
सचिन पायलट ने अपने ही गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन की दी चेतावनी, 3 मांगें रखते 15 दिन का। सचिन पायलट ने दिया अल्टीमेटम
राजस्थान। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा आज जयपुर में पूरी हो गई। भांकरोटा में हुई जनसभा में पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सरकार के सामने तीन मांगे रखीं और कहा कि इस महीने के आखिर तक यदि ये मांगें नहीं मानी गईं तो पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करेंगे। अभी तक गांधीवादी तरीके से अपनी बात रख रहे थे। पायलट ने कहा- गांव-ढाणी, शहरों में बड़ा आंदोलन होगा। न्याय करवाएंगे।
हम लोगों के पास कुछ नहीं है। हम तो पैर में जूता डालकर निकल पड़े थे।गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि हम बिना पद के गाली खा-खाकर संगठन के लिए काम कर रहे हैं और आप सत्ता में बैठकर मलाई खा रहे हो। लोग यह सुन लें कि मुझे किसी सीमा में न बांधें, मैं किसी एक धर्म या समाज का नहीं हूं। मैं 36 कौम का बेटा हूं। राजस्थान का बेटा हूं।
पायलट ने कहा, मैं किसी पद पर रहूं या न रहूं। राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा। डरने वाला नहीं हूं, दबने वाला नहीं हूं। आपके लिए लड़ा हूं और लड़कर रहूंगा। कहा कि कुछ लोग इस सभा को बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। सभा में आए लोगों, समर्थकों ने भी पूछा, क्या आपको यहां आने के लिए रोका नहीं गया? उन्होंने कहा, 2013 में हमारे सिर्फ 21 विधायक रह गए थे। सोनिया गांधी ने बुलाकर कहा कि राजस्थान में पार्टी का बहुत बुरा हाल हो गया है, आप जाकर अध्यक्ष बनिए। हमने इन पांच सालों में वसुंधरा सरकार का नीतियों के आधार पर कड़ा विरोध किया।
वसुंधरा शासन में खुली लूट मची थी। गहलोत सरकार ने भी वसुंधरा पर बढ़-चढ़कर आरोप लगाए थे। उन्होंने इशारों में कहा कि हाईकमान सीएम किसको बनाए, यह हमारे हाथ में नहीं है।सचिन ने कहा कि मुख्यमंत्री गृह मंत्री, वित्त मंत्री भी हैं, मैंने कई बार कहा कि हमने जो कहा है, उसकी जांच करवाइए। वसुंधरा सरकार की जांच के लिए अनशन रखा। मुझे लगा कि हमें जनता के बीच जाना चाहिए। भ्रष्टाचार समाज को दीमक की तरह खा रहा है। हम लोगों को करारा प्रहार करना पड़ेगा। हमें दुनिया को दिखाना पड़ेगा कि हम जो कहते हैं, वो करते हैं। सचिन पायलट ने दिया अल्टीमेटम