प्रधानमंत्री का सपना हर गरीब का घर हो अपना-मुख्यमंत्री

168

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण ) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 6637.72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 5.51 लाख आवासों के लाभार्थियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से गृह प्रवेश/चाभी वितरित कीं।प्रधानमंत्री गरीबों के सबसे बड़े हितैषी, वे वंचितों, शोषितों और गरीबों की समस्याआंे और सरोकारों का निरन्तरसमाधान करने के लिए तत्पर रहते हैं। उनके द्वारा गरीबों को आवास मुहैय्या कराने के दृष्टिगत ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की संकल्पना की गयी और इसे 01 अप्रैल, 2016 से लागू किया।प्रधानमंत्री जी का सपना है कि हर गरीब का घर हो अपना।प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी/ग्रामीण) तथा मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)के अन्तर्गत पिछले चार वर्षाेें में लगभग 42 लाख आवास स्वीकृत किये गये।प्रधानमंत्री जी के विकास के एजेण्डे का लाभगरीबों को बिना भेदभाव के मिल रहा है।मुख्यमंत्री ने जनपद लखीमपुर खीरी के विकासखण्ड गोला केतहत ग्राम लन्दनपुर ग्रण्ट में विकसित किये गये बाबा गोकर्णनाथग्रामीण आवासीय परिसर की कार्य योजना के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए हाउसिंग क्लस्टर केविकास के लिए लन्दनपुर ग्रण्ट मॉडल को अपनाने के लिए कहा।मुख्यमंत्री ने इस मॉडल में बायोगैस प्लाण्ट तथा पार्क में जिम स्थापितकरने के निर्देश दिए, इससे ‘खेलो इण्डिया’ योजना को बढ़ावा मिलेगा।हाउसिंग क्लस्टर में निवास करने वाली महिलाओं को स्वयं सहायतासमूह गठित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं।राज्य सरकार द्वारा आजीविका मिशन के माध्यम से  महिलाओं  के स्वयंसहायता समूह गठित कर 52 लाख महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया।प्रदेश के अनेक महिला स्वयं सहायता समूह‘ओ0डी0ओ0पी0’ योजना से जुड़कर अच्छा कार्य कर रहे, राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है,उनके पोषाहार की व्यवस्था आजीविका मिशन से जुड़ी कर्मी कर रही हैं।प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में ग्राम स्वराजको साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है।प्रदेश के गरीबों, वंचितों, शोषितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों तथा अन्य वर्गाें को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)के 05 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी वितरित की,मुख्यमंत्री ने अन्य जनपदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यमसे जुड़े इस योजना के लाभार्थियों से संवाद किया।लखीमपुर खीरी के हाउसिंग क्लस्टर लन्दनपुर ग्रण्ट की लाभार्थियों से संवाद किया।लगभग 70 प्रतिशत आवासों का मालिकाना हक महिलाओं को दिया गया।


लखनऊ। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 6637.72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 5.51 लाख आवासों के लाभार्थियों के गृह प्रवेश/चाभी वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने लाभार्थियों को वर्चुअल माध्यम से चाभियां वितरित कीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी गरीबों को खुश देखना चाहते हैं। प्रधानमंत्री का सपना है कि हर गरीब का घर हो अपना। इस योजना के तहत अब तक बड़ी संख्या में प्रदेश के गरीबों को आवास उपलब्ध कराये गये हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी/ग्रामीण) तथा मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत पिछले चार वर्षाेें में लगभग 42 लाख आवास स्वीकृत किये गये। जबकि इसके सापेक्ष पूर्व के 30 वर्षाें में कुल 53 लाख आवास बने। इससे पता चलता है कि पूर्व की सरकारों ने गरीबांे की आवासीय समस्याओं के समाधान पर पूरा ध्यान नहीं दिया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबों के सबसे बड़े हितैषी हैं। वे वंचितों, शोषितों और गरीबों की समस्याआं और सरोकारों का निरन्तर समाधान करने के लिए तत्पर रहते हैं। गरीबों को आवास मुहैय्या कराने के दृष्टिगत ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की संकल्पना की और इसे 01 अप्रैल, 2016 से लागू किया। भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारम्भ 20 नवम्बर, 2016 को प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश के जनपद आगरा से किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस योजना से गरीबों, किसानों, महिलाओं, वंचितों, दलितों, अल्पसंख्यकों तथा अन्य वर्गाें को जोड़ा और लाभान्वित किया। आज प्रधानमंत्री जी के विकास के एजेण्डे का लाभ गरीबों को बिना भेदभाव के मिल रहा है। उन्होंने आज लाभान्वित हुए सभी लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उन सबको प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भरता के विजन का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)/मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों को अन्य लाभार्थीपरक योजनाओं जैसे उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान भारत, राशन कार्ड, शौचालय निर्माण, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना इत्यादि का भी लाभ दिया जा रहा है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद लखीमपुर खीरी के विकासखण्ड गोला के तहत ग्राम लन्दनपुर ग्रण्ट में विकसित किये गये बाबा गोकर्णनाथ ग्रामीण आवासीय परिसर की कार्य योजना के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। उन्होंने इस प्रयास के लिए खीरी के मुख्य विकास अधिकारी तथा उनकी टीम की सराहना करते हुए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए हाउसिंग क्लस्टर के विकास के लिए इस मॉडल को अपनाने के लिए कहा। इस मॉडल के तहत आवास निर्माण के साथ-साथ पार्क, रोड, बिजली, पानी, मवेशियों के लिए शेड, इत्यादि की व्यवस्था की गयी है।


