सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का नारा सिर्फ ढकोसला-लौटनराम निषाद

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60 प्रतिशत ओबीसी,एससी को भाजपा सरकार के कैबिनेट में स्थान नहीं । “सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का नारा ढकोसला,सिर्फ अपनों का काम” ।

लखनऊ। राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव व कांग्रेस पार्टी के नेता चौ.लौटनराम निषाद ने भाजपा के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास नारे को ढकोसला बताया है।कहा कि हिन्दू व हिंदुत्व के नाम पर सबका वोट लेकर भाजपा ने सिर्फ अपनों का काम कर रही व लाभ पहुंचा रही है। 25 सदस्यीय केंद्रीय कैबिनेट में सिर्फ वेंकैया नायडू को ओबीसी से स्थान दिया गया था जिन्हें उपराष्ट्रपति बना दिया गया।वर्तमान मोदी मंत्रिमंडल में किसी ओबीसी को कैबिनेट के काबिल नहीं समझा गया।उत्तर प्रदेश में मुस्लिम-17.30 प्रतिशत,निषाद-12.91 प्रतिशत,जाटव/चमार-11.89 प्रतिशत,यादव-10.48 प्रतिशत,पासी-3.87 प्रतिशत,लोधी-3.57 प्रतिशत हैं।परंतु इस 60 प्रतिशत से अधिक संख्या वाली जातियों को योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में देना उचित नहीं समझा गया।क्या यहीं भाजपा के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के नारे की सच्चाई है?


निषाद ने कहा कि मण्डल विरोधी भाजपा से सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक न्याय व सम्मान की कल्पना करना ही बेवकूफी है।भाजपा की पूर्ववर्ती जनसंघ व मातृ-संगठन आर एस एस का उदय ही पिछड़े वर्ग के आरक्षण व सामाजिक न्याय के विरोध में हुआ है।भाजपा व उसके दल के ओबीसी,एससी नेता सिर्फ मोहरा व मुखौटा हैं,जिनकी राजनीतिक हैसियत एक डीएम,सचिव के चपरासी के भी बराबर नहीं है।भाजपा पिछडों,दलितों को शिकार समझती है और पिछड़े वर्ग के नेताओं को चारा के रूप में इस्तेमाल करती है।भाजपा के पिछड़े वर्ग के नेताओं के अंदर कोई वर्गीय चिंतन नहीं।भाजपा अपना दल(एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को सिर्फ सेफ गॉर्ड के रूप में प्रयोग करती है।


निषाद ने कहा कि भाजपा हिन्दू-मुस्लिम,पिछड़ा-अतिपिछड़ा,दलित-अतिदलित के बीच नफरत की राजनीति करती है।उन्होंने कहा कि पिछडों,दलितों के संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने में जुटी है।सरकारी संस्थानों,उपक्रमों का निजीकरण,संविदा व आउटसोर्सिंग से भर्ती ओबीसी,एससी, एसटी को आरक्षण से वंचित करने का षडयंत्र है।कांग्रेस की सरकारों ने गेल, सेल,भेल,रेल,पोर्ट ट्रस्ट,एयरपोर्ट,ओएनजीसी, एचएएल,कोल माइंस,बीएसएनएल, एमटीएन एल को स्थापित कराकर देश को तरक्की में मार्ग पर पहुँचाया।बैंकों का राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति,संचार क्रांति,नहरों,बांधों,परमाणु ऊर्जा, जल विद्युत उत्पादन संयंत्रों आदि का निर्माण कांग्रेस की देन है।देश खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुआ यह कांग्रेस की देन है।शिक्ष का अधिकार,सूचना का अधिकार,खाद्य सुरक्षा अधिनियम कांग्रेस की अच्छी सोच का प्रमाण है।लोकतंत्र, संविधान, सामाजिक न्याय को बचाने के लिए भाजपा को हटाना व कांग्रेस की मजबूती आवश्यक है।