श्याम कुमार का पूरा जीवन त्याग एवं संघर्ष का पर्याय-ब्रजेश पाठक

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उपमुख्यमंत्री ने आयोजन की सराहना की ‘घोंघाबसंत सम्मेलन’ में लोग हंसते-हंसते लोटपोट।

इकसठ वर्ष पूर्व शुरू किए गए ‘घोंघाबसंत सम्मेलन’ में इस वर्ष मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सम्बोधन में ‘घोंघाबसंत सम्मेलन’ एवं उसके उद्देश्य की भूरि-भूरि सराहना की और कहा कि आज का जनजीवन वास्तव में तनावों से इतना अधिक भरा हुआ है कि उसके कारण लोग तमाम मानसिक रोगों से ग्रस्त हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में राम नाईक तथा प्रदेश सरकार के मंत्री के रूप में ब्रजेश पाठक पहले भी ‘रंगभारती’ के विभिन्न आयोजनों में आते रहे हैं।ब्रजेश पाठक ने ‘रंगभारती’ की सराहना करते हुए कहा कि कदाचित ‘रंगभारती’ विश्व की एकमात्र ऐसी संस्था है, जो सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में विगत इकसठ वर्षों से निरंतर अपनी सक्रियता बनाए हुए है। ब्रजेश पाठक ने ‘रंगभारती’ के अध्यक्ष श्याम कुमार की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहाकि उन्होंने सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं समाजसेवा के क्षेत्र में सात दशकों से तन-मन और धन से अपने को पूरी तरह समर्पित किया है। श्याम कुमार दादा का पूरा जीवन त्याग एवं संघर्ष का पर्याय बना हुआ है।


२४ अप्रैल, २०२२ को लखनऊ में पुनः उस अनूठे आयोजन ने धूम मचाई, जो अपनी विलक्षणताओं के कारण पिछले ६१ वर्षो से एक खास आकर्षण का रूप धारण कर चुका है और लोग वर्ष भर इस आयोजन की प्रतीक्षा करते हैं। यह अनूठा आयोजन है अखिल भारतीय सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं समाजसेवी संस्था ‘रंगभारती’ का ‘घोंघाबसन्त सम्मेलन’, जो प्रति वर्ष एक अप्रैल को ‘मूर्ख दिवस’ के अवसर पर रवीन्द्रालय, लखनऊ में हास्य-उत्सव के रूप में सम्पन्न होता रहा था, किन्तु इस वर्ष कोरोना की बंदिशों के कारण आयोजन एक अप्रैल के बजाय २४अप्रैल को सम्पन्न किया गया।‘घोंघाबसन्त सम्मेलन’ इस वर्ष भी पूरे उत्साह के साथ आयोजित हुआ। हंसी के विस्फोटक धमाकों के रूप में लगभग चार घन्टे तक लोगों ने हास्य-उत्सव का जमकर आनन्द लिया।‘रंगभारती’ की स्थापना १९६१ में हुई थी तथा उसी वर्ष ‘रंगभारती’ ने देश का पहला हास्य कविसम्मेलन इलाहाबाद(प्रयागराज) में परी भवन के केसर सभागार में आयोजित किया था। तब से देश के विभिन्न नगरों में ‘रंगभारती’ हास्य-उत्सवों के आयोजन करती आ रही है, जिसके अन्तर्गत बड़े-बड़े हास्य कविसम्मेलन सम्पन्न होते हैं, जिनका उद्देश्य होता है- ‘आज की तनावभरी जिन्दगी में हंसना-हंसाना।’

‘घोंघाबसन्त सम्मेलन’ में इन सुविख्यात हास्य-कवियों ने अपनी कविताओं से लगातार हंसा-हंसाकर लोटपोट कर दिया:- प्रताप फौजदार (मुम्बई), नरकंकाल (रायबरेली), विनीत पांडेय (नई दिल्ली), दमदार (वाराणसी), प्रमोद पंकज (बाराबंकी), जमुना प्रसाद उपाध्याय (अयोध्या), समीर (फतेहपुर), पपलू (लखनऊ), नागेश शांडिल्य (वाराणसी), विकास बौखल (रामनगर), श्याम कुमार (लखनऊ) आदि।

‘बेढब बनारसी रंगभारती सम्मान’

‘रंगभारती’ द्वारा इस अवसर पर ‘लाॅफ्टर चैलेंज’ मुम्बई के सुविख्यात कलाकार एवं हास्य रचनाकार प्रताप फौजदार को इस वर्ष का ‘बेढब बनारसी रंगभारती हास्य शिखर सम्मान’ प्रदान किया गया। ‘रंगभारती’ के दिवंगत सदस्य एवं हास्य रस के महाकवि बेढब बनारसी की स्मृति में प्रति वर्ष यह सम्मान दिया जाता है। पूर्व में बेधड़क, सूंड़, शैल चतुर्वेदी, भोंपू, प्रदीप चौबे, रफीक शादानी, ओम प्रकाश आदित्य, सम्पत सरल, अशोक सुन्दरानी, जमुना प्रसाद उपाध्याय, कमलेश द्विवेदी, शम्भू शिखर आदि सम्मानित किए जा चुके हैं। अन्य रचनाकारों के साथ प्रताप फौजदार ने भी उपस्थित जनों को जमकर हंसाया।

विशिष्ट उपहार

‘घोंघाबसंत सम्मेलन’ में कवियों को ये उपहार प्रदान किए गए:- लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया की ओर से पत्तलों का जयमाल। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना की ओर से ककड़ी का जयमाल। उत्तर प्रदेश के पूर्व-राज्यपाल राम नाईक की ओर से राजमुकुट। अखिलेश यादव की ओर से लाॅलीपाॅप। लखनऊ के नगर आयुक्त की ओर से झाड़ू।

मूर्खिस्तान के प्रधानमन्त्री :- समारोह का उद्घाटन ‘मूर्खिस्तान’ के प्रधानमन्त्री ने किया। यह विशिष्ट अतिथि महोदय सचमुच के गधा थे। ‘मूर्खिस्तान’ के प्रधानमन्त्री ने अपने भाषण में कहा कि आज अपनी इतनी बड़ी बिरादरी में आकर उन्हें बड़ी प्रसन्नता हो रही है तथा उन्हें गर्व है कि लखनऊ में उनके इतने रिश्तेदार मौजूद हैं।

श्याम कुमार मंच पर :- ‘रंगभारती’ के अध्यक्ष श्याम कुमार अरविंद केजरीवाल की वेशभूषा में अपने कमांडो के साथ मंच पर आए। सुविख्यात वरिष्ठ कलाकार विजय वास्तव द्वारा श्याम कुमार का जूतों से बनी सुगन्धित माला पहनाकर अभिनन्दन किया गया।

‘मूर्खरत्न’ का राष्ट्रीय सम्मान :-‘घोंघाबसन्त सम्मेलन’ में विश्व की इन सात छंटी हुई विभूतियों के लिए ‘मूर्ख रत्न’ का ‘राष्ट्रीय शिखर सम्मान’ घोषित किया गया:- १- मुनव्वर राणा २-पत्रकार रवीश कुमार ३-रीता बहुगुणा जोशी ४-ओमप्रकाश राजभर ५-स्वामी प्रसाद मौर्य ६-विराट कोहिली ७- प्रियंका गांधी।

कुम्भकर्ण सम्मान’ :- लखनऊ नगर निगम एवं लोकनिर्माण विभाग ने पांच साल तक सड़कों को भयंकर रूप से गड्ढों से परिपूर्ण रखा, जिनमें लोगों ने नरक भोगा और हताहत होते रहे। दोनों विभाग घोषणा करते रहे कि सारी सड़कों को आदर्श रूप दिया जा चुका है। जनता की सुनवाई नहीं करने में ये दोनों विभाग सबसे आगे रहे हैं, इसलिए इन्हें संयुक्त रूप से ‘कुम्भकर्ण सम्मान’ से विभूषित किया जा रहा है।

‘ढेंचू’ सम्मान :- इस वर्ष का ‘ढेंचू’ सम्मान अखिलेश यादव को दिया गया है। यह सम्मान पूरे वर्ष निरर्थक एवं अनर्गल बातें बोलने पर दिया जाता है। पूर्व में राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, कपिल सिब्बल, अरविंद केजरीवाल, आजम खां आदि विभूतियों को इस विशिष्ट सम्मान से विभूषित किया जा चुका है।

‘बहुत शोर सुनते थे’ सम्मान :- इस वर्ष ‘बहुत शोर सुनते थे’ नामक एक विशेष सम्मान नए नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को दिया जा रहा है। जनता को इंतजार है कि वह नगर विकास विभाग को पुराने ढर्रे पर ही चलाएंगे अथवा क्रांतिकारी परिवर्तन करेंगे।

गन्धर्व-विवाह :- विगत वर्षों की भांति ‘घोंघाबसन्त सम्मेलन’ में पांच विभूतियों का ‘गन्धर्व विवाह’ सम्पन्न हुआ। पत्रकार राजीव अहूजा का दीपिका पादुकोण के साथ। पत्रकार राजेश राय का अनुष्का शर्मा के साथ। पत्रकार श्याम कुमार का आलिया भट्ट के साथ। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का करिश्मा कपूर के साथ। प्रताप फौजदार का ममता बनर्जी के साथ।

मायावती द्वारा नेग :- पूर्व-मुख्यमंत्री मायावती की ओर से प्रत्येक जोड़े की वधू को ‘सदा सुहागिन रहो’ आशीर्वाद के साथ ग्यारह-ग्यारह रुपये का नेग प्रदान किया गया।


टेण्डर :- आयोजकों ने बताया कि उपर्युक्त विभूतियों के ‘गन्धर्व विवाह’ के लिए टेण्डर मांगे गए थे और जिनके साथ उनका ‘गन्धर्व विवाह’ सम्पन्न हुआ, उनके टेण्डर सबसे ऊंचे पाए गए। बताया गया कि इन नवविवाहित जोड़ों के ‘हनीमून’ के लिए लखनऊ के पांच-सितारा होटल ‘क्लार्क अवध’ में पांच कक्ष आरक्षित करा दिए गए हैं।

आरम्भ में दीप-प्रज्ज्वलन के बाद देश के सुविख्यात रंगकर्मी विजय वास्तव ने ‘रंगभारती’ का परिचय दिया तथा हास्य-आइटमों से कार्यक्रम की शुरुआत की। उनके बाद चुटकुलों के लिए मशहूर देवकीनंदन एवं नवोदित व्यंग्यकार अनुराग राग ने अपनी रोचक प्रस्तुतियों से तालियां बटोरीं। सायंकाल पौने सात बजे आरम्भ हो गए आयोजन के इस प्रथम चरण के बाद द्वितीय चरण में अरविंद केजरीवाल की वेशभूषा में ‘रंगभारती’ के अध्यक्ष श्याम कुमार ने मंच पर आकर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं अन्य समस्त आगंतुकजनों का स्वागत किया। इसके साथ उन्होंने बाहर से पधारे हुए हास्य-व्यंग्य के सभी धुरंधर रचनाकारों का रोचक शैली में परिचय दिया। उन रचनाकारों को विशिष्ट भेंटें दी गईं। आयोजन का तीसरा चरण हास्य-व्यंग्य कविसम्मेलन के रूप में सम्पन्न हुआ।