मुख्यमंत्री ने इस मॉडल में बायोगैस प्लाण्ट स्थापित करने के साथ-साथ पार्क में जिम स्थापित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे ‘खेलो इण्डिया’ योजना को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस हाउसिंग क्लस्टर में निवास करने वाली महिलाओं को स्वयं सहायता समूह गठित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए भी कहा। उन्होंने जनपद झांसी के बालिनी दुग्ध संघ के मॉडल को अपनाकर महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।राज्य सरकार द्वारा आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाआंे के स्वयं सहायता समूह गठित कर 52 लाख महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत अनाज वितरण में अनियमितता के सम्बन्ध में शिकायतें मिलने पर वितरण का दायित्व महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को दिया जा रहा है, जिसका वे भली-भांति निर्वाह कर रही हैं।

अनोखा है अरविंद सिंह का लन्दनपुर मॉडल, पूरे प्रदेश में करेंगे लागू- योगी

“वाह! क्या खूब बसाया है लंदनपुर!”लखीमपुर खीरी में विकसित अभिनव ग्रामीण टाउनशिप की सीएम योगी ने की सराहना। एकीकृत टाउनशिप में आवास के साथ पार्क, बिजली, सड़क, सीवर, गोशाला, घर-घर शुद्ध पेयजल, हर घर बिजली, हर घर प्रदूषण मुक्त गैस सिलिंडर की है सुविधा। मोदी-योगी की विकसित सशक्त गांव की संकल्पना की शानदार मिसाल है लन्दनपुर। “शानदार तोरण द्वार, चहारदीवारी के बीच करीने से बने मकान, चमचमाती सड़कें, सार्वजनिक पार्क, पूरे परिसर को रोशन करतीं स्ट्रीट लाइट, गोशाला, घर-घर शुद्ध पेयजल, हर घर बिजली, हर घर प्रदूषण मुक्त गैस सिलिंडर, हर परिवार को मुफ्त स्वास्थ्य की सुविधा…और भी बहुत कुछ….।”इन शब्दों को एक साथ जोड़कर पढ़े तो जेहन में जो तस्वीर से जो तस्वीर बनती है उसे “लन्दनपुर” कहते हैं। …और यह लन्दनपुर किसी परीकथा का कोई अंजान शहर नहीं, यह लखीमपुर खीरी जिले के कुंभी ब्लॉक में विकसित बाबा गोकर्णनाथ ग्रामीण टाउनशिप” है। इस अभिनव एकीकृत ग्रामीण टाउनशिप के शिल्पकार तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संकल्पना का शहर बताते हैं।

ऐसा है लखीमपुर खीरी का लंदनपुर ग्रंट टाउनशिप

  • सभी परिवारों को उनके गांव में आवासीय भूमि का पट्टा।
  • टाउनशिप के लिए के लिए शासन से कोई अतिरिक्त ग्रांट नहीं ली गई।
  • पीएम आवास ग्रामीण के तहत व्यक्तिगत आवास के लिए मुफ्त आवंटन।
  • हर घर में टैप वाटर व पानी की टंकी से घरों में जलापूर्ति।
  • हर घर में बिजली का कनेक्शन, अलग से ट्रांसफॉर्मर।
  • 26 व्यक्तिगत शौचालय, 26 कम्पोस्ट पिट।
  • गोवंश सहभागिता के तहत सभी को गोवंश प्रदान किया गया।
  • सार्वजनिक पार्क, मनरेगा से ओपन जिम , वॉकिंग ट्रैक।
  • भगवान शिव का मंदिर, खूबसूरत पोखर, आयुष्मान गोल्ड कार्ड।
  • आजीविका मिशन के तहत महिलाओं का समूह, ऑफिस एवं स्टोर।
  • राशन कार्ड, पेंशन योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, इंडिया मार्का हैडपंप, स्ट्रीट लाइट, तोरण द्वार, पक्की नाली, कूड़ा प्रबंधन।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के अनेक महिला स्वयं सहायता समूह ‘ओ0डी0ओ0पी0’ योजना से जुड़कर अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उनके पोषाहार की व्यवस्था आजीविका मिशन से जुड़ी कर्मी कर रही हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मंे आवास योजनाओं का लाभ आधा-अधूरा मिलता था। लाभार्थियों को धनराशि उपलब्ध कराने मेें भी भ्रष्टाचार होता था, लेकिन प्रधानमंत्री जी ने गरीब जनता के जनधन खाते खुलवाकर इन खातों में डी0बी0टी0 के माध्यम से सहायता राशि अन्तरित करवाकर भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। आज लाभार्थियों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है।

