प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 1774.34 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

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राजू यादव

काशी सदा से निरन्तर प्रवाहमान रही, दिव्य-भव्य-नव्य काशी में 08 वर्षों से विकास का जो उत्सव चल रहा है, उसे एक बार फिर गति दे रहे।प्रधानमंत्री ने जनपद वाराणसी में 1774.34 करोड़ रु0 की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।काशी ने पूरे देश को एक तस्वीर दिखाई, जिसमें विरासत भी है, विकास भी,काशी की आत्मा वही है, काया में निरन्तर नवीनता लाने का प्रयास किया जा रहा है।शिक्षा, कौशल, पर्यावरण, स्वच्छता व व्यापार के लिए जब प्रोत्साहन मिलता है, नए संस्थान बनते हैं।आस्था व अध्यात्म से जुड़े स्थानों को जब संवारा जाता है, तो विकास प्रगतिशील होता है।काशी रोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही, आज काशी के चारों तरफ रिंग रोड, चौड़े नेशनल हाइवे, बाबतपुर सिटी लिंक रोड, आर0ओ0बी0, फ्लाइओवर बनारस के लोगों का जीवन आसान बना रहे, यह सुविधा और बढ़ने वाली है।योगी की सरकार तहसील और ब्लॉक मुख्यालयों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए चौड़ी सड़कों पर जो काम कर रही है, वह भी बहुत सराहनीय।हमारी सरकार ने हमेशा गरीब की समस्याओं का समाधान करने तथा उनके सुख-दुःख में साथ देने का प्रयास किया।बीते कुछ वर्षों में हमने उ0प्र0 में ही दर्जनों नए मेडिकल कॉलेज बनाए, काशी में ही कैंसर के इलाज से लेकर तमाम बीमारियों के आधुनिक इलाज का कितना बड़ा नेटवर्क तैयार किया गया।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अपने 08 वर्ष का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया।सरकार के जनहित एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों तथा योजनाओं का लाभ नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के अन्तिम पंक्ति में बैठे लोगों तक बगैर किसी भेदभाव के पहुंच रहा।काशी के इतिहास में गत 05 वर्ष का कार्यकाल काफी महत्वपूर्ण रहा, बदलती काशी को लोगों ने करीब से देखा, नई काशी के रूप में दुनिया में इसकी पहचान बनी।

बनारस। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद वाराणसी में 1774.34 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 553.76 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 1220.58 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने डॉ0 सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि काशीवासियों से बनारसी अंदाज में कहा कि ‘काशी में कहल जाला सात वार अउर नौ त्योहार होला।’ कहे क मतलब ई कि एहां रोज-रोज नया-नया त्योहार मनावल जाला। उन्होंने कहा कि काशी सदा से निरन्तर प्रवाहमान रही हैं। दिव्य-भव्य-नव्य काशी में 08 वर्षों से विकास का जो उत्सव चल रहा है, उसे एक बार फिर गति दे रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी ने पूरे देश को एक तस्वीर दिखाई है, जिसमें विरासत भी है, विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, दिव्य व नव्य बनाने का कार्य निरन्तर जारी है। ऐसा विकास जो काशी की सड़कों, गलियों, कुण्डों, तालाबों, घाटों व पाटों, रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक लगातार गतिमान है। काशी की आत्मा वही है, काया में निरन्तर नवीनता लाने का प्रयास किया जा रहा है। काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है, तो चार नए शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी यहां 1700 करोड़ रुपये से अधिक के दर्जनों प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ है। काशी में सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वच्छता व सुन्दरीकरण से जुड़ी हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं तथा हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर कार्य जारी है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है। शिक्षा, कौशल, पर्यावरण, स्वच्छता व व्यापार के लिए जब प्रोत्साहन मिलता है, नए संस्थान बनते हैं। आस्था व अध्यात्म से जुड़े स्थानों को जब संवारा जाता है, तो विकास प्रगतिशील होता है। हर एक को बिजली पानी, घर मिलता है, तो विकास संवेदनशील होता है। उन्होंने कहा कि काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तरह देश को दिशा देने का काम किया है, उससे वे आनन्दित हैं। शॉर्टकट से देश का भला नहीं हो सकता। कुछ नेताओं का भला हो जाए, लेकिन देश व जनता का भला नहीं होता। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में बाहर से आए लोग सवाल करते थे, यहां इतना कुछ अव्यवस्थित है कैसे ठीक होगा। उनकी चिंता जायज थी। जिधर नजर डालो बदलाव, सुधार की गुंजाइश नजर आती थी। लगता था दशकों से काम हुआ ही नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए यह दे-दो जैसे शॉर्टकट से ज्यादा सोच में न था, लेकिन बनारस के लोगों ने सही रास्ता चुना। काम ऐसे हों, जो वर्तमान को ठीक करे तथा भविष्य में कई दशक तक इनका लाभ बनारस मिले। उन्होंने कहा कि जब दूरगामी प्लानिंग होती है, तो नतीजे भी निकलते हैं।


