंतजाम शुरू करता है जबकिं ऐसे में पहले से ही हम लोग अपनी तैयारी कर लेते हैं।लोगों का कहना है कि हम लोग फसलों को तो बचा नहीं पाते हैं लेकिन अपने परिवार को तो हर हाल में बचाना ही होता है। बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले ग्रामीण सरयू के रुख को देखकर काफी परेशान हैं।लोग सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की तैयारी में जुटे हुए हैं।रुदौली तहसील क्षेत्र के कई गांवों के मुहाने तक पानी पहुंचने लगा है।

कोपेपुर,बरई,सरांय नासिर,चक्का,अब्बुपुर, सल्लाहपुर,कैथी,महंगूपुरवा सहित तमाम गांवों के सैकड़ों किसानों की फसलें पानी मे डूबने के कगार पर है।वहीं प्रशासन का दावा है कि बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी है।वहीं रुदौली तहसील क्षेत्र के कैथी घाट के आसपास कई गांवों में सरयू नदी का प्रकोप शुरू हो गया है।सरजू नदी के बढ़ रहे जलस्तर से आसपास के गांवों में कटान शुरू हो गई है जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।कैथी,मांझा व महंगू का पुरवा निवासी लोगों का कहना है कि सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है,जिससे जमीनों में कटान भी शुरू हो गई है लेकिन अभी तक प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। तराई क्षेत्र के ग्रामीणों को भय है कि बीते वर्षों की तरह इस वर्ष भी उनकी जमीनें नदी में समा जाएंगी।ग्रामीणों का कहना है की प्रशासन इस मामले में समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो बाढ़ आने के बाद क्षेत्र में भारी तबाही मचना निश्चित है।

तराई क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना कि प्रशासन की नींद तब खुलती है जब किसानों की हजारों बीघा कृषि योग्य भूमि घाघरा नदी में समा जाती है।वहीं एसडीएम रुदौली स्वप्निल यादव का कहना है कि अभी सरयू नदी का जलस्तर सामान्य है प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।वहीं एडीएम वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब जरूर पहुंच गया है लेकिन अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।सरयू के जलस्तर की स्थिति पर नजर रख रहे हैं जिला प्रशासन की टीम सक्रीय व पूरी तरह से मुस्तैद है।तहसील,राजस्व व स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट पर रखा गया है तथा तटबंधों की निगरानी के लिए भी टीम लगा दी गई है।