दलित समाज पर पटरंगा पुलिस का तांडव

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गांव के दलित समाज के पुरुष महिलाओं सहित बच्चों पर पटरंगा पुलिस के सिपाहियों ने जमकर तोड़ी लाठियां,सादी वर्दी में रात में गांव पहुंची पुलिस से महिलाओं ने किया सवाल जवाब,पुलिसकर्मियों ने जकमर किया तांडव।

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व अम्ब्रेश यादव

अयोध्या/भेलसर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की पुलिस कहने को तो मित्र पुलिस कहलाती है लेकिन इस मित्र पुलिस का असली चेहरा भी बेनकाब हो गया है।इसी मित्र पुलिस पर एक गांव निवासी दलित समाज के निर्दोष पुरुष,महिलाओं,बच्चों सहित बुर्जुगों पर जमकर लाठियां तोड़ने व घर के बर्तन सहित अन्य घरेलू सामानों को भी तहस नहस कर ने का आरोप है।पीड़ित लोगों का कसूर सिर्फ इतना था कि गांव के लोगों ने सादी वर्दी में गए इन पुलिस वालों से इनकी पहचान पूंछ ली थी।इतने पर भी पुलिस का मन नही भरा तो दोषी युवक के साथ गांव के 4 निर्दोषों को भी जेल भेज दिया।


घटना पटरंगा थाना क्षेत्र के रमई का इंदारा गांव की है जहां की महिलाओं ने रो रो कर अपना दर्द बयां किया है।ग्रामीणों के आरोप के मुताबिक 19 अक्टूबर की रात को गांव के ही निवासी त्रिलोकी रावत पुत्र स्वर्गीय धनीराम रावत के घर रात में सादी वर्दी में पुलिस के कुछ सिपाही पहुंचे और त्रिलोकी की बहन से त्रिलोकी को पूंछा और कहा कि हमारी गाड़ी खराब हो गयी है उसको खींचकर सड़क से किनारे करना है।त्रिलोकी की बहन युवक से उसकी पहचान पूंछने लगी उसी दरमियान त्रिलोकी घर के कमरे से बाहर निकल आया जिसे देखते ही पुलिस वालों द्वारा कमरे के अंदर घुसकर उसकी पिटाई शुरू कर दी गई। मोहल्ले वालों द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो पुलिस वालों ने आक्रामक तेवर अख्तियार कर लिया और अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाकर मोहल्ले की महिलाओं पुरुषों व बच्चों पर टूट पड़े और उनकी जमकर पिटाई की।यही नही आरोप है ग्रामीणों के घरों के बर्तन तथा अन्य उपयोगी वस्तुवों को भी तहस नहस कर दिया और दूसरे दिन इन्हीं दलित समाज के 6 लोगों को पटरंगा पुलिस ने जेल भेज दिया।

विधायक के सामने छलका गरीब दलित समाज की महिलाओं का दर्द,विधायक ने दिया कार्यवाही का आश्वाशन-

घटना की जानकारी होने पर गांव पहुंचे क्षेत्रीय विधायक रामचंद्र यादव के सामने दलित समाज के इन्ही पुरुषों महिलाओं ने रो रो कर अपनी आपबीती सुनाई और विधायक श्री यादव ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के साथ उचित कार्यवाही करवाने का आश्वाशन दिया।