कुछ यूं झलका मिठने पुर गांव का दर्द

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सपा प्रतिनिधि मंडल के सामने देखी लाचारी-बेबसी।जब अपनों से हुआ संवाद तो पीड़ित को “जगी” आस।पीड़ित की दीन दशा देख सपाइयों का मन हुआ ‘द्रवित’।

विनोद पाठक

जेहि विधि नाथ होई हित मोरा…….

सुल्तानपुर । इसौली विधानसभा क्षेत्र के मिठनेपुर गांव में लगी सपा प्रतिनिधि मंडल की चौपाल में दिखी, पीड़ित की लाचारी, बेबसी। पर, आस की लकीरें भी चेहरे पर साफ झलकी। पीड़ित मां-बाप और सपाइयों के बीच मे हुए संवाद में जो दृश्य झलका, उस पर रामचरितमानस की बालकाण्ड की एक चौपाई एकदम सटीक बैठती है। फर्क इतना है कि नारदअपनी पीड़ा भगवान विष्णु से प्रगट करते है, लेकिन यहां पर दृश्य कुछ अलग रहा। भाव एकदम वही न्याय पाने की गुहार। संघर्ष में साथ रहने का भरोसा, कुछ यूं तरह झलका। जेहि बिधि नाथ होई हित मोरा, करहु सो वेगि दास मैं तोरा,। पीड़ित मां बाप हाथ जोड़कर अपने सामने बैठे सपा के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों से अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई में सहयोग की फरियाद की।


कुछ दिन पहले मिठनेपुर गांव में एक निषाद युवक की हत्या कर दी गई थी। जिसको लेकर गांव से शहर तक की राजनीति गर्म हो गई थी। जब इस मामले की पूरी जानकारी वरिष्ठ सपा नेता बीएम यादव ने पार्टी हाईकमान को दी तो सोमवार को तय कार्यक्रम के मुताबिक सपा का प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा। पंचायत भवन के सामने सपा की चौपाल लगी। पीड़ित मां-बाप के साथ गांव की महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में शिरकत की। करीब एक घंटे लंबी पंचायत चली। जिस दशा में मां और बाप प्रतिनिधिमंडल के सामने बैठे थे, उससे लगा की मां बाप आर्थिक सहायता नहीं,बल्कि उनके बेटे के हत्यारे के ऊपर कानूनी शिकंजा कसे, उन्हें न्याय मिले, यही दरकार रही। हर पहलू पर पीड़ित परिजनों ने सपा पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजपाल कश्यप और प्रदेश के प्रमुख महासचिव राजनारायण बिंद समेत जांच कमेटी के सामने अपनी पीड़ा रखी। जांच टीम के सदस्यों का भी दिल “द्रवित” हुआ।

सपा नेता बी0एम0यादव ने पीड़ित परिवार के आंसू पूछने पोछने पहुंचे घर सत्ता दल को को पीड़ित परिवार की याद भी नहीं आई

समूचे गांव की उपस्थित महिलाओं के सामने डॉ0 राजपाल कश्यप ने इस लड़ाई में साथ देने का पूरा भरोसा दिया और सपा के चश्मे से उसकी गरीबी की दशा भी देखी। “घास फूस” का घर ही पीड़ित परिजन का आशियाना। इकलौते घर के कमाऊ पूत की हत्या पर डॉ राजपाल कश्यप और राजनारायण बिंद ने भाजपा सरकार पर पूरी भड़ास निकाली। भाजपा सरकार को खूब कोसा। कहा कि केंद्र और उत्तर की सरकार से जनता को न्याय नहीं मिल पा रहा है। सत्ता सीन के सजातीय लोग दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों की हत्याएं कर रहे हैं और सरकार चुप चाप बैठी है। जब सपा नेता मीडिया के सामने हुई हत्या के विरोध में हुंकार भर रहे थे तो मां बाप भी पीछे नहीं रहे। इस दृश्य पर भी रामचरितमानस की एक मार्मिक चौपाई एकदम फिट बैठती है। उस समय का भाव कुछ यूं तरह रहा कि नाथ सकल संपदा तुम्हारी, मैं सेवक समेत सुत नारी,। इस चौपाई का वर्णन गोस्वामी संत तुलसी दास जी ने उस समय किया था जब महाराज दशरथ और विश्वामित्र के बीच जब संवाद हुआ था।लेकिन यहां पर मां और पिता का भाव था कहने और समझने की जो परख थी,अलग ही रही।

आप लोग मेरा सहयोग करिए कि मुझे न्याय मिले, मेरे बेटे के हत्यारे पर कानूनी शिकंजा कसे, इसके लिए हम हर स्तर से तैयार हूँ, पीछे हटने वाला नहीं। मेरे पीछे मेरे समाज का पूरा “कुनबा” है। जिसमें महिलाएं सबसे आगे,हर लड़ाई में महिलाएं साथ निभाने का भरी पंचायत में वादा किया। गम के माहौल में भी तालियों की गड़गड़ाहट से हौसला आफजाई भी सपा के प्रतिनिधिमंडल का महिलाएं करती रही। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पूरा का पूरा भरोसा दिया कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए “सड़क” से लेकर “सदन” तक लड़ाई लड़ी जाएगी समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी। फिलहाल सपा के पहुंचे प्रतिनिधिमंडल के लिए वरिष्ठ सपा नेता बीएम यादव की पदाधिकारियों समेत कार्यकर्ताओं ने खूब प्रशंसा की है। बयां किया कि बीएम यादव के पहल पर ही जांच कमेटी पहुंची।