उद्योग के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा-सचिन रावत

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उद्योग के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा-सचिन रावत
उद्योग के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा-सचिन रावत

उद्योग के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा, संरक्षा है जिसमें योगी सरकार पूरी तरह फेल। एक बार फिर इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रूपये बर्बाद कर रही है योगी सरकार। योगी सरकार ईंट-भट्टा उद्योग को बचाने के लिए टप्पेबाजी पर पहले तत्काल लगाये रोक।

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सचिन रावत ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि एक तरफ योगी सरकार इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर उद्योगपतियों को आकर्षित करने और उद्योग धन्धों को उ0प्र0 में लाने के लिए सैंकड़ों करोड़ रूपये पानी की तरह बहा रही है और उसका नतीजा अभी तक उ0प्र0 में शून्य रहा है। योगी सरकार उ0प्र0 में उद्योग के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा और संरक्षा है जिसमें पूरी तरह फेल साबित हो रही है।

उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने के लिए जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है वहीं सबसे बड़ी आवश्यकता उ0प्र0 में सुरक्षा का माहौल बनाने की है। उ0प्र0 में व्याप्त जंगलराज को देखकर देश का कोई भी उद्यमी उ0प्र0 आने के लिए हिम्मत नहीं जुटा रहा है वहीं योगी सरकार जनता की आंख में धूल झोंकने और युवा बेरोजगारों को रोजगार का सपना दिखाने के लिए इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर आम जनता की गाढ़ी कमाई का सैंकड़ों करोड़ फूंक रही है।

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प्रवक्ता ने आगे कहा कि कानपुर में श्रमिक ठेकेदारों और प्रशासन की मिलीभगत से ईंट-भट्ठा कारोबारियों के साथ टप्पेबाजी की जा रही है। फर्जी लेबर सप्लाई के नाम पर मोटी रकम वसूलकर ईंट-भट्ठा कारोबारियों पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही कराकर व श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने से प्रशासन की मिलीभगत उजागर हो रही है। लगभग 25 दिनों में 60-70 लाख रूपये की लूट ठेकेदारों और प्रशासन की मिलीभगत से की जा चुकी है और पुलिस पीड़ितों का एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है। कानपुर देहात ईंट निर्माता समिति द्वारा पुलिस अधीक्षक कानपुर व महोबा से शिकायत की गयी है किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई

श्री मंगल मूर्ति ईंट उद्योग पनियामऊ, जय कामता नाथ ब्रिक फील्ड राजपुर, चन्द्रा ब्रिक फील्ड भोगनीपुर, जय बालाजी ब्रिक फील्ड राजपुर, सोनी ब्रिक फील्ड मूसानगर आदि में एक संगठित गिरोह द्वारा श्रमिकों की समस्याएं बताकर भट्ठा मालिकों से पैसे दिलवाता है और एक दिन बाद एक व्यक्ति फर्जी अधिकारी बनकर फोन करता है और एससी/एसटी आयोग और मानवाधिकार आयोग का धौंस जमाकर श्रमिकों को और अधिक पैसे दिलवाकर श्रमिकों को उनके घर भिजवाता है। दूसरे प्रदेशों में और राजस्थान में इस गिरोह पर कार्यवाही भी की जा चुकी है। किन्तु उ0प्र0 में यह गिरोह बहुत सक्रिय है जिस पर कोई रोक लगाने के बजाए भट्ठा मालिकों को ही प्रताड़ित किया जा रहा है।

श्री मंगलमर्ति ईंट उद्योग पनियामऊ में सैंकड़ों भट्ठा मालिकों ने एसडीएम से कार्यवाही रोकने और जांच कराने की मांग की लेकिन उनकी नहीं सुनी गयी और बिना जांच के श्रमिकों को उनके घर भिजवा दिया गया और जब फर्जी अधिकारी बनकर कार्यवाही कराने वाले व्यक्ति के फोन पर बात की गई तो पोल खुलने के डर से फोन ही बन्द कर लिया गया। इस प्रकार ईंट-भट्ठा उद्योग को पलीता लगाया जा रहा है और सरकार कार्यवाही करने से कतरा रही है। ऐसे में प्रदेश में उद्योग धन्धे कैसे लगेंगे और फले-फूलेंगे, यह उ0प्र0 के लिए यक्ष प्रश्न है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि योगी सरकार बताये कि इन्वेस्टर समिट के नाम पर उनके मंत्रिमंडल के मंत्रियों के विदेश के दौरों पर और इस पूरे आयोजन में सरकार कितना धन खर्च कर रही है।

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