प्रमुख सचिव नगर विकास ने ड्रोन से की जा रही निगरानी का किया निरीक्षण

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प्रमुख सचिव नगर विकास ने नाले-नालियों की साफ-सफाई का ड्रोन से की जा रही निगरानी का निरीक्षण किया।बरसात के दौरान कहीं पर भी जलभराव की स्थिति पैदा न हो, इससे निपटने के सम्पूर्ण प्रबन्ध पूरे किये जायें।

अजय सिंह

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने बरसात के दौरान शहरों में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए मानसून से पहले ही नाले-नालियों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। साथ ही इसकी मॉनीटरिंग भी ड्रोन से करायी जाए इसके निर्देश दिए हैं, जिससे की साफ-सफाई की हकीकत सामने आ सके। इसी संदर्भ में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने आज 5-कालीदास मार्ग, कैबिनेट गंज स्थित नाले की साफ-सफाई का ड्रोन के माध्यम से किये जा रहे सर्वे का मौके पर जाकर निरीक्षण किया।

प्रमुख सचिव ने कहा कि लखनऊ शहर के सभी नाले-नालियों की साफ-सफाई एक सप्ताह के भीतर हो जाए और ड्रोन के माध्यम से की जा रही निगरानी की रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि नाले-नालियों में कहीं पर सिल्ट आदि जमा न हो यह सुनिश्चित किया जाए, जिससे कि बरसात के दौरान कहीं पर भी जलभराव की समस्या पैदा न हो। साथ ही सभी नाले-नालियों के चोक प्वाइंट को भी चेक कर लिया जाए तथा जलभराव की समस्या से निपटने के सम्पूर्ण प्रबंध भी समय से पूरे कर लिए जाएं, जिससे कि जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना न करान पड़े।

अमृत अभिजात ने सभी नगर आयुक्तों को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह के भीतर मानसून आने से पहले ही शहरों के सभी नाले-नालियों की साफ-सफाई पूरी तरह सुनिश्चित करायी जाए।निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव नगर विकास को बताया गया कि लखनऊ नगर निगम सीमा में 03 मी. से अधिक चौड़े 88 बड़े नाले तथा 03 मी. से कम चौडे़ 536 मझोले नाले और 929 छोटे नाले आते हैं। इस प्रकार कुल 1553 नाले हैं, जिनसे लखनऊ शहर का पानी बाहर जाता है।

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