सपा से गठबंधन होगा तो बहुत अच्छा होगा-शिवपाल सिंह यादव

156

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव फिर एक बार साथ हो सकते हैं। दोनों के बीच कलह खत्म होती नजर आ रही है। ऐसा इसलिए, क्योंकि अखिलेश यादव के बयान के बाद शिवपाल यादवने भी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन होता है तो यह बहुत अच्छा होगा।

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने गठबंधनों का एलान करना शुरू कर दिया है,ज्यादातर पार्टियों ने अबतक में यह तय कर लिया है कि उन्हें किस पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरना है। ऐसे में मुलायम सिंह यादव के परिवार को लेकर चर्चा जोरों पर है,माना जा रहा है कि चुनाव से पहले अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव साथ आ सकते हैं। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई औपचारिक एलान नहीं हुआ है ।

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि सपा के साथ सम्मानजनक सीटों और पार्टी से जुड़े पुराने लोगों का सम्मान होने पर ही गठबंधन किया जाएगा। कितनी सीटें गठबंधन में चाहते हैं? इस पर बोले- जब बात होगी तब बताएंगे। इस बाबत लखनऊ में बैठक होगी तभी सीटों का आकलन हो सकेगा।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कानपुर में कहा कि मैं पिछले 2 साल से यह (समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन) मांग रहा हूं । अगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा होगा, इससे पहले शिवपाल ने कहा था कि अगर अखिलेश उन्हें सम्मानजनक सीटें देते हैं तो वे समाजवादी पार्टी में विलय के लिए तैयार हैं ।

शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि, “मैं दो साल से अखिलेश से कह रहा हूं कि एलायंस कर लो और चाहे विलय कर लो, हमारा जो हक है उसे या तो नेता जी तय कर दें या जनता तय करे वो हम मान लेंगे । हम दो साल से अखिलेश से कह रहे हैं कि हमसे बात कर लो, आकर बैठकर बात कर लो, अभी तक बात नहीं की। ” उन्होंने कहा कि अगर हमें सम्मानजनक सीटें देंगे तो हम दोनों के लिए तैयार हैं। हमने पूरे प्रदेश की सभी सीटों पर तैयारी की है, अगर सम्मानजनक सीटें देंगे तो हम तैयार हैं।

भाजपा को हराने के लिए शिवपाल सिंह यादव का मंत्र

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हमारी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी से गठबंधन है।इसके बाद छोटी-छोटी सेक्युलर पार्टियां, समान विचारधारा वाली पार्टी से गठबंधन का प्रयास है। भाजपा को सत्ता से हटाने के लिये सभी सेक्युलर दलों को एक साथ आना चहिए।

शिवपाल यादव का यह बयान उस समय आया है, जब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी घोषणा की थी कि उनकी पार्टी उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के साथ गठबंधन करेगी और उन्हें “पूरा सम्मान” देगी। 3 नवंबर को अखिलेश यादव ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी का प्रयास रहा है कि वह छोटे दलों के साथ गठबंधन करे। स्वाभाविक रूप से हम चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के साथ भी गठबंधन करने जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी उन्हें पूरा सम्मान देगी।’समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) का गठन किया था। अखिलेश यादव द्वारा अपने पिता मुलायम सिंह यादव से समाजवादी पार्टी की बागडोर संभालने के बाद शिवपाल सपा को छोड़कर चले गए थे।