भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का राजनीतिक सफर

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उत्तर प्रदेश के नए भाजपा अध्यक्ष बनाए गए भूपेंद्र सिंह चौधरी जाट बिरादरी और पश्चिमी यूपी में मजबूत पकड़ रखते हैं। यही वजह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन के बाद भी शानदार जीत हासिल की थी। आइए जानते हैं कि भूपेंद्र सिंह चौधरी के बारे में-किसान परिवार में जन्म। भूपेंद्र चौधरी का जन्म मुरादाबाद जिले के महेंद्री सिंकदरपुर गांव में साल 1966 में एक किसान परिवार में हुआ था।

भूपेंद्र सिंह चौधरी की शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई और फिर मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की।वह आगे चलकर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े और फिर 1991 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। वह फिलहाल यूपी विधान परिषद के सदस्य हैं। उन्हें 10 जून 2016 को उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य चुना गया था। वह भाजपा के 2012 में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे हैं।

पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह यूं ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नहीं बने हैं। उन्हें संगठन का कुशल शिल्पी माना जाता है। मुश्किल हालात में पार्टी के लिए संकटमोचक बने। वहीं, अपनी व्यवहार कुशलता से पार्टी के अन्य नेताओं के साथ गृहमंत्री अमित शाह के दिल में स्थान बनाया है। पार्टी ने भी उन्हें हमेशा गुड बुक में रखा।

भूपेंद्र चौधरी की नियुक्ति को जाट समुदाय वोटर्स में पकड़ बनाने को लेकर देखा जा रहा है। तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहे जाट समुदाय से भाजपा की दूरी बढ़ गयी थी, हालांकि इसका कोई बड़ा असर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में देखने को नहीं मिला था। खास बात है कि हरियाणा में ओपी धनखड़ और राजस्थान में सतीश पूनिया के बाद उत्तर प्रदेश अब तीसरा ऐसा राज्य है जहां भाजपा का नेतृत्व कोई जाट नेता करेगा।

भूपेंद्र चौधरी का कद पार्टी में प्रभावशाली जाट नेताओं में है। विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता संगीत सोम और सुरेश राणा की हार ने पार्टी को भूपेंद्र चौधरी की ओर मोड़ दिया है। भाजपा के पास जब टिकैत परिवार का साथ न हो तो उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अतिरिक्त मेहनत की जरुरत थी। भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना-स्वच्छ भारत मिशन में रिकॉर्ड शौचालय बनवाया है। इन्होंने अपने कार्यकाल में यूपी के ग्रामीण इलाकों में 1.75 करोड़ शौचालय बनवाये तथा सभी 75 जिलों को खुले में शौच मुक्त घोषित करवाया।

1989 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े।
1990 जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद मुरादाबाद रहे।
1994 में कोषाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे।
1995 में महामंत्री भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे।
1996 से 2000 जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे।
1999 संभल से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी रहे।