दो करोड़ 68 लाख से बनी सड़क कई जगहों पर धंसी

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  • दो करोड़ 68 लाख से बनी सड़क डेढ़ माह में मानसून की हुई पहली बारिश में कई जगहों पर धंसी।
  • ग्रामीणों ने पीडब्लूडी विभाग व ठेकेदार पर लगाया अनियमितता का आरोप।
  • ग्रामीणों का धंसी सड़क पर निकले बड़े बड़े पत्थरों पर चलना जान जोखिम में डालने से कम नहीं

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व डॉ0 मो0 शब्बीर

अयोध्या/भेलसर।  रुदौली तहसील क्षेत्र के एक गांव में 2करोड़ 68 लाख की लागत से बनी सड़क पहली ही बारिश में धंस गई।ग्रामीणों का उसपर चलना अपनी जान जोखिम डालने से कम नहीं।
जानकारी के मुताबिक रूदौली तहसील क्षेत्र के बाढ़ रहित तराई क्षेत्र में बसे ग्रामीणों के आवागमन के लिए पीडब्लूडी द्दारा 2019 में महंगू का पुरवा से सड़री गांव तक 2 करोड़ 68 लाख की लागत से इस सड़क का कार्य शुरू हुआ और यह सड़क मई 2021में पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुई।

रुदौली में बिछेगा सड़कों का जाल- राम चन्द्र यादव

मानसून की पहली ही बरसात में यह नवनिर्मित सड़क कई जगहों पर जमीन में धंस गई और उसके ऊपर पड़े डामर का कहीं नामोनिशान तक नहीं बचा है सिर्फ कई जगहों से धंसी सड़क पर पड़े बड़े बड़े पत्थर व रोड़ा के अलावा कुछ नही दिखाई देता है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क में विभाग के कर्मचारियों द्दारा सही तरीके से मानक के अनुरूप निर्माण सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया अगर इस सड़क में विभाग के अधिकारियों द्दारा मानक के अनुरूप निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया होता तो यह सड़क मानसून की पहली ही बारिश में दो करोड़ से अधिक की लागत से बनी सड़क कई जगहों से न धंसती।

तराई क्षेत्र के राम नरायन,हरिलाल,इंद्रजीत यादव,बब्लू यादव आदि ग्रामीणों ने विभाग के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 से बन रही यह सड़क को मई 2021 में जल्दी जल्दी मिट्टी से पाटकर उसपर डामर डालकर बनाया गया है जो बारिश होते ही सड़क कई जगहों पर धंस गई है।

पत्थर के बड़े बड़े टुकड़े निकले हुए जिस पर चलना खतरे से खाली नहीं है।वहीं इस बाबत जिला पंचायत सदस्य बलराम यादव ने बताया कि यह सड़क 2019 में पास हुई थी जो मंहगू का पुरवा गांव से सड़री गांव तक 2 करोड़ 68 लाख रुपये की लागत से बनी है।

जिसको विभाग व ठेकेदार ने मिलकर इस सड़क को जल्दी जल्दी मिट्टी डालकर उसपर डामर डालकर अभी लगभग डेढ़ माह पहले मई 2021में चालू किया गया है जो अभी हुई बारिश के पानी के कारण कई जगहों पर धंस गई है डामर बह गया है पत्थर के बड़े बड़े रोड़ा ही दिखाई देते हैं।जिसपर साइकिल,बाइक व उसपर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है।

जिला पंचायत सदस्य बलराम यादव ने कहा कि ठेकेदार व पीडब्लूडी विभाग के कर्मचारियों द्दारा इस सड़क निर्माण में घोर अनियमितता बरती गई और मानक के अनुसार निर्माण सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है।उन्होंने कहा कि इस सड़क सारा पैसा कमीशन की भेंट चढकर कर्मचारियों की जेब मे चला गया है।

श्री यादव ने सरकार से 2 करोड़ 68 लाख की लागत से बनी सड़क की जांचकर सम्बंधित विभाग ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग की है।एसडीएम विपिन कुमार सिंह ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को इस सम्बंध में पत्र भेजा गया है।