आज काशी का इन्फ्रास्ट्रक्चर कहां से कहां पहुंच गयी है। इससे किसान, नौजवान सभी को लाभ पहुंच रहा हैं। व्यापार-कारोबार बढ़ रहा। रिक्शा वाला भी कह रहा इतना काम मिल रहा। कारोबारी कह रहा इतना माल उठ रहा। घर, सड़क बनने में स्टील, सीमेण्ट समेत निर्माण सामग्री वालों का कारोबार बढ़ रहा है। काशी रोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही है। आज काशी के चारों तरफ रिंग रोड, चौड़े नेशनल हाइवे, बाबतपुर सिटी लिंक रोड, आर0ओ0बी0, फ्लाइओवर बनारस के लोगों का जीवन आसान बना रहे हैं। यह सुविधा और बढ़ने वाली है। योगी जी की सरकार तहसील और ब्लॉक मुख्यालयों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए चौड़ी सड़कों पर जो काम कर रही है, वह भी बहुत सराहनीय है। उन्होंने काशीवासियों का आह्वान किया कि हम सभी को मिलकर काशी को स्वच्छ रखना है। हमारी सरकार ने हमेशा गरीब की समस्याओं का समाधान करने तथा उनके सुख-दुःख में साथ देने का प्रयास किया है। कोरोना की मुफ्त वैक्सीन से लेकर गरीबों को मुफ्त राशन की व्यवस्था तक, सरकार ने आपकी सेवा का कोई अवसर छोड़ा नहीं है। 5 लाख रुपए तक का इलाज हमने मुफ्त किया है, उससे गरीबों की बहुत बड़ी चिंता दूर हुई है। इससे वो गरीब भी अस्पताल जाने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं, जो कभी पैसे के अभाव में इलाज से बचते थे। अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों की डिमाण्ड बढ़ रही है। बीते कुछ वर्षों में हमने उत्तर प्रदेश में ही दर्जनों नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं। यहां काशी में ही कैंसर के इलाज से लेकर तमाम बीमारियों के आधुनिक इलाज का कितना बड़ा नेटवर्क तैयार किया गया है।

काशी में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए और यह श्रृंखला अनवरत जारी- मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि काशी में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं और यह श्रृंखला अनवरत जारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अपने 08 वर्ष का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस दौरान सरकार के जनहित एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों तथा योजनाओं का लाभ नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के अन्तिम पंक्ति में बैठे लोगों तक बगैर किसी भेदभाव के पहुंच रहा है। काशी के इतिहास में गत 05 वर्ष का कार्यकाल काफी महत्वपूर्ण रहा। बदलती काशी को लोगों ने करीब से देखा है। नई काशी के रूप में दुनिया में इसकी पहचान बनी है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के पश्चात 13 दिसम्बर के बाद कोई ऐसा दिन नहीं रहा, जब प्रति दिवस एक से 5-6 लाख लोगों ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन न किया हो।राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल, केन्द्रीय भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पित परियोजनाओं में 34.65 करोड़ रुपये की लागत से लहरतारा फोरलेन पर वरुणा नदी पर बने पुल, 13.91 करोड़ रुपये की लागत से बनी अक्षय पात्र केन्द्रीयकृत रसोई, 28.69 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटकों की सुविधा के लिए बना दशाश्वमेध भवन, 9.34 करोड़ रुपये से बी0एच0यू0 में बना वैदिक विज्ञान केन्द्र फेज-2, 6.38 करोड़ रुपये की लागत से सिंधोरा में बना पुलिस स्टेशन भवन, 3.30 करोड़ रुपये से पिंडरा में बना फायर स्टेशन, 07 करोड़ रुपये की लागत से बड़ालालपुर स्थित डॉ0 भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बना सिन्थेटिक एथलेटिक ट्रैक, 1.26 करोड़ रुपये से डॉ0 भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बास्केटबॉल कोर्ट शामिल है।इसके अलावा, प्रधानमंत्री जी ने 4.96 करोड़ रुपये की लागत से दुर्गाकुण्ड में बना वृद्धाश्रम में थीम पार्क, 38.11 करोड़ रुपये की लागत से बाबतपुर-कपसेठी-भदोही मार्ग पर चार लेन का रेलवे ओवरब्रिज, 10.62 करोड़ रुपये की लागत से शाही नाला का कबीरचौरा से चौकाघाट लकड़ी मंडी तक डायवर्जन, 4.22 करोड़ रुपये की लागत से सिस वरुणा पेयजल योजना में राइजिंग मेन लाइन का लीकेज वर्क, 2.82 करोड़ रुपये की लागत से मुकीमगंज महमूरगंज में ट्रेंचलेस टेक्नालाजी से सीवर लाइन कार्य, 88.87 करोड़ रुपये की लागत से शाही नाला का जीर्णाेद्धार एवं सफाई कार्य ट्रेंचलेस विधि से, 107.09 करोड़ रुपये की लागत से वरुणापार का 25782 घरों को सीवर लाइन कार्य, 6.50 करोड़ रुपये की लागत से रामनगर में राजकीय बालिका गृह, 20.65 करोड़ रुपये की लागत से आई0पी0डी0एस0 के तहत नगवां में 33/11 के0वी0 जी0आई0एस0 सबस्टेशन, 6.26 करोड़ रुपये की लागत से सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में विभिन्न निर्माण कार्य, 17.09 करोड़ रुपये की लागत से पुरानी काशी में कामेश्वर महादेव वॉर्ड के पुनरोद्धार कार्य का लोकार्पण किया।


प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पित परियोजनाओं में 10 करोड़ रुपये की लागत से लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे नाइट बाजार, 29.79 करोड़ रुपये की लागत से गंगा जी में 500 डीजल-पेट्रोल चालित नावों का सी0एन0जी0 में कनवर्ट, 3.47 करोड़ रुपये की लागत से थाना मिर्जामुराद, चोलापुर, जंसा व कपसेठी में हॉस्टल, बैरक और विवेचना रूम, 9.28 करोड़ रुपये की लागत से पी0डब्ल्यू0डी0 की आठ सड़कें, 7.39 करोड़ रुपये की लागत से फूलपुर-सिंधोरा लिंक रोड का चौड़ीकरण, 17.10 करोड़ रुपये की लागत से पिंडरा-कठिरांव रोड का चौड़ीकरण, 14.16 करोड़ रुपये की लागत से पिंडरा के महगांव में आई0टी0आई0, 9.26 करोड़ रुपये की लागत से धरसौना-सिंधौरा रोड का चौड़ीकरण, 11.89 करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सात सड़कें, 27.32 करोड़ रुपये की लागत से दासेपुर हरहुआ में 608 प्रधानमंत्री आवास तथा 5.46 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीण पेयजल योजना भी सम्मिलित है।


प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास की गई परियोजनाओं में 241.80 करोड़ रुपये की लागत से 6-लेन रोड लहरतारा-बी0एच0यू0-विजया सिनेमा, 218.66 करोड़ रुपये की लागत से 6-लेन रोड पांडेयपुर फ्लाईओवर से रिंग रोड तक, 241.89 करोड़ रुपये की लागत से 4-लेन रोड कचहरी से संदहा तक, 3.74 करोड़ रुपये की लागत से सर्किट हाउस में अतिरिक्त नया ब्लॉक, 21.98 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी-भदोही रूरल रोड, 8.29 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीण क्षेत्र में 05 रोड और 04 सी0सी0 रोड, 32.77 करोड़ रुपये की लागत से बाबतपुर-चौबेपुर मार्ग पर बाबतपुर स्टेशन के पास रेलवे ओवर ब्रिज, 72.63 करोड़ रुपये की लागत से वर्ल्ड बैंक के सहयोग से सारनाथ में बुद्धिस्ट सर्किट के तहत जनसुविधा के विकास कार्य, 12.52 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन विकास योजना के तहत पावन पथ का निर्माण अष्टविनायक व द्वादश ज्योतिर्लिंग और अष्ट भैरव, नवगौरी यात्रा, 39.22 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन विकास योजना के तहत पांचांे पंडवा पड़ाव का निर्माण कार्य, 27.31 करोड़ रुपये की लागत से पुरानी काशी में पर्यटन विकास योजना के लिए हबीबपुरा वॉर्ड चेतगंज वॉर्ड-1 व 2, पियरी कला वॉर्ड 1 व 2 व पान दरीबा में निर्माण, 87.36 करोड़ रुपये की लागत से सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम में पुनर्निमाण का कार्य फेज तथा 212.41 करोड़ रुपये की लागत से हर घर जल योजना के तहत ग्रामीण पेजयल योजना के तहत 67 योजनाओं सहित 13 परियोजनाएं सम्मिलित हैं।


प्रधानमंत्री द्वारा डीजल-पेट्रोल चालित से सी0एन0जी0 में कनवर्ट 500 लोकार्पित नावों से गंगा जी को प्रदूषण मुक्त बनाए रखने में सहायता मिलेगी। इन नावों को यहां नमो घाट पर गेल (इण्डिया) लिमिटेड द्वारा निर्मित भारत के पहले फ्लोटिंग सी0एन0जी0 स्टेशन से सी0एन0जी0 की आपूर्ति की जा रही है। गेल की निगमित सामाजिक दायित्व पहल के अन्तर्गत वाराणसी नगर निगम के सहयोग से इन नावों का रूपान्तरण किया गया। सी0एन0जी0 रूपान्तरण से न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि ईंधन पर होने वाली बचत से नाविकों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। अब तक 500 नावों को सी0एन0जी0 में रूपान्तरित किया जा चुका है तथा अन्य नावों को भी स्वच्छ ईंधन द्वारा संचालित किए जाने हेतु रूपान्तरण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।

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