आज पूरा देश स्वतंत्र भारत की एकता और अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं पावन जयन्ती पर देश और समाज के लिए किये गये उनके योगदान के प्रति उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दे रहा। मुख्यमंत्री ने भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर रन फॉर यूनिटी का फ्लैग ऑफ किया। अपनी सूझ-बूझ, संगठन क्षमता और मातृभूमि के प्रति सरदार पटेल की अगाध निष्ठा ने भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए 563 से अधिक रियासतों को शान्तिपूर्ण तरीके से वर्तमान भारत का महत्वपूर्ण अंग बनाया। सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार किया जा रहा, इसके शिल्पी सरदार पटेल थे। सरदार पटेल जैसा महानायक जिस देश में हो वह देश आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद तथा भ्रष्टाचारियों के सामने घुटने नहीं टेक सकता। गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा की स्थापना प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में की गई, आज वह स्थान एक तीर्थ स्थल बन चुका है। खेलकूद के कार्यक्रम हमें एकता के सूत्र में जोड़ते हैं, इनमें टीम भावना होती है, इसी टीम भावना के साथ हम सभी को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ बनाने के लिए आज राष्ट्रीय एकता के सन्देश को लेकर जन-जन तक पहुंचना है। देश तथा मातृभूमि के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के लिए अधिकार के साथ ही कर्तव्यों के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए।

देश की आजादी में तथा आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल का योगदान इतिहास के पन्नों में दर्ज- खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पूरा देश स्वतंत्र भारत की एकता और अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं पावन जयन्ती पर देश और समाज के लिए किये गये उनके योगदान के प्रति उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दे रहा है।आज यहां अपने सरकारी आवास पर भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयन्ती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर रन फॉर यूनिटी के फ्लैग ऑफ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी। रन फॉर यूनिटी का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत को कई टुकड़ों में बांटने की अंग्रेजों की कुटिल चाल थी। भारत में 563 से अधिक रियासतें थी। उस समय की ब्रिटिश सरकार ने इन रियासतों को इस बात की आजादी दी थी कि वे चाहे तो भारत के साथ रहें, पाकिस्तान के साथ रहें अथवा अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रखें।

अपनी सूझ-बूझ, संगठन क्षमता और मातृभूमि के प्रति सरदार वल्लभ भाई पटेल की अगाध निष्ठा ने भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए 563 से अधिक रियासतों को शान्तिपूर्ण तरीके से वर्तमान भारत का महत्वपूर्ण अंग बनाया। जूनागढ़ और हैदराबाद की रियासतें उस समय अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रखने अथवा पाकिस्तान में विलय का प्रयास कर रही थी। लेकिन उनके प्रयास सफल नहीं हो पाए। आज हम सभी को इस बात पर गौरव की अनुभूति होती है कि सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है। इसके शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल थे। गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा की स्थापना प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में की जा चुकी है। आज वह स्थान एक तीर्थ स्थल बन चुका है। वर्तमान भारत के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बनाने के लिए हम प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत आठ-साढ़े आठ वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जो कार्य प्रारम्भ हुए हैं, उन्हें पूरा देश देख रहा है। इन्हीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में रन फॉर यूनिटी का आयोजन देश के सभी जनपदों में किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में भी सभी 75 जनपदों में यह कार्यक्रम हो रहा है। प्रदेश के खेलकूद और संस्कृति विभाग द्वारा लखनऊ में राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि खेलकूद के कार्यक्रम हमें एकता के सूत्र में जोड़ते हैं। इनमें टीम भावना होती है। जब टीम में समन्वय होता है, तो वह टीम भावना ही विजय श्री का वरण करती है। इसी टीम भावना के साथ हम सभी को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ बनाने के लिए आज राष्ट्रीय एकता के सन्देश को लेकर जन-जन तक पहुंचना है।आज भारत दुनिया में प्रेरणादायी देश बना है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश तथा मातृभूमि के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के लिए अधिकार के साथ ही कर्तव्यों के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए। आज हर व्यक्ति यह मानता है कि मौलिक अधिकारों के साथ संविधान द्वारा तय किये गये उनके कुछ कर्तव्य भी हैं। उन सभी कर्तव्यों के प्रति हर व्यक्ति आज जागरूक हुआ है। यह नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह देश के नागरिकों को किस प्रकार इनके साथ जोड़ता है।


सरदार पटेल जैसा महानायक जिस देश में हो वह देश आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद तथा भ्रष्टाचारियों के सामने घुटने नहीं टेक सकता। वह मजबूती के साथ इस प्रकार की दुष्प्रवृत्तियों से लड़ने के लिए अपने को तैयार करता है। आज देश से नक्सलवाद समाप्त हो रहा है। कश्मीर विकास की नई धारा से जुड़ रहा है। पूर्वोत्तर के राज्य भारत के विकास के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर भारत के राज्य अरूणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय एकता की अद्भुत भावना का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां सभी लोग आपस में मिलते समय जय हिन्द का अभिवादन करते हैं। यह भाव भारत के नागरिकों में होगा तो देश को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने में देर नहीं लगेगी। यह राष्ट्रीय एकता दौड़ भारत को दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा बननी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी आज भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर, यह बुनियाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने रखी-उपमुख्यमंत्री


उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज भारत दुनिया में विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। यह बुनियाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने रखी थी। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में विगत साढ़े पांच वर्षाें में उत्तर प्रदेश की तस्वीर और तकदीर को बदलने का कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश को अपराध मुक्त कर विकास के पथ पर अग्रसर किया है।इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि देश की आजादी में तथा आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल का योगदान इतिहास के पन्नों में दर्ज है। उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोया। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्त्व में उत्तर प्रदेश विकास की ऊंचाइयों को छू रहा है।इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना एवं गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, खेल निदेशक आर0पी0 सिंह, अपर निदेशक सूचना अंशुमान राम त्रिपाठी सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी उपस्थित थे।