अयोध्या की 71 वर्षीय प्रेमा देवी ने देशज भाषा में घर का सपना पूरा करने के लिए पीएम-सीएम की जोड़ी को धन्यवाद दिया,हमार घर बन गइल, जुग-जुग जियें मोदी-योगी

“अपना घर” का सपना संजोने वाले 05 लाख 51 हजार ग्रामीण परिवारों का ख्वाब आखिर पूरा हो गया। बुधवार को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्हें “अपने घर” की चाभी मिली तो आंखें खुशी से भर आईं। जीवन के इस बेहद खास मौके को किसी ने अविस्मरणीय बताया तो कोई मोदी-योगी को धन्यवाद देते न थक रहा था।मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने 5.51 लाख आवासों की चाभी संबंधित परिवारों को सौंपी। अयोध्या, सोनभद्र, रायबरेली की 05 लाभार्थियों को सीएम ने प्रतीकात्मक चाभी दी, जबकि लाखों लोग वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े थे। गृह प्रवेश कर रहे लोगों को बधाई देते हुए सीएम योगी ने कहा कि 30 सालों में यूपी में 54 लाख लोगों को आवास की सुविधा मिली, जबकि बीते चार सालों में ही 41 लाख 73 हजार से ज्यादा परिवारों का अपने घर का सपना पूरा हुआ। पूर्ववर्ती सरकारों की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए सीएम ने कहा कि चार साल पहले भी ऐसी योजनाएं चलतीं थीं, लेकिन सरकार की खराब नीयत के चलते गरीबों को मिलने वाले रुपयों में सेंध लग जाया करती थी। विकास को जातिवाद, क्षेत्रवाद और परिवारवाद खा जाता था। किसान, नौजवान, और महिला विकास इनके एजेंडे में कहीं था ही नहीं। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनधन खाते और डीबीटी सिस्टम के माध्यम से ऐसी व्यवस्था कर दी है कि गरीब की पाई-पाई सीधे उस तक पहुंचती है। मुख्यमंत्री ने आवास योजना में 70 फीसदी से अधिक महिला लाभार्थियों का होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में अच्छा प्रयास है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में ग्राम स्वराज को साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गरीबों, वंचितों, शोषितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों तथा अन्य वर्गाें को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के 05 लाभार्थियों-जनपद अयोध्या की प्रेमा, जनपद रायबरेली की अंशू देवी, जनपद वाराणसी की मीरा देवी, जनपद कुशीनगर की संगीता देवी तथा जनपद सोनभद्र के बरई को आवास की प्रतीकात्मक चाभी वितरित की।

उत्‍तर प्रदेश के साढ़े पांच लाख गरीबों का अपने घर का सपना बुधवार को पूरा हो गया। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और मुख्‍यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के इन लाभार्थियों के गृह प्रवेश कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने लाभार्थियों को घर की चाबी सौंपी। सीएम 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से इस कार्यक्रम से जुड़े। इन दोनों योजनाओं के तहत बनाए गए 5.51 लाख आवासों की कुल लागत 6637.72 करोड़ रुपये है। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थियों से संवाद भी किया। उन्होंने अपना घर बनने पर लाभार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।


योगी ने अन्य जनपदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े इस योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया। इनमें जनपद अयोध्या की कुमकुम, जनपद वाराणसी की कमला देवी, जनपद बहराइच की हाजरा तथा जनपद प्रतापगढ़ की सुशीला शामिल थीं। उन्होंने जनपद लखीमपुर खीरी के हाउसिंग क्लस्टर लन्दनपुर ग्रण्ट की लाभार्थियों प्रेमवती तथा सरला से भी संवाद किया। उल्लेखनीय है कि लगभग 70 प्रतिशत आवासों का मालिकाना हक महिलाओं को दिया गया है।मुख्यमंत्री ने इन सभी लाभार्थियों को अपना पक्का आवास मिलने पर बधाई देते हुए उनसे अन्य योजनाओं जैसे-उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान भारत, राशन कार्ड इत्यादि से मिलने वाले लाभ के विषय में भी जानकारी प्राप्त की। इन लाभार्थियों ने उन्हें अवगत कराया कि उन्हें सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है। उन्हें आवास प्राप्त करने में किसी दिक्कत अथवा भ्रष्टाचार का सामना नहीं करना पड़ा है।कार्यक्रम को ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल तथा अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया।इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।