गृहमंत्री कांग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ से ग्रस्त बताना बंद करें और जनविश्वास का सम्मान करें-विकास श्रीवास्तव

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नुपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणीं के बाद मोदी जी और गृह मंत्री को सौहार्द और प्रेम बनाये रखने की अपील करनी चाहिए।धारा 370 की दुहाई देने वाली मोदी सरकार और गृह मंत्री शाह कश्मीरी ब्राह्मणों की हत्या और विभत्सता पर चुप्पी साधे हुए है।गृह मंत्री शाह कांग्रेस को ’मोदी फोबिया’ से ग्रस्त बताना बंद करें और जनविश्वास का सम्मान करें।बेरोजगारी,सार्वजनिक उद्यमों के निजीकरण,बिक्रीकरण को लेकर भी देश के युवाओं किसानों,व्यपारियों में सामूहिक आक्रोश पनपता जा रहा।

लखनऊ। गुजरात दंगों पर आये सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसलें से अति उत्साहित गृह मंत्री अमित शाह को याद रखना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी ने गुजरात दंगे के बाद अपने दौरे पर आयोजित प्रेसवार्ता में तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री श्री मोदी की मौजूदगी में  मीडिया से कहा कि “मोदी जी ने अपने राजधर्म का पालन नही किया’’। इसके उपरांत ही दुनिया भर में श्री मोदी पर अल्पसंख्यक विरोधी और गुजरात दंगे को न संभाल पाने की नाकामी का आरोप लगना शुरू हो गया था। पिछले एक दशक तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी छवि को लेकर अमेरिका जैसे देशों की नकारात्मक प्रतिक्रिया मीडिया की सुर्खियों में देश पहले भी देख चुका है।

कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि गृह मंत्री श्री शाह कांग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ से ग्रस्त बताना बंद करें और उनकी पार्टी बीजेपी को जो जन विश्वास हासिल हुआ है, उस पर खरे उतरने का कोई मजबूत रोडमैप तैयार करें। जम्मू कश्मीर मे धारा 370 खत्म करने की दुहाई देने वाली मोदी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर में, पिछले माह हुई एक दर्जन से ज्यादा कश्मीरी ब्राह्मणों की हत्या और वीभत्सता पर चुप्पी साधे हुए हैं। कश्मीरी पंडितों के साथ बीजेपी की 1990 की गठबंधन सरकार में, फिर आज मोदी सरकार में पुनः वही नरसंहार, नफरत, आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया गया और मोदी सरकार चुप है। गोदी मीडिया से यह असल मुद्दा ही नदारत है। नफरत विघटनकारी खबरों का मीडिया प्रचार प्रसार का इवेंट मैनेजमेंट ही मोदी सरकार की राष्ट्रीय पहचान बन चुका है और देशवासियों को वास्तविक मुद्दों से भटकाने का षड़यंत्र जारी है।

कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा  के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी अत्यंत महत्वपूर्ण है और स्थिति की गंभीरता को स्पष्ट करती है। उन्होंने कहा देश के सामाजिक सौहार्द और वातावरण को बनाए रखने के लिए सरकार को निष्पक्षता के साथ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। आज आक्रोशित युवाओं को धर्म, जाति, नफरत व विघटनकारी सोच से बाहर निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद तो निश्चित तौर पर  प्रधानमंत्री मोदी जी और गृहमंत्री शाह जी को मीडिया के सामने आकर सौहार्द-प्रेम बनाए रखने की अपील करनी चाहिए। इसके साथ ही गृह मंत्रालय को भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जैसे नफरत भरी भाषाओं का प्रयोग करने वालों की गिरफ्तारी को लेकर सख्त और निष्पक्षता पूर्ण कदम उठाना चाहिए ।

काँग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि फसलों के उचित मूल्य हेतु MSP, आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज आपराधिक मुकदमों को वापस लेने की मांग व लखीमपुर खीरी कांड जिसमें गृह मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा गाड़ी से किसानों को कुचलने जैसी वीभत्स हिंसा भूलने वाले मुद्दे नहीं है। किसानों के बीच पुराना आक्रोश आज भी सुलग रहा है। MSP, फ्री बिजली इत्यादि अभी तक जुमला ही साबित हुआ है, किसान पुनः इन मुद्दों को लेकर व्यापक स्तर पर जल्द ही आंदोलन करने जा रहा है। इसके साथ ही देश मे व्याप्त बेरोजगारी, सार्वजनिक उद्यमों के निजीकरण, बिक्रीकरण को लेकर भी देश के युवाओं किसानों, व्यापारियों में सामूहिक आक्रोश पनपता जा रहा। इसका ताजा उदाहरण अग्निपथ जैसी सेना भर्ती का क्रूर मजाक और सड़कों पर निकलता युवा आक्रोश किसी से छुपा नही है।कांग्रेस प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि पिछले 8 सालों में भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाने व प्रत्येक जन मुद्दे पर पूरी तरह फेल साबित हुई है। मोदी जी केवल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर आरोपों को मढ़कर झूठ और जुमलों के दम पर अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से सदैव मुंह मोड़ लेते हैं।