प्रधानमंत्री ने जिंदा एयरपोर्ट पहुंच चन्नी को बोलै थैंक्स

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कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री मोदी से नफरत करती है लेकिन आज उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की,पंजाब राज्य में कानून-व्यवस्था इस तरह चरमरा गई है कि डीजीपी का दावा है कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री को सुरक्षा सहायता प्रदान करने में असमर्थ है.”स्मृति ईरानी ने कहा कि हम जैसे लोगों को इस बात से गुस्सा आता है कि जब प्रधानमंत्री ने सुरक्षा भंग की तो कांग्रेस नेता खुशी से झूम उठे और उनसे पूछा कि उनका जोश कैसा है.वह कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास के एक ट्वीट का जिक्र कर रही थीं, जिन्होंने ट्वीट किया था, “मोदी जी, हाउ इज द जोश?” मंत्री ने यह भी कहा कि एमएचए ने इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट मांगी है.

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. घटना के बाद बठिंडा हवाई अड्डे के अधिकारियों का भी बयान सामने आया है. बठिंडा हवाई अड्डे के अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि बठिंडा हवाई अड्डे पर लौटने पर पीएम मोदी ने वहां के अधिकारियों से कहा, “अपने सीएम को धन्यवाद कहना, कि मैं बठिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट आया.” पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सड़क मार्ग से जाते समय एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट के लिए उस वक्त फंस गए जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को रोक दिया. गृह मंत्रालय ने इस घटना को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक करार दिया है.

गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इसकी रिपोर्ट तलब की है. मंत्रालय ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि पंजाब दौरे पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक सामने आई है. उनका काफिला एक फ्लाई ओवर में करीब 15-20 मिनट तक रुका रहा.रैली रद्द होने के बाद जब नरेंद्र मोदी बठिंडा एयरपोर्ट वापस पहुंचे तो उन्होंने भी पंजाब की कांग्रेस सरकार पर तंज कसा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मोदी ने एयरपोर्ट के अधिकारियों से कहा-अपने मुख्यमंत्री को मेरा शुक्रिया कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा पहुंच सका.

गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान गंभीर सुरक्षा खामी के बाद उनके काफिले ने लौटने का फैसला किया. बयान में यह भी कहा गया कि मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है. जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त प्रधानमंत्री बठिंडा से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक की ओर जा रहे थे.