फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आमरण-अनशन
फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आमरण-अनशन

होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती में चयनित फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आमरण-अनशन इको गार्डन में चौथे दिन भी जारी ..…

अजय सिंह

लखनऊ। फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव जी चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों से मुलाकात करने पहुंचे, उन्होंने बताया कि जब तक नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक अनवरत प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक विभाग की स्वास्थ्य सुविधाएं फार्मासिस्टों की कमी के चलते बाधित हो रही हैं। वर्तमान में विभाग में होम्योपैथिक फार्मासिस्टों के कुल 1581 पद सृजित हैं जिनमें से 703 पद रिक्त पड़े हैं। फरवरी 2019 में विज्ञापित उक्त भर्ती के 414 पदों की नियुक्ति हो तब जाकर विभाग की स्वास्थ्य सुविधाएं सुचारू रूप से चालू हो सकें।

प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में माह फरवरी, 2019 से चल रही है। विज्ञापन जारी होने के लगभग 2 वर्ष 6 माह पश्चात आयोग ने उक्त भर्ती का अंतिम चयन परिणाम 02 नवंबर 2021 को जारी किया था। आयोग द्वारा जारी किए गए अंतिम चयन परिणाम में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में चयन को लेकर असफल अभ्यर्थियों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में वाद दायर किए गए।

READ MORE-यादव विकास सेवा संस्थान के होली मिलन में बच्चों ने बिखेरा रंग

फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आरोप है कि *उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सुस्त कार्यप्रणाली एवं ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए आयोग एवं शासन द्वारा नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता द्वारा केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित ना होने की वजह से होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती विगत 4 वर्षों से लंबित पड़ी है। आयोग लंबित वादों के निस्तारण एवं भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने में कोई रूचि नहीं दिखा रहा है। भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंब के चलते चयनित बेरोजगार होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थी एवं उनके परिजन सामाजिक, मानसिक, आर्थिक तथा शारीरिक रूप से प्रताड़ना झेल रहे हैं।

होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों की मांग है कि आयोग एवं शासन द्वारा ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित होकर फार्मासिस्ट भर्ती को कोर्ट के समस्त वाद-विवादों से मुक्त कराते हुए नियुक्ति प्रक्रिया जल्द से जल्द अग्रेषित करें जिससे समस्त चयनित अभ्यर्थी अपने परिवार का उचित भरण पोषण कर सके। फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आमरण-अनशन