- रामचरित्र मानस का प्रचार करने के लिए बना ट्रस्ट, भाजपा नेताओं और अधिकारियों के साथ मिलकर अरबों की ज़मीन जालसाज़ी में लिप्त ।
- जमीन की जालसाजी में शामिल जनप्रतिनिधि एवं अफसरों से लिया जाए इस्तीफा, दलितों की ज़मीन पर कब्ज़ा करने वालों को हो जेल : संजय सिंहआप के यूपी प्रभारी ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण के बीच सामने आए भ्रष्टाचार से जुड़े कई चौंकाने वाले तथ्य मीडिया के सामने रखे ।
- बताया-महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट को 21 बीघा जमीन दान करने वाले प्रयागराज के रोंघई खुद प्रधानमंत्री आवास योजना में रहते हैं ।
लखनऊ। अयोध्या में राममंदिर निर्माण के बीच सामने आए सैकड़ों करोड़ के भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सदस्य संजय सिंंह ने शनिवार को भाजपा सहित योगी सरकार पर एक बार फिर करारा हमला बोला। पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर संजय सिंंह ने इस मामले से जुड़े कई चौंकाने वाले तथ्य मीडिया के सामने रखे। किस तरह से भारतीय जनता पार्टी के विधायक, मेयर, इनके नेता और आदित्यनाथ सरकार के अधिकारी वहां जमीन की लूट और भ्रष्टाचार कर रहे हैं उन्होंने तमाम कागजात के साथ इसका खुलासा किया। बताया कि प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद रामचरितमानस और रामायण का प्रचार करने वाला महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट अचानक से प्रॉपर्टी डीलर बन जाता है और लोगों को जमीन बेचना शुरू कर देता है। इस ट्रस्ट को 21 बीघा जमीन दान करने वाले प्रयागराज के रोंघई खुद प्रधानमंत्री आवास योजना में रहते हैं।
संजय सिंह ने कहा कि इस देश के करोड़ों लोगों की आस्था प्रभु श्री राम का मंदिर बनाने में है। लोग अपना पेट काटकर इस मंदिर के निर्माण के लिए चंदा दे रहे हैं और भाजपा नेता एवं योगी सरकार के अधिकारी करोड़ों रुपये का घोटाला और जालसाजी करने में व्यस्त है। प्रयागराज के रहने वाले रोंघई अयोध्या में आकर माझा बरहटा गांव में 21 बीघा जमीन खरीदते हैं। क्योंकि दलित ही दलित की जमीन खरीद सकता है, इसलिए उनके द्वारा जमीन की खरीद दिखाई जाती है और फिर वह 21 बीघा जमीन खरीदने के बाद अचानक इतने अमीर हो जाते हैं कि अपनी सारी जमीन महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट को दान कर देते हैं। जबकि, अब भी रोंघई और उनका परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना में रह रहा है। संजय सिंह ने कहा कि प्रभु श्री राम ने हमेशा वंचितों को अपने विचारों में अपने कर्मों में सदैव आगे रखने की बात कही और आप वंचित अनुसूचित समाज के लोगों की जमीन को दान में लेकर अयोध्या में करोड़ों रुपए का धंधा करा रहे हैं।
जिस संस्था ने धर्मार्थ शैक्षिक संस्थान खोलने के लिए इतनी सारी जमीन खरीदी वह प्लाटिंग कर करके भाजपा के विधायकों को, मेयर को और अधिकारियों को बेच रहा है। इसमें भी चंपत राय के चहेते सुल्तान अंसारी का बहुत ही गहरा रिश्ता नजर आ रहा है क्योंकि इन सारी जमीनों मैं भी गवाह सुल्तान अंसारी ही है। यह पूरा खेल तब हो रहा है जबकि हाई कोर्ट माझा बरहटा ग्राम सभा की जमीन का सीमांकन कराने को कह चुका है, क्योंकि 2020 तक यह तय नहीं हुआ है कि कहां सड़क है, कहां ग्राम सभा की जमीन है। रोंघई भाई को अपनी जमीन बेचने वाले एक व्यक्ति महादेव ने कमिश्नर से शिकायत किया कि हमारी जमीन को अवैध रूप से बेचा जा रहा है। जिससे साबित होता है कि अब पूरा प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में था। आदित्यनाथ की सरकार से कितनी भी गुहार लगा लो उनके कान में जूं ही नहीं रेंगती और उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बहुत अफसोस की बात है। महादेव सहित अन्य दलित परिवारों के साथ हुई जालसाजी की अनदेखी करके सारे के सारे बेईमान जो प्रभु श्री राम के नाम पर घोटाला और जालसाजी कर रहे हैं, दलितों की जमीन को दान में लेकर उन्हें प्लाटिंग करके अयोध्या में करोड़ों रुपए कमाने का काम कर रहे हैं।
संजय सिंंह ने कहा कि आदित्यनाथ जी ने एक तरीका सीख लिया है कि किसी भी मामले के लिए एसआईटी का गठन करो और मामले को ठंडे बस्ते में डालो। लेकिन हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर्ड एसआईटी से करानी चाहिए। जितने भी विधायक, अधिकारी इस मामले में शामिल हैं, तुरंत उनका इस्तीफा लिया जाए, तब इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव है। मुख्यमंत्री योगी से आप के प्रदेश प्रभारी ने अपील करते हुए कहा कि आप छोड़ दीजिए कि संजय सिंह ने यह मामला उठाया है, लेकिन कम से कम करोड़ों लोगों की आस्था का तो ध्यान रखिए। इस मामले के सामने आने से पूरी दुनिया में प्रचार हो रहा है प्रभु श्री राम के नाम पर चंदा चोरी की जा रही है।
चंपत राय ने किस अधिकार से दान कर दी जमीन-
संजय सिंह ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय की भूमिका पर भी सवाल उठाया . एक जमीन जो कुसुम पाठक और हरीश पाठक से चंपत राय ने राम जन्म भूमि ट्रस्ट के लिए 8 करोड रुपए में खरीदी। इसमें गवाह इनके प्रिय चहेते अनिल मिश्रा हैं जो कि ट्रस्ट के सदस्य हैं। इसमें से चंपत राय जी 3500000 रुपए की जमीन को यशोदा नंदन त्रिपाठी को दान कर देते हैं। मैं यह पूछना चाहता हूं कि किस अधिकार से इन्होंने यह जमीन दान की।
ऐतिहासिक होगी केजरीवाल की रोजगार गारंटी रैली-
संजय सिंंह ने बताया कि 2 जनवरी को केजरीवाल जी की रैली की तैयारी बैठकेंं हर जिलों में हो रही हैंं। बड़े पैमाने पर हम लोग उस रैली की सफलता के लिए काम कर रहे हैं। यह एक बड़ी और सफल रैली होगी। पिछले दिनों हम लोगों ने 300 यूनिट बिजली फ्री देने का और बकाया माफ करने का अभियान चलाया । उसके बाद रोजगार गारंटी 1000000 नौकरी हर साल और ₹5000 हर महीने बेरोजगारी भत्ता देने का काम करेंगे। पार्टी के संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लखनऊ के मंच से प्रदेश के युवाओं को रोजगार की गारंटी देंगे।