पेयजल मिशन के तहत स्वच्छ जल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता

327

अयोध्या – जल जीवन, पेयजल मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक परिवार को गृह जल संयोजन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इस कार्य को मोड मिशन के तहत सभी अभियन्ता एवं कार्यदायी संस्था इस योजना के तहत दिये गये कार्यो एवं लक्ष्य को समय से पूरा करें ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों को इस योजना से आच्छादित करते हुये उन्हें शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जा सकें। आयुक्त सभागार में मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल ने पूरे मण्डल की बैठक करते हुये बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध न होने के कारण अनेक बीमारियां फैलती थी।

बच्चों में भी अनेक बीमारियां दिखायी पड़ती थी। वर्तमान सरकार ने इसको दृष्टिगत रखते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजनाओं के माध्यम से प्रत्येक परिवार को गृह जल संयोजन की सुविधा उपलब्ध कराने की व्यापक योजना बनायी है। जिसके तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष में मण्डल में 1 लाख 17 हजार 06 परिवारों को गृह जल संयोजन के माध्यम से लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें अमेठी में 10 हजार 899, अम्बेडकरनगर में 12 हजार 501, अयोध्या में 19 हजार 739, बाराबंकी में 47 हजार 84 तथा जनपद सुल्तानपुर में 26 हजार 783 परिवारों को उक्त योजना के तहत आच्छादित किया जाना है। माह फरवरी के 67 हजार 431 के सापेक्ष अब तक 52 हजार 540 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया गया है जो लक्ष्य का 77.09 प्रतिशत है। मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि 31 मार्च 2021 तक शासन द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किये गये है उनका शत प्रतिशत कार्यपूर्ति आवश्य करें इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतें।

उन्होंने आगे बताया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणाधीन/रेट्रोफिटिंग योजना के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष में जनपद अमेठी में 06, सुल्तानपुर 03, कुल 09 नई परियोजनाएं है जबकि मण्डल में कुल रेट्रोफिटिंग की 120 परियोजनाएं है जो इस वित्तीय वर्ष में पूरी हो जायेंगी। बैठक में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत हर घर जल योजना में (निबजपवदंस ीवनेमीवसक जंचचमक बवददमबजपवद) के सुचार रूप से क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान जलनिगम के अधिकारियों के द्वारा आयुक्त महोदय के संज्ञान में लाया गया कि कुछ भ्रांतियों के कारण ग्रामीणों द्वारा कनेक्शन नही लिया जा रहा है और न ही उनके द्वारा आधार कार्ड, मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराया जा रहा है।

इस पर आयुक्त महोदय ने मण्डल के सभी जलनिगम के अधिकारियों तथा कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया कि इस सम्बंध में ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलायें और उन्हें योजना के लाभों एवं विशेषताओं के बारे में विस्तार से बतायें ताकि उनकी भ्रांतियां दूर हो सकें और वे सहज रूप से कनेक्शन लेने को तैयार हो इसके लिए आवश्यक हो तो सम्बंधित ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारी, सहायक पंचायत राज अधिकारी, लेखपाल आदि की भी मदद लें। आयुक्त महोदय ने मण्डल के समस्त मुख्य विकास अधिकारियों को इस आशय का एक पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिये है कि वे अपने जनपद के समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दें कि जलनिगम/सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा सहयोग मांगे जाने पर योजना की विशेषताओं से अवगत कराने हेतु गोष्ठियां आदि आयोजित करायें। जनपद अम्बेडकरनगर में जलजीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यदायी संस्था के अधिकारी जो बैठक में उपस्थित थे, से पूंछा कि आपको जो 241 गांव की सूची मिली है उसमें से आपने कितने गांवों का सर्वेक्षण किया है और कितने गांवों में आपको भूमि उपलब्ध हो गयी है।

सम्बंधित अधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा तीन दिन में 48 गांवों का सर्वे किया गया परन्तु एक भी गांव में उन्हें भूमि उपलब्ध नही हो पायी इस पर आयुक्त महोदय ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि तीन दिन में 48 गांव का सर्वेक्षण किया जाना सम्भव ही नही है और 241 में से किसी भी गांव में भूमि उपलब्ध न होना आपकी कार्यक्षमता एवं लगन पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। उन्होंने निर्देश दिया कि आप गांवों में जाकर प्रधान, लेखपाल से मिले, केवल आफिस में ही बैठकर फोन से ही कार्य न करें मौके पर जायें। दूसरी तरफ अयोध्या जनपद के कार्यदायी संस्था गायत्री के अधिकारी ने बताया कि अयोध्या जनपद में उन्हें 140 गांव की सूची मिली है जिसमें से उनके द्वारा 24 गांवों का सर्वेक्षण किया जा चुका है 20 गांवों में ग्राम प्रधान ने भूमि चिन्हित कर दिखा दिया है, केवल लेखपाल से सम्पर्क करना है। आयुक्त महोदय ने बैठक में कहा कि देखों इस प्रकार कार्य होना चाहिए।

अन्त में उन्होंने उपस्थिति अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांवों में जाये योजनाओं को देखे, योजनाओं का स्थलीय सत्यापन करें, जहां भी समस्यायें आ रही है उन्हें खण्ड विकास अधिकारी, उपजिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिलाधिकारी से मिलकर सार्टआउट करायें और बैठक में पूरी तैयारी से आयें। बैठक में गिरीश चन्द्र अधीक्षण अभियन्ता, एएन उपाध्याय अधिशाषी अभियन्ता बाराबंकी, बीपी सिंह अधिशाषी अभियन्ता अमेठी, आरएस यादव अधिशाषी अभियन्ता सुल्तानपुर, बी हुसैन अधिशाषी अभियन्ता सहित ईएमआई व कार्यदायी संस्था के अधिकारी उपस्थित थे।