एसपी मित्तल केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की हिन्दी सलाहकार के सदस्य मनोनीत

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संपादक ब्लॉगर एसपी मित्तल केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य मनोनीत।6 सांसदों व वरिष्ठ अधिकारियों वाली सलाहकार समिति के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव होंगे।हिन्दी पत्रकारिता को समर्पित चालीस वर्ष। राष्ट्रपति भी भेज चुके हैं शुभकामनाएं।

15 मार्च को भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने हिन्दी सलाहकार समिति का पुनर्गठन किया है। इसमें संपादक-ब्लॉगर एसपी मित्तल को मंत्रालय की ओर से सदस्य मनोनीत किया गया है। समिति में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव महानिदेशक स्तर के उच्च अधिकारी तो पदेन सदस्य होंगे ही साथ ही 6 सांसदों को भी सदस्य नियुक्त किया गया है। समिति के अध्यक्ष केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव, जबकि राज्यमंत्री उपाध्यक्ष होंगे। मंत्रालय के उप महानिदेशक नागेश कुमार सिंह द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि राजस्थान अजमेर के एसपी मित्तल के साथ साथ देवरिया (यूपी) शिवानंद द्विवेदी, गाजियाबाद के अनंत विजय तथा पटना के अरविंद कुमार सिंह को भी सदस्य मनोनीत किया गया है। इस समिति में संसदीय कार्य मंत्रालय ने राज्य सभा के सांसद दुष्यंत गौतम, श्रीमंत छ उदयनराजे भोसले व लोकसभा के सदस्य गोपाल चिनैय्या शेट्टी व अशोक कुमार यादव को सदस्य बनाया है। इसी प्रकार संसदीय राजभाषा समिति ने राज्यसभा सांसद डॉ. अमी याज्ञिक व सुश्री सरोज पांडे को सदस्य नामित किया है। पंकज दीवान केंद्रीय सचिवालय हिन्दी परिषद के प्रतिनिधि के तौर पर सदस्य होंगे। डॉ. कुसुमाकर पांडे अखिल भारतीय हिन्दी संस्थाओं के प्रतिनिधि होंगे। डॉ. पांडे वाराणसी स्थित नागरी प्रचारिणी के प्रतिनिधि भी हैं। सलाहकार समिति में राजभाषा विभाग ने डॉ. जयप्रकाश शाक्य, प्रो. मुकेश कुमार अरोड़ा तथा राजस्थान जयपुर की डॉ. दीपिका विजयवर्गीय को सदस्य नामित किया है। समिति का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। समिति के सदस्यों के नामों का प्रकाशन भारत सरकार के राजपत्र में भी किया जाएगा। पुनर्गठित समिति के बारे में राज्य सरकार को भी सूचना भेजी गई है।

हिन्दी पर जोर:
भूपेंद्र यादव श्रम एवं रोजगार के साथ साथ वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री भी है। यादव का प्रयास है कि उनके सभी मंत्रालयों में हिन्दी को प्राथमिकता दी जाए। सरकारी बैठकों में भी अधिकारियों को हिन्दी को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए जाते हैं। यादव का यह भी प्रयास होता है कि हिन्दी में भी सरल शब्दों का प्रयोग किया जाए ताकि साधारण व्यक्ति के भी समझ में आ सके।

पत्रकारिता के चालीस वर्ष:
मेरे चालीस वर्ष हिन्दी पत्रकारिता को ही समर्पित रहे हैं। मैंने दैनिक भास्कर, पंजाब केसरी, राष्ट्रदूत, दैनिक नवज्योति देश के प्रतिष्ठित अखबारों में काम करने के साथ साथ मैंने मेरे पिता द्वारा आरंभ किए गए भभक पाक्षिक समाचार पत्र के संपादन का भी काम किया है। भभक में जो आलेख लिखे गए उस पर देश के बड़े बड़े नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एपीजे अब्दुल कमाल जब भारत के राष्ट्रपति थे, तब 2 जनवरी 2006 को एक पत्र के माध्यम से मुझे राष्ट्रपति जी की शुभकामनाएं प्राप्त हुई। इस शुभकामनाए संदेश को मